बुधवार, 3 फ़रवरी 2021

राम मंदिर को अनोखा अनूठा बनाने की कोशिश

 *गोल्डेन टेंपल की तर्ज पर लगेगी ऑटोमेटिक मशीन*

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सुनील मिश्र


अयोध्या।

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 राममंदिर निर्माण के साथ 70 एकड़ परिसर की भव्यता का भी प्लान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तैयार कर लिया है। ट्रस्ट का फोकस रामलला के भक्तों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर है। श्रीरामजन्म भूमि परिसर में भक्तों के लिए गोल्डन टेंपल की तर्ज पर ऑटोमेटिक पैर धुलने के लिए मशीन लगेगी। साथ ही दिव्यांग भक्तों के लिए लिफ्ट की भी व्यवस्था होगी। इसके साथ ही लोट्स पाेंड, राम कॉरिडोर, पब्लिक प्लाजा राममंदिर की भव्यता बढ़ाते दिखेंगे।




रामलला के भक्तों को ट्रस्ट बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की योजना बना रहा है। अभी कहीं कोई व्यवस्था नहीं होने से भक्त जूता-चप्पल पहनकर ही रामलला के दर्शन करने जाते हैं। हिंदू धर्म में जूता-चप्पल पहनकर भगवान के दर्शन-पूजन की मनाही है, लेकिन रामजन्मभूमि में न चाहते हुए भी भक्तों को जूता-चप्पल पहनकर दर्शन के लिए जाना पड़ता है। हालांकि अब राममंदिर में भक्तों के लिए ऑटोमेटिक पैर धुलने के लिए मशीन लगाई जाएगी। दर्शन करने जाते समय श्रद्धालु प्रवेश द्वार पर जहां अपना जूता-चप्पल जिस बॉक्स में जमा करेगा, उसे ऑटोमेटिक मशीन के जरिए निकास द्वार पर पहुंचाने का इंतजाम होगा। भक्तों का सामान जमा करने के लिए मंदिर परिसर में ही अमानती घर बनाए जाएंगे।



अभी रामजन्मभूमि परिसर के बाहर दर्शन मार्ग पर मात्र एक अमानती घर बना है। इसके अलावा दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानों में अमानती घर बना रखा है, जहां से अक्सर भक्तों के सामान गायब होते रहते हैं। राममंदिर की सीढ़ियां चढ़ने में असमर्थ दिव्यांग व बुजुर्ग भक्तों के लिए मंदिर में लिफ्ट भी लगाई जाएगी, अभी व्हील चेयर की व्यवस्था है। पब्लिक प्लाजा, लोटस पोंड, राम कॉरिडोर से भी रामजन्मभूमि परिसर की भव्यता निखरेगी। म्यूजिकल फौव्वारा मंदिर परिसर की शोभा बढ़ाएगा। इसी तरह अन्य कई प्रकल्पों के जरिए राममंदिर परिसर को सजाने के प्लान को अंतिम रूप दिया जा रहा है।


राममंदिर निर्माण को लेकर इंजीनियरिंग टीम ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इसके मुताबिक 70 एकड़ मंदिर परिसर की चारदीवारी के चारों तरफ 10 फीट की जगह छोड़ी जाएगी ताकि तीन लेअर में ग्रीनरी स्थापित हो सके। सबसे दूर बड़े छायादार पौधे, फिर उससे छोटे आकार के पौधे और चारदीवारी के करीब और छोटे आकार के पौधे लगाए जाएंगे। इसका मकसद है कि सरयू की रेती से आने वाली हवा की धूल मंदिर तक न पहुंचे।


रामजन्मभूमि परिसर में सीता रसोई स्थापित की जाएगी। जहां रामभक्तों के लिए मुफ्त भोजन की व्यवस्था होगी। रामजन्मभूमि परिसर स्थित पुराने जर्जर हो चुके मंदिरों व भवनों को हटाने के क्रम में ही सीता रसोई को भी ध्वस्त कर दिया गया है। अब नए सिरे से सीता रसोई को भव्यता प्रदान की जाएगी। यहां रामलला के भक्तों को 24 घंटे मुफ्त भोजन प्रदान किया जाएगा।


राममंदिर विश्व भर के लिए आस्था का केंद्र तो होगा ही साथ ही साथ वास्तुकला की दृष्टि से भी अनुपम उदाहरण के रूप में प्रस्तुत होगा। हमारा प्रयास है कि रामभक्तों को नए मंदिर में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों, इसका खाका तैयार किया जा चुका है। राममंदिर निर्माण के समानांतर ही 70 एकड़ परिसर का विकास भी हमारी प्राथमिक योजना में है।- डॉ.अनिल मिश्र, ट्रस्टी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र

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