NewsRace -b&w
दिल्ली भले ही देश का दिल हो, मगर इसके दिल का किसी ने हाल नहीं लिया। पुलिस मुख्यालय, सचिवालय, टाउनहाल और संसद देखने वाले पत्रकारों की भीड़ प्रेस क्लब, नेताओं और नौकरशाहों के आगे पीछे होते हैं। पत्रकारिता से अलग दिल्ली का हाल या असली सूरत देखकर कोई भी कह सकता है कि आज भी दिल्ली उपेक्षित और बदहाल है। बदसूरत और खस्ताहाल दिल्ली कीं पोल खुलती रहती है, फिर भी हमारे नेताओं और नौकरशाहों को शर्म नहीं आती कि देश का दिल दिल्ली है।
गुरुवार, 14 नवंबर 2024
सोमवार, 17 जून 2024
आम तेरे कितने नाम और काम
आम्र-आम/ कृष्ण मेहता
●कच्चा आम स्वाद में कषाय(कसैला) व अम्ल(खट्टा), सुगंधित व गले के रोगों में लाभदायक तथा क्षुधा(भूख) को बढ़ाने वाला होता है।
●कच्चा आम पित्त, वात और कफ को बढ़ाने वाला होता है और गुठली पैड जाने पर भी इन्ही गुणों के युक्त होता है।
●पक जाने पर आम त्रिदोष-शामक, सम्यक पुष्टिप्रद होता है।
अतिधातु वर्धक,कांति वर्धक होता है।
यह तृष्णा(प्यास) शामक होता है।
आयुर्वेद के ग्रंथ राजनिघण्टु में आम के तीन प्रकार बतलाये गए हैं-
1-राजाम्र
2-महाराजाम्र
3-रसालाम्र
●आम का छिलका कषाय(कसैला) तथा मूल कषाय व सुगंधित होता है, ये दोनों रुचिकर, संग्राही(मल को बांधने वाले) व शीतल होते हैं।
आम का फूल(मंजरी) रुचिकर व अग्नि दीपक(पाचन शक्ति बढ़ाने वाला) होता है।
●आम का फूल अतिसार(पतली दस्त) को दूर करने वाला तथा पित्त दोष और प्रमेह व्याधि का नाशक होता है।
●आम का फूल रक्तविकार नाशक,मल को बांधने वाला व वात वर्धक होता है।
●छिलका उतार कर धूप में सुखाया हुआ कच्चा आम अम्ल रसात्मक(खट्टा),कुछ मीठा, कसैला होता है और मल को भेदने(पेट साफ करने वाला) तथा कफवात-नाशक होता है।
●पका हुआ आम मधुर(मीठा), वृष्य(धातुपोषक), स्निग्ध(चिकना), सुखद व बलप्रद होता है, यह गुरु(पचने में भारी), वातहर, हृद्य(हृदय के लिए हितकर), त्वचा के रंग को निखारने वाला होता है।
●पेड़ पर पका हुआ आम कुछ कषाय(कसैला),जठराग्नि,कफ,शुक्र को बढ़ाने वाला होता है,यही पेड़ पर पका हुआ यदि खट्टा व मीठा हो तो पित्त प्रकोप करने वाला होता है।
●घास व भूसे आदि में दबाकर या कृत्रिम रूप से पकाया हुआ आम पित्तनाशक होता है।
●चूसकर सेवन किया हुआ आम रुचिकर,बल वीर्य वर्धक,लघु,शीतल व शीघ्रपाकी(जल्दी पच जाने वाला) होता है।
●वस्त्र आदि से छानकर तैयार किया हुआ आम का रस बल्य, मल को निकालने वाला होता है।
यह अहृद्य(हृदय के लिए लाभप्रद नहीं) होता है।
●उसी आम को काट काट कर खाने पर वह आम गुरु(पचने में भारी),बलदायक,शीतल,वातनाशक होता है।
●दूध के साथ सेवित आम वातपित्त नाशक,रुचिकर,बृंहण व बलवर्धक होता है(इसका सेवन उन्हीं को निर्देशित है जो लोग नित्य व्यायाम करते हों)।
●अमावट(आम्रावर्त) तृष्णा(प्यास),छर्दी(उल्टी), व वातपित्त का शमन करने वाला होता है
सूर्य के ताप में इसका पाक होने के कारण यह रुचिकर व लघु(पचने में हल्का) हो जाता है।
मंगलवार, 26 मार्च 2024
पीपल के अद्भुत लाभ / कृष्ण मेहता
प्रस्तुति - उषा रानी / राजेंद्र प्रसाद सिन्हा
*पीपल के वृक्ष के अद्भुत लाभ एवं वैवाहिक जीवन कष्टकारी बना हुआ है,तो कब तक होगा सही आओ जानें*
अकेला ऐसा वृक्ष जो दिन और रात दोनो समय आक्सीजन देता है।
पीपल के ताजा 6-7 पत्ते लेकर 400 ग्राम पानी मे डालकर 100 ग्राम रहने तक उबाले,ठंडा होने पर पिए ब्रर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय एक ही दिन में ठीक होना शुरू हो जाएगा।
पीपल के पत्तो पर भोजन करे, लीवर ठीक हो जाता है।
पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह दोपहर शाम खायेँ, किंतना भी पुराना दमा ठीक कर देता है।
पीपल के ताजा 4-5 पत्ते लेकर पीसकर पानी मे मिलाकर पिलाये,1- 2 बार मे ही पीलिया में आराम देना शुरू कर देता है।
पीपल की छाल को गंगाजल में घिसकर घाव में लगाये तुरंत आराम देता है।
पीपल की छाल को खांड (चीनी )मिलाकर दिन में 5-6 बार चूसे, कोई भी नशा छूट जाता है।
पीपल के पत्तों का काढ़ा पिये, फेफड़ो, दिल ,अमाशय और लीवर के सभी रोग ठीक कर देता है।
पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पिये, किडनी के रोग ठीक कर देता है व पथरी को तोड़कर बाहर करता है।
किंतना भी डिप्रेशन हो, पीपल के पेड़ के नीचे जाकर रोज 30 मिनट बैठिए डिप्रेशन खत्म कर देता है।
पीपल की फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, महिलाओ के गर्भशाय और मासिक समय के सभी रोग ठीक करता है।
पीपल का फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, बच्चो का तुतलाना ठीक कर देता है और दिमाग बहुत तेज करता है।
जिन बच्चो में हाइपर एक्टिविटी होती है, जो बच्चे दिनभर रातभर दौड़ते भागते है सोते कम है, पीपल के पेड़ के नीचे बैठाइए सब ठीक कर देता है।
किंतना भी पुराना घुटनो का दर्द हो, पीपल के नीचे बैठे 30-45 दिन में सब खत्म हो जाएगा।
शरीर मे कही से भी खून आये, महिलाओ को मासिक समय मे रक्त अधिक आता हो, बाबासीर में रक्त आता हो, दांत निकलवाने पर रक्त आये ,चोट लग जाये, 8-10 पत्ते पीसकर,छानकर पी जाएं, तुंरत रक्त का बहना बंद कर देता है।
शरीर मे कही भी सूजन हो, दर्द हो, पीपल के पत्तों को गर्म करके बांध दे, ठीक हो जायेगे।
*
मंगलवार, 27 फ़रवरी 2024
PM मोदी का औरंगाबाद दौरे की तैयारी / कुमार सूरज
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के औरंगाबाद आगमन की तैयारी को लेकर सर्किट हाउस में भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा के अध्यक्षता में बैठक किया गया
इस बैठक में मुख्य रूप से सांसद सह इस कार्यक्रम के संयोजक सुशील कुमार सिंह एवं भाजपा के प्रदेश महामंत्री राजेश वर्मा उपस्थित रहे।
इस बैठक में प्रदेश महामंत्री ने सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए सभी बिंदुओं पर बारिकी से चर्चा किए।इस मौके पर सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्र हित और पूरे देश को तेजी से विकास की ओर अग्रसर करने के लिए एवं गरीबो के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लेकर सभी वर्ग के लोगों में काफी उत्साह है और सभी वर्ग के लोगों में मोदी की गारंटी की विश्वसनीयता बढ़ी है।यह रैली भव्य और ऐतिहासिक होगा।प्रदेश महामंत्री राजेश वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश का सर्वागीण विकास हुआ है और युवाओं के साथ-साथ महिलाओं और सभी लोगों को मोदी के प्रति विश्वाश बढ़ा है एवं इस कार्यक्रम को लेकर सांसद आवासीय कार्यालय सिंह कोठी से सांसद सुशील कुमार सिंह,प्रदेश महामंत्री राजेश वर्मा,जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा,जिला प्रभारी मनोज कुशवाहा भाजपा नेता गोपाल शरण सिंह,सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह एवं रथ प्रभारी भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री मनीष पाठक ने संयुक्त रूप से हरि झंडी दिखाकर रवाना किया।यह रथ औरंगाबाद जिले एवं लोकसभा क्षेत्र के गाँव में जाकर प्रचार प्रसार करेगा और सभी लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह करेगा।