प्रस्तुति- स्वामी शरण
केंद्रीय आयुध भंडार महाराष्ट्र के वर्धा जिल के पुलगांव में स्थित भारतीय सेना का सबसे बड़ा आयुध भंडार है[1] जो कि लगभग 7,000-10,000 एकड़[2] में फैला है। इसकी गिनती एशिया के सबसे बड़े आयुध भंडारों में होती है।[1] भारतीय सेना के कुल 12 आयुध भंडार हैं, जिनमें 11 फील्ड आयुध भंडार तथा एक केंद्रीय आयुध भंडार हैं। केंद्रीय आयुध भंडार नागपुर से 115 किलोमीटर दूर पुलगांव में स्थित है जिसमें सेना के सभी हथियारों व गोल बारूद का भंडारण किया जाता है। नागपुर से पुलगांव 1 घंटे की दूरी पर है।[2][1]
देश की विभिन्न आयुध फैक्ट्रियों में बनने वाले हथियार पहले केंद्रीय भंडार में लाए जाते हैं जहां से उन्हें अग्रिम ठिकानों पर भेजा जाता है। इस भंडार में बमों, हथगोलों, गोलों, रायफलों, मिसाइलों और अन्य विस्फोटक सामग्री का विशाल भंडार है।[1] अपनी निर्धारित अवधि पार कर चुके हथियारों को नष्ट करने का काम भी इसी आयुध भंडार द्वारा किया जाता है।[2] ब्रह्मोस मिसाइल , एके 47 भी इस आयुध भंडार में रखे जाते हैं।[2]
घटनाएं
31 मई 2016, रात्रि 1:30 बजे से 2 बजे (आईएसटी) (30 मई 2016, सायं 8 बजे से 8:30 बजे के मध्य यूटीसी) अनुसार[2][3]इस भंडार गृह में आग लग गयी[4] जिसमें सेना के दो अधिकारियों तथा 18 अन्य लोगों की मौत हो गई तथा 130 टन टैंक रोधी सामग्री नष्ट हो गई।[5]रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने मौके पर पहुंच कर स्थिति की समीक्षा की और घटना की जांच के आदेश दिये। मृतकों की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल आर एस पवार और मेजर के. मनोज के रूप में हुई है। घायल हुए सैनिकों में कई की स्थिति गंभीर है और मृतकों की संख्या अधिक होने की आशंका है।[1] दुर्घटना के समय वहां लगभग 70 लोग मौजूद थे जिसमें से ज्यादातर रक्षा सुरक्षा कोर के जवान थे।[1]घायलों कोे जिले के सावंगी मेघे में स्थित दत्ता मेघे चिकित्सा कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया।[2][6] आग लगने के कुछ देर बाद ही आयुध भंडार के निकट स्थित पांच गांवों को तुरंत खाली करा लिया गया था।[2] इससे पहले 2010 में पारागढ़ में व अनंतनाग और भरतपुर आयुध भंडारों समेत देश के अन्य आयुध भंडारों में आग की 7 घटनाएं हुई हैं।[1][7][8][9][10][11][12][13][14][15][16][17][18]
प्रतिक्रिया
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा कि शस्त्र भंडार में आग लगने से उन्हें गहरा दुख हुआ है। उन्होंने प्रभावित परिवारो के प्रति संवेदना व्यक्त की व घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से घटना स्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया है।[1]
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, " मैं पुलगांव में लगी आग में घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। शोकाकुल परिवारों को मेरी सांत्वना।"[2]
- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस
ने हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को पूरी मदद करने के
निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार अपनी तरफ से हरसंभव सहायता मुहैया करा
रही है।[2]
- वर्धा के सांसद रामदास तडस ने कहा कि घायलों को उचित इलाज मुहैया कराया जा रहा है।[2]
- कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी में अपने ट्वीट में कहा, "केंद्रीय आयुध भंडार, महाराष्ट्र में आग में अफसरों और जवानों की मौत की खबर जानकर गहरा दुःख और पीड़ा हुई है।"[2]
सन्दर्भ
- "Fire, blasts at Indian arms depot killed at least 16 [भारतीय आयुध भंडार में आग, धमाके में कम से कम 16 मरे]" (अंग्रेजी में). न्यूज़जेएस.कॉम. 31 मई 2016मई. अभिगमन तिथि: 2 जून 2016.
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