शनिवार, 11 दिसंबर 2021

खबर ही खबर / कुमार सूरज

पीएम का ट्विटर हैंडल हैक 


 *प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ट्विटर हैंडल देर रात हैक कर लिया गया इससे क्रिप्टोकरेंसी को प्रमोट* करने वाला एक ट्वीट भी किया गया।। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने रविवार को एक ट्वीट में कहा कि पीएम मोदी का ट्विटर अकाउंट कुछ समय के लिए कॉम्प्रोमाइज हो गया था। मामला ट्विटर तक पहुंचा और पीएम के निजी ट्विटर हैंडल @narendramodi को तुरंत सुरक्षित कर लिया गया। पीएमओ ने यह भी कहा कि अकाउंट से छेड़छाड़ के दौरान शेयर किए गए किसी भी ट्वीट को इग्नोर करें। 


ट्विटर के अनुसार, यदि आपने अपना यूजर नेम और पासवर्ड किसी मलिशियस (दुर्भावनापूर्ण) थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन या वेबसाइट को सौंपा है, यदि आपका ट्विटर अकाउंट कमजोर पासवर्ड के कारण असुरक्षित है, यदि आपके कंप्यूटर पर वायरस या मैलवेयर पासवर्ड इकट्ठा कर रहे हैं, तो अकाउंट से छेड़छाड़ हो सकती है, या यदि आप एक कॉम्प्रोमाइज्ड नेटवर्क पर हैं। अप्रत्याशित अपडेट का हमेशा यह मतलब नहीं होता है कि आपका अकाउंट हैक कर लिया गया था। कभी-कभी, किसी थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन में एक बग हो सकता है जो अप्रत्याशित व्यवहार का कारण बनता है। यदि आप अजीब व्यवहार देखते हैं, तो अपना पासवर्ड बदलना और/या कनेक्शन रद्द करना इसे रोक देगा, क्योंकि एप्लिकेशन के पास अब आपके अकाउंट तक पहुंच नहीं होगी।


चीन की नीति के  खिलाफ  नयी रणनीति


अफगानिस्तान में चीन के बढ़ते दबदबे के बीच भारत गणतंत्र दिवस के लिए खास तैयारी कर* रहा है। भारत ने इस अवसर पर पांच मध्य एशियाई देशों के नेताओं को आमंत्रित करने की योजना बनाई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस ‘पंच’ के जरिए भारत अफगान क्षेत्र में चीन के ‘प्रपंच’ को सॉलिड जवाब देना चाहता है। 


भारत हर साल गणतंत्र दिवस परेड पर कुछ खास मेहमानों को आमंत्रित करता है। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक इस साल पांच मध्य एशियाई देशों के नेता भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इन देशों के नाम हैं, कजकिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान। इन देशों के नेताओं को बुलाने का मकसद, इनके साथ सहयोग, निवेश और रक्षा सहयोग की दिशा में पुख्ता कदम बढ़ाना है।


 साथ ही ईरान के चाभर पोर्ट के जरिए मध्य एशिया से जुड़ाव की संभावनाओं भी बल देना है। 18-19 दिसंबर को भारत और मध्य एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक के बाद इस पर बात आगे बढ़ने की संभावना है।


उल्लेखनीय हैं कि सेंट्रल एशिया के कजाकिस्तान से 2009 के गणतंत्र दिवस समारोह में तत्कालीन राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव ने शिरकत की थी। उनकी विजिट के दौरान दोनों देशों के बीच इस समझौते पर दस्तखत हुए थे कि कजाकिस्तान भारत को यूरेनियम सप्लाई करेगा। वहीं हाल ही में कजाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति के भारत दौरों से भी दोनों देशों के बीच संबंध मधुर हुए हैं। भारत के न्यूक्लियर प्लांट्स को यूरेनियम की सप्लाई को देखते हुए कजाकिस्तान की भी काफी अहमियत है।

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