सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

थायोराइड का आयुर्वेदिक इलाज*

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  थायोराइड अन्तःस्रावी ग्रन्थियों (एंडोक्राइन ग्लैंड) में से एक है ।


प्रस्तुति = कृष्ण मेहता


गले में मौजूद तितली जैसे आकार वाली यह ग्लैंड थायरॉक्सिन हॉर्मोन बनाती है जो हमारी बॉडी की ऊर्जा खर्च करने की क्षमता और कई क्रियाओं पर असर डालता है।


थाइरोइड के घरेलू उपाय

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उपाय 1 👇

काली मिर्च से वजन और हाइपोथायरॉयड दोनो ठीक करें।

पिपेराईन 👉 एक खास रसायन है जो काली मिर्च में खूब पाया जाता है और ये कमाल का फ़ैट बर्नर है । 

अक्सर महिलाओं में थायरॉक्सिन लेवल कम होने से तेजी से वजन बढ़ता है, पेपेराईन इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है । 


जिन्हें हाईपोथायरॉइड की समस्या है 

सिर्फ 21 काली मिर्च कुचलकर 15 दिनों तक रोज सुबह एक बार में एक साथ खा लें,सकारात्मक परिणाम आना निश्चित है।


उपाय 2 👇

25 ग्राम शुद्ध दालचीनी लें, यह जितनी तीखी हो उतना अच्छा रहेगा।

इसे पीस कर चूर्ण बना एक चुटकी चूर्ण को प्याज के रस में मिला सेवन करें।

यह प्रयोग बासी मुंह 21 दिन करें।

21 दिन सेवन से थाइरोइड सामान्य हो जाएगा- फिर कभी नहीं बढ़ेगा।

03 महीने बाद में प्रयोग दोहराइए- अचूक लाभ होगा।


उपाय 3👇

अगर किसी को थाईराईड से मुक्ति पानी है तो रसाहार थैरापी प्रयोग से १००% ठीक किया जा सकता है।


हाईपर थाईरोडीजम का ईलाज उपाय

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👉 हाईपर थाईरोडीजम मे अगर ग्रीन टी का प्रयोग दिन मे 4 बार 2-2 कप लीया जाऐ 4-6 महिने मे तो थाईरोड से मुक्ति मिल सकती है।


👉 रोज रात को 2 कप लौकी का रस मे 2 चम्मच अदरक का रस डालकर रोज रात को सोने से घन्टे पहले ले।


👉 धनिया 1 चम्मच + सौंफ 1 चम्मच + जीरा 1 चम्मच लेकर सुबह 3 ग्लास पानी मे उबाले। जब 1 ग्लास पानी बचे तब छानकर सुबह पीले 30 मिनिट तक कुछ भी ना खाऐ।


 आयुर्वेदिक औषधियां 

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1.👉 त्रिकुट चुर्ण + त्रिफला चुर्ण + वायबिडंग + अजवायन + चित्रकमूल + ताम्र भस्म + लोह भस्म + रस सिन्दुर  आदि ख़ास अनुपात में डालकर तैंयार की जाती हैं। वैद्य के परामर्श से बना सकते है।

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