कुंडली का सबसे अधिक संवेदनशील स्थान :/ सिन्हा आत्म स्वरूप
कुंडली का सप्तम स्थान यानी हस्वरूप मारे व्यापार, विवाह और वैवाहिक सुख ,हमारी दिनचर्या आदि से विशेष रूप से संबंधित है। इसकी स्तिथि हमारे जीवन मे सबसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण है ।
जरा सी स्तिथि बिगड़ी जैसे किसी पाप ग्रह का इस स्थान पर आ जाना या किसी मारक और पाप् ग्रह की दृष्टि इस पर पड़ना फिर क्या दशा अंतर्दशा आते ही आपका जीवन परेशानियों से घिर जाता है । आप के समझ मे ही नही आता कि क्या हो रहा है।
कभी जीवनसाथी से अनबन हो जाती है कभी काम धंधे में दिक्कतें आ जाती है। लाख प्रयास के बाद भी विवाह का न होना आदि आदि..
सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि ये हमारे जीवन की प्रतिदिन कि दिनचर्या से संबंधित है यानी सुबह भी टेंशन शाम भी और रात में भी सुकून नहीं।
वैदिक उपायो से इन समस्याओं को दूर कर जीवन मे खुशहाली और सुकून लाया जा सकता है
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