मंगलवार, 10 नवंबर 2015

जहां छाया है अंधेरा

शहडोल।(आशिष तिवारी

 यह हालात है राज्य मंत्री जयसिंह मरावी और विधायक दीलीप जैसवाल के गृह स्थानो के मध्य आने वाला कुदरीटोला बेलिया छोट जनपद पंचरायत कोतमा, जिला अनूपपुर (म.प्र.) की जहॉ आज भी ग्रामवासिंयों को छेलनी प$ड रही है बिजली की मार।
इस खबर की जानकारी मिलते ही जब हमारी टीम इससे संबंधित सभी बातो का खुलासा करने तुरंत इस गॉव के लोगो से पूछताछ करने कुदरीटोला बेलिया छोट पहुची, और इस ग्राम से रहवासिंयो से बातचीत की और आस-पास का मुआयना किया जिससे कई बाते पता चली व कई अनीयमिततायें सामने आई।
जब इस गॉव में पहुचकर यहॉ के बारे में पुछताछ की और  उनसे पुछा गया कि इस गॉव में बिजली क्यो नहीं है तो उन्होने कहॉ कि हम तो कई वर्षो से इस गॉव में ही रह रहे है पर कभी भी यहॉ के विधायक और राज्य मंत्री द्वारा कभी भी इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया बल्की जब चुनाव का समय आता है तो घर-घर विधायक व राज्य मंत्री द्वारा चक्कर लगाया जाता तथा यह वादे किये जाते है कि इस वर्ष इस गॉव में बिजली की व्यवस्था करायी जाएगी मगर चुनाव खत्म होते ही सारी बाते अगले पंचवर्षिय के लिए दबा दी जाती है और ग्राम वासियों में नाराजगी व्यक्त करते हुये यह भी कहा कि इन राज्य मंत्री तथा विधायको द्वारा हमि सभी ग्राम वासियों को झूठी आशा दी जाती है और शायद वे इस गॉव में बिजली की व्यवस्था इस लिए भी नहीं करायी जाती कि अगर इस गॉव में बिजली आ गई तो अगले पंचवर्षिय में कौन सा मुद्दा रह जाएगा बहुमत मांगने का।
ट्रांसफार्मर गॉव के लिए आया मगर लगा कही और:- गॉव वालो ने कहॉ की एक बार इस गॉव (कुदरीटोला बेलिया छोट) के लिए ट्रांसफार्मर आया भी था मगर उसे भी राजनीती के हथकंडे अपना कर विधायक दीलीप जैसवाल जी द्वारा उनके ही स्टोन क्रेसर मशीन में ही बिजली की आवश्यकता को पुरा करने के लिए अपने क्रेसर प्लांट में ही लगा दिया गया। जोकि इस गॉव से २०० मी. की दूरी पर है और उन्होने कहॉ की इस गॉव में ५० घर है जिसकी संख्या ५०० से अधिक बतायी गई जिसमें कुछ १०वी कक्षा के छात्र भी है पर इस गॉव में बिजली के आभाव की वजह से वह अपनी १०वी की परीक्षा की तैयारी करने में असमर्थ है।
आज भी प$डना प$ड रहा है मोमबत्ती व लालटेन की रोशनी में:- जब इस गॉव के बच्चों से पुछा गया कि उनकी परीक्षा की तैयारी एवं रोज की प$ढाई रात में कैसे करते है तो उन्होने कहॉ कि हमने तो हमेशा से ही अपने प$ढने का सहारा मोमबत्ती व लालटेन की रोशनी को ही बनाया हुआ है क्या इस गॉव में भी कभी बिजली आ सकती है और अगर नहीं तो हमारा भविष्य भी इस गॉव के अंधेरे में खो जाएगा।
कई बार दिया गया लिखित आवेदन:- ग्राम वासियों ने बताया कि इसकी सूचना कई बार गॉव के सम्मानित लोगो के द्वारा दीलीप जैसवाल जी को आवेदन दिया गया और उन्होने विगत चुनाव में घर-घर जाकर इस वर्ष २०१२ में बिजली लगवाने का आश्वासन दिया था जबकि यह वर्ष भी अब बितने वाला है।
कही दिया जले कही जिया:- गौव वालो ने बताया कि इस गॉव के विपरीत यहॉ से केवल ५० मी. की दूरी में रेल्वे लाईन की दूसरी और जोकि विधायक दीलीप जैसवाल जी के क्षेत्र में ही आता है वहॉ बिजली के साथ-साथ विद्यालय की व्यवस्था भी करायी गई है मगर मतदान करने का खमियाजा हमे ही क्यो मुगतना प$ड रहा है।
विधायक की मूहजबानी:-
जब विधयाक दीलीप जैसवाल जी से इस गॉव की बिजली व्यवस्था के बारे में पुछा गया तो उन्होने अपने जवाब में मिडिया पर गरजते हुये कहॉ:-
- क्रेसर में लगा हुआ ट्रांसफार्मर जहॉ के लिए आया था वही लगा हुआ है आप इसकी उचित जानकारी के लिए बिजली विभाग से पता कर ले।
- कुदरीटोला बेलिया छोट में बिजली के संबंध में विधायक ने कहॉ कि जिस गॉव के निवासियों की संख्या १०० से अधिक है वहॉ बिजली लगेगी।
- कब तक आयेगी गांव में बिजली- इस बात पर उन्होने झिडक कर  कहा कि मैं मुख्यमंत्री नही हूं और आजादी के समय को याद दिलाते हुए कहा कि आजादी के बाद से करीब सौ से भी अधिक गांव में बिजली की व्यवस्था की गई है और इस गांव में भी बिजली आयेगी इस बारे में मीडिया को चिन्ता करने की आवश्यकता नही है।
- इस बातचीत के दौरान अन्त में मीडिया पर बरस पडे और अपनी तेज आवाज में बोले कि आप ज्यादा बात मत करो और हमसे बिजली लगाने की तिथि पूछने की आवश्यकता नही है।
- विधायक ने चुनाव के समय वासदा किया था कि इस गांव में इस वर्ष बिजली व्यवस्था जल्द ही कराई जायेगी। पर यह वर्ष बीतने को है।
राजमंत्री का बयान- इस गांव की सभी अव्यवस्थाओं के विषय में राज्य मंत्री श्री जयसिंह मरावी जी से पूछा गया तो उन्होने कहा कि राजीव गांधी विद्युत परियोजना लागू है जिसमें यह गांव भी सम्मिलित है और जिस ठेकेदार को बिजली संबंधित कार्यभार सौंपा गया था उसे अब रिजेक्ट कर दिया गया है और इसकी जिम्मेदारी दुसरे ठेकेदार को सौंपी गई है और इस गांव में बिजली की व्यवस्था जल्द ही कराई जायेगी। जब उनसे जयसवाल जी के क्रेशर में लगे ट्रंासफार्मर के विषय में पूछा गया तो उन्होने कहा कि मुझे इसकी उचित जानकारी नही है कि ये कहां के लिये आया था और कहां लगा हुआ है। जल्द ही इन बातों की जांच की जायेगी।

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