मंगलवार, 1 सितंबर 2020

मनभावन सदाबहार / कुसुम सहगल

चंद मनमोहक बातें 


*एक लाज़वाब बात* 


*जो एक पेड़ ने कही*


*हर रोज़ गिरते हैं "पत्ते मेरे"*

*फिर भी*

*हवाओं से बदलते नहीं रिश्ते मेरे*

    🌹🙏🙏🙏🙏🙏🌹 


*विचारों की खूबसूरती कही से भी मिले चुरा लो..!*

*क्योंकि,चेहरे की खूबसूरती तो उमर के साथ बदल जाती है।*

*मगर विचारों की खूबसूरती हमेशा दिलो मे अमर रहती है।*


*🙏🏻शुभ प्रभात 🙏🏻*



*शुक्र है परिंदो को नही पता की उनका मज़हब क्या है...*_


                                 

_*वरना रोज आसमान से 

खून की बारीश होती...*_🙏🙏


*जीवन में ,*

*सरल रहे ताकि सब*

*आपसे मिल सके।*

*तरल रहे ताकि आप*

*सब में घुल सके !!*


🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

सहयोग और सहायता*

     

*कुदरती तौर पर*

*एक समान ही लगते हैं।*


*पर सहयोग अपनों का!*

   *सहायता दूसरों की,*

*सदैव याद की जाती है !*


   *🌞 !! सुप्रभात !! 🌞*


अन्धे को आँख दे दो, 

इसमें कुछ बड़ा राज नही हैं।*


असली रहस्य की बात तो है,

आँख वाले को देखने की कला दे देना...*

   

*...🌻सुप्रभात*🌻


[8/28, 09:39] KS कुसुम सहगल दीदी: *

मौन 

सभी व्यर्थ सवालों का 

सबसे अच्छा जवाब है।*

    तथा...

*मुस्कराहट 

सभी नाजुक परिस्थितियों में 

 सबसे अच्छी प्रतिक्रिया है।*


*सुप्रभात*🌹


*डाली से गिरते हुए 

पत्तों ने क्या खूब कहा की अगर* 

*बोझ बन जाओगे तो अपने ही तुम्हे गिरा देंगें*"...

.           🙏🙏🙏🙏🙏

कभी-कभी* 

*हम अपने बहुत करीबी लोगों की*

*भावनावों को समझ नहीं पाते हैं;*

*क्योंकि*

*आँख के एकदम पास रखकर*

*किताब को पढ़ना बड़ा कठिन होता है।।*

            🙏🙏🙏🙏

पड़े" और "चेहरे",*     

       *अक्सर झूठ बोला करते हैं~*


 *"इंसान" की असलियत तो,*

       *"वक्त" बताता है..!!!*

                  🙏🙏


*अगर मुस्कुराहट के लिए*

*ईश्वर का शुक्रिया नही किया*

*तो आँखो में आँसुओं के लिए*

*शिकायत का हक कैसा*


      🙏🙏🙏🙏🙏

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