इस कार्यक्रम को लेकर शिक्षावीद,समाजसेवी, बुद्धिजीवी,युवाओं,महिलाओं,अधिवक्ताओं,ब्यवासाई वर्ग के लोगों में काफी उत्साह है।यह हम सभी जिला वासी और लोकसभा क्षेत्रवासी के लिए गर्व की बात है कि भगवान भाष्कर की पावन भूमि औरंगाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आगमन हो रहा है।सर्किट हाउस के बैठक में जिला क्षेत्रीय प्रभारी रत्नेश कुशवाहा,महामंत्री मुकेश सिंह,संजय गुप्ता,कार्यक्रम स्थल प्रभारी सतीश सिंह,मुख्य पार्षद उदय गुप्ता,काराकाट लोकसभा प्रभारी अनिल सिंह,पूर्व जिलाध्यक्ष पुरषोत्तम सिंह,संजय मेहता,जिला उपाध्यक्ष विशाल वैभव टैगोर,दीनानाथ विश्वकर्मा,डॉ.नागेन्द्र शर्मा,फेसर मंडल अध्यक्ष भरत सिंह,सरपंच गया साव,भाजपा नेता विनोद शर्मा,जितेंद्र गुप्ता,युवती प्रमुख करिश्मा सिंह,अशोक कुशवाहा,आलोक सिंह,कौशल सिंह,युगल सिंह,सुनील शर्मा,अभिषेक सिंह वसु,उदय प्रताप सिंह,रंजय अग्रहरी, रंजीत कुशवाहा,छोटू चौधरी,जीतू तिवारी,दिपक सिंह,मितेन्द्र सिंह,आदित्य श्रीवास्तव,धर्मेन्द्र शर्मा,कृष्णा गुप्ता उर्फ पिन्टू,ऋषि सिंह,एवं भाजपा कार्यकर्ता लोग उपस्थित रहे।
शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024
खाओ हींग रहो बनो किंग
*सेहत के लिए शुद्ध हींग के क्या फायदे है??*
*Pure Hing Ke Fayde:??*
भारतीय मसालों में "हींग" एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। अपनी सुगंध और औषधीय गुणों के कारण हींग का भारतीय डिशेज में खूब इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा हींग आयुर्वेदिक इलाज में भी काम आता है। चाहे भारतीय डिशेज में तड़का लगाना हो या फिर अचार और चटनी में महक जोड़नी हो, हींग का इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता है। वहीं खाने के अलावा हींग के कुछ स्वास्थ्य लाभ भी हैं, जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।
*डाइजेशन सुधारे*
***********************
हींग अपने पाचन संबंधी गुणों के लिए हमेशा से जाना जाता रहा है। हींग एक नेचुरल कार्मिनेटिव के रूप में काम करता है, जो पेट फूलने, अत्यधिक गैस बनना,सूजन और अन्य पाचन संबंधी परेशानियों को कम करने में मदद करने के लिए जाना जाता है। कढी , दाल,सब्जी सूप, या फिर दूसरी डिशेज में एक चुटकी हींग मिलाने से खाना पचाने में मदद मिल सकती है।
वे सभी लोग जो पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं, उनके लिए हींग एक अच्छे उपचारों में से एक है। इसका उपयोग पेट से संबंधित सामान्य समस्याओं जैसे कि सूजन, गैस, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम के इलाज के लिए किया जाता है। आमतौर पर हींग का प्रयोग पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए जाना जाता है, लेकिन यह अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाने में मददगार है।
*कई बीमारियों में लाभदायक
हींग में ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो ब्लड थिनर्स के रूप में काम करते हैं। इसके अलावा ये ब्लड प्रेशर को कम करने और दिल को हेल्दी बनाने में भी मदद करता है।
*खांसी, अस्थमा से राहत दिला सकती है हींग*
खाने में हींग को शामिल करना दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का एक स्मार्ट उपाय है।
हींग अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-वायरस और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण अस्थमा और अन्य सांस संबंधी परेशानियों जैसे ब्रोंकाइटिस और सूखी खांसी से राहत दिलाता है।
ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपने डेली रूटीन में हींग का सेवन कर सकते हैं। हींग का पानी रोजाना पीना हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा। इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में बाजरे के दाने बराबर हींग डालकर मिलाएं। इसे खाली पेट पीने से पाचन संबंधी समस्याओं (पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार के उपाय) से राहत मिलती है। सिरदर्द होने पर भी हींग को ड्रिंक का सेवन किया जा सकता है। इस ड्रिंक से आपकी त्वचा को भी फायदा होगा।
हींग पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से भी राहत दिलाने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें नेचुरल ब्लड थिनिंग कंपाउंड पाए जाते हैं। दरअसल, हींग शरीर के किसी भी हिस्से में बाधा डाले बिना ब्लड सर्कुलेशन को सही ढंग से फ्लो करने में मदद करताहै। नतीजतन, ये पीरियड्स के दौरान होने वाले पीठ और पेट के निचले हिस्से के दर्द को कम करता है।
** *बटरमिल्क के साथ हींग***
बटरमिल्क यानी छाछ आपके पाचन स्वास्थ्य और वजन घटाने के लिए बेहद फायदेमंद है। एक गिलास छाछ में एक चुटकी हींग मिलाकर पीने से आपकी सेहत को और अधिक लाभ मिल सकते हैं। गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए, आप दिन में एक या दो बार खाना खाने के ठीक बाद हींग वाला एक गिलास छाछ पी सकते हैं।
हींग एक प्राकृतिक ब्लड थिनर के रूप में भी जानी जाती है, जो रक्तचाप के स्तर (blood pressure level) को कम करने में मदद करती है। साथ ही, हींग में एक यौगिक होता है जो रक्त के थक्कों यानी ब्लड क्लॉटिंग को बनने से रोकता है।
:-
बुधवार, 10 जनवरी 2024
रजवाड़ा चौक / मुरारी कुमार झा
मेरे लिए रास्ते भटकने का मतलब नवीन जानकारियों की प्राप्ति ही रही है। कई बार रास्ते भटकने के बाद ही अति महत्वपूर्ण पुरास्थलें प्राप्त हुए हैं।
कल थोड़ी सी भटकाव के उपरांत रजवाड़ा चौक पर रुका और जैसे ही पीछे मुड़ा तो देखा कि पीपल पेड़ के नीचे 09-11वीं शताब्दी की एक देवी प्रतिमा मेरे ही प्रतीक्षा में थी। फिर लौहयुगीन मालती से होते हुए वापस हुआ। लगभग 07 बीघा क्षेत्र में फैला बरौनी प्रखंड अंतर्गत आने वाला मालती गांव का हिस्सा एक अति विशिष्ट पुरास्थल के ऊपर बसा हुआ है, जो गंगा बेसिन से महज 03 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
:-मुरारी कुमार झा(पुरातत्व)
बुधवार, 13 दिसंबर 2023
Dr रुपाली की सलाह / पेशाब में जलन
पेशाब की जलन को मिटाने के लिए कौन-सी चीजों को खुराक में शामिल करना चाहिए?
🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢🧢
पेशाब की जलन को मिटाने के लिए इन चीजों को अपनी खुराक में शामिल करें जो इस प्रकार हैं:-
1. दही में पिसी हुई प्याज की चटनी मिलाकर कुछ दिन खाने से पेशाब की जलन दूर हो जाती है।
2. इमली के पत्तों का रस पीने से पेशाब की जलन मिट जाती है।
3. गन्ने का रस पीने से पेशाब की जलन ठीक हो जाती है।
4. सुबह-शाम 4–5 गुलाब के फूलों के साथ 3 ग्राम मिश्री मिलाकर खाने से कुछ दिनों में पेशाब की जलन दूर हो जाती है।
5. तुलसी की 4–5 पत्तियां दिन में 2 बार चबाकर ऊपर से 2 घूंट पानी पीने से पेशाब की जलन में लाभ होता है। सुबह के समय खाली पेट लें।
इसलिए दोस्तों इन चीजों का इस्तेमाल करें और पेशाब की जलन से छुटकारा पाएं।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)