शुक्रवार, 21 मार्च 2014

ग्लोबल इंडिया के पीछे के चेहरे? / रूपा झा



 गुरुवार, 1 नवंबर, 2012 को 09:13 IST तक के समाचार
टेलिविज़न कार्यक्रम क्लिक करें ‘ग्लोबल इंडिया’ के साथ शुक्रवार से बीबीसी हिन्दी के पत्रकारिता के सफर में एक नई शुरुआत होगी.
भारत के ईटीवी नेटवर्क पर दिखाए जाने वाले इस साप्ताहिक कार्यक्रम की पहली कड़ी दो नवंबर की शाम टेलिविज़न पर प्रसारित होगी.
क्लिक करें ‘ग्लोबल इंडिया’ पर काम कर पत्रकारों की टीम लंदन में स्थित है, और उन सभी की कोशिश है कि इस कार्यक्रम में समसामयिक खबरों से लेकर संस्कृति, तकनीक, स्वास्थ्य, कला जगत और आम लोगों से जुड़े विषयों पर रिपोर्ट्स का समागम हो.
आइए ‘ग्लोबल इंडिया’ की टीम के चेहरों को पहचानें, जिनसे आप कई बार बीबीसी रेडियो या वेबसाइट के माध्यम से रूबरू हुए होंगे.

रूपा झा

रूपा झा
रूपा झा ‘ग्लोबल इंडिया’ की प्रमुख प्रस्तुतकर्ता है. बीबीसी हिंदी से लगभग दस साल से जुड़ीं रूपा ने इस दौरान संपादक, प्रोड्यूसर, प्रस्तुतकर्ता और रिपोर्टर की ज़िम्मेदारी निभाई है.
वे बीबीसी हिंदी रेडियो और वेबसाईट पर काम करने के साथ-साथ बीबीसी की अंग्रेजी सेवाओं में भी अपना योगदान देती रही हैं. उन्होंने भारत, ब्रिटेन, नाईजीरिया, भूटान, नेपाल और पाकिस्तान से रिपोर्टिंग का काम किया है.
रूपा को पत्रकारिता के लिए संयुक्त राष्ट्र का मीडिया अवार्ड और एशिया पसेफिक ब्रॉडकॉस्टिंग यूनियन अवार्ड से भी नवाज़ा गया है.
रूपा झा शास्त्रीय नृत्य कत्थक में रूचि रखती हैं और इन्होंने कई राष्ट्रीय, अतंरराष्ट्रीय नृत्य समारोहों में शिरकत की है.

राजेश प्रियदर्शी

राजेश प्रियदर्षी
पिछले 20 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे राजेश वर्ष 1997 में बीबीसी हिंदी से बतौर प्रोड्यूसर जुड़े. अब वो डेस्क एडिटर की भूमिका में कार्यरत हैं.
1992 में उन्होंने ‘इंडिया टुडे’ से हिंदी में पत्रकारिता की शुरुआत की थी. वे इराक़ युद्ध, कश्मीर चुनाव और विश्व कप क्रिकेट जैसी कई बड़ी घटनाओं की रिपोर्टिंग कर चुके हैं.
इंडिया टुडे के संपादकीय विभाग में कई महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियाँ संभालने के बाद भारत में वे ‘आकाशवाणी’ से बतौर समाचार वाचक भी जुड़े रहे थे.
1993 से 1997 के बीच राजेश लिंटास, एचटीए और एवरेस्ट जैसी एड एजेंसियों के लिए फ्रीलांस कॉपीराइट भी कर चुके हैं.

जतिंदर ढिल्लों

जतिंदर ढिल्लों
पिछले 10 वर्षों से बीबीसी में काम कर रहीं जतिंदर पिछले कुछ सालों से बीबीसी वर्ल्ड टीवी में कार्यरत हैं.
बीबीसी में उनकी शुरुआत टोरोंटो में कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन में हुई, जहां उन्होंने दो साल काम किया.
उसके बाद जतिंदर ने यूरोप में बीबीसी के मुख्य ब्यूरो, ब्रसल्स और फिर बर्लिन में काम किया. हाल में जतिंदर लंदन ओलंपिक की बीबीसी टीम का हिस्सा थीं.
अंग्रेज़ी के अलावा जतिंदर, फ्रेंच और जर्मन भाषा जानती हैं. बीबीसी से जुड़ने से पहले वो यूरोप में अंग्रेज़ी भाषा पढ़ाती थीं.

अपूर्व कृष्ण

अपूर्व कृष्ण
अपूर्व बीबीसी हिन्दी सेवा के साथ पिछले 11 वर्षों से जुड़े रहे हैं. कुछ माह दिल्ली में रहने के बाद वर्ष 2002 से वो लंदन में कार्यरत हैं.
बीबीसी से पहले वो समाचार चैनलों ‘ज़ी न्यूज़’ और ‘आज तक’ के साथ काम कर चुके हैं.
‘ज़ी न्यूज़’ के दिल्ली मुख्यालय में काम करने के बाद उन्होंने गुवाहाटी और कोलकाता में बतौर संवाददाता काम किया.
कोलकाता में ही वो ‘आज तक’ के टेलिविज़न समाचार चैनल से जुड़े.
इसके अलावा अपूर्व दिल्ली में आकाशवाणी की समाचार सेवा के साथ अस्थायी तौर पर काम भी कर चुके हैं.

दिव्या आर्य

दिव्या आर्य
करीब तीन वर्ष से बीबीसी में कार्यरत दिव्या आर्य, अंग्रेज़ी और हिन्दी भाषा में, बीबीसी वर्ल्ड टीवी, बीबीसीन्यूज़.कॉम और बीबीसी हिन्दी.कॉम के लिए कई वीडियो रिपोर्ट्स बना चुकी हैं.
वो कैमरा संभालने में भी निपुण हैं और अपनी कई रिपोर्ट्स की शूटिंग उन्होंने खुद ही की है. राजनीति, जातिगत भेदभाव, मानवाधिकार उल्लंघन इत्यादि से जुड़े मुद्दों पर रिपोर्टिंग करने के लिए वो भारत के कई इलाकों में घूम चुकी हैं.
बीबीसी से जुड़ने से पहले दिव्या, भारत के दो राष्ट्रीय समाचार टेलीविज़न चैनलों (आईबीएन-7 और स्टार न्यूज़) में बतौर संवाददाता और प्रोड्यूसर काम कर चुकी हैं.
बीबीसी में एक मल्टीमीडिया प्रोड्यूर होने के नाते वो हिन्दी सेवा के रेडियो प्रसारण और बीबीसीहिन्दी.कॉम के लिए कई भूमिकाओं में काम करती रही हैं.

पवन सिंह अतुल

पवन सिंह अतुल
12 वर्षों से पत्रकारिता जगत में काम कर रहे पवन, वर्ष 2006 में मल्टीमीडिया प्रोड्यूसर की भूमिका में बीबीसी से जुड़े.
बीबीसी से पहले पवन कई टेलिविज़न चैनलों और प्रोडक्शन हाउस में काम कर चुके हैं. वर्ष 2002 में वो ‘सहारा समय’ के हिन्दी समाचार चैनल के लॉन्च टीम का हिस्सा बने.
इससे पहले वो निम्बस कम्यूनिकेशन्स में बतौर एसोसिट प्रोड्यूसर काम कर रहे थे. वो उस टीम का हिस्सा थे जिसपर रोज़ाना छह घंटे के लाइव कार्यक्रम बनाने की ज़िम्मेदारी थी.
शेयर बाज़ार, अर्थव्यवस्था और वित्तीय मामलों पर केन्द्रित इन कार्यक्रमों का प्रसारण ‘दूरदर्शन’ पर होता था.

पारुल अग्रवाल

पारुल अग्रवाल
साल 2006 में टेलिविज़न पत्रकारिता से अपने करियर की शुरुआत करने वाली पारुल अग्रवाल दो साल पहले बीबीसी से जुड़ीं और बीबीसी हिंदी डॉट कॉम के अलावा बीबीसी रेडियो और वर्ल्ड टीवी के लिए काम कर चुकी हैं.
झारखंड, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के नक्सल प्रभावित इलाकों से जुड़ी खबरों के अलावा उन्होंने लंबे समय तक आईबीएन7 के लिए सिटीज़न जर्नलिस्ट नामक शो का संचालन भी किया है.
आम लोगों के संघर्ष और उनकी कहानियों से जुड़ी उनकी विशेष श्रृंखला सिटीज़न रिपोर्ट बीबीसी श्रोताओं और पाठकों के बीच भी बेहद लोकप्रिय रही है.
पत्रकारिता के अलावा रंगमंच और साहित्य में उनकी विशेष रुचि है.

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