सोमवार, 31 जनवरी 2022

खबर ही खबर / कुमार सूरज

*उपेक्षा 


सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत 20 हजार से अधिक डाटा इंट्री ऑपरेटर, आईटी ब्वॉय* आदि को वेतनादि मामला देखने के लिए बेल्ट्रॉन ने एक बार फिर अपने पुराने आदेश को दरकिनार कर एजेंसी की सेवा लेने का निर्णय लिया है। 


सरकार के इस फैसले के खिलाफ बिहार राज्य डाटा इंट्री/कंप्यूटर ऑपरेटर संघ उतर गया है। संघ ने मंत्री व बेल्ट्रॉन के एमडी को पत्र लिखकर इस बाबत नाराजगी जताई है। पत्र में संघ ने कहा है कि वर्ष 2016 में बेल्ट्रान प्रबंधन द्वारा कोलकाता व पटना की दो आउटसोर्सिंग एजेंसी/सर्विस प्रोवाइडर पर ईएसआई व ईपीएफ घोटाला करने व सरकारी राशि के गबन का मामला पटना के शास्त्री नगर थाने में दर्ज कराया है। अब फिर से बेल्ट्रॉन में एजेंसियों की सेवा लेने की कार्रवाई की जा रही है। जबकि बेल्ट्रॉन के तत्कालीन एमडी राहुल सिंह ने सामान्य प्रशासन विभाग को दो बार पत्र लिखकर कहा था कि अगर एजेंसियों की सेवा नहीं ली जाए तो सरकार को 50 करोड़ की बचत होगी। साथ ही सरकारी राशि के गबन की गुंजाइश भी समाप्त हो जाएगी। 


बिहार राज्य डाटा इंट्री/कंप्यूटर ऑपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव विशाल कुमार ने कहा कि देश के किसी भी राज्य में लगातार दो दशकों से आउटसोर्सिंग के माध्यम से सरकारी कार्यालयों में काम नही लिया जा रहा है। सरकार एजेंसियों की सेवा समाप्त कर सीधे विभाग से सेवा लें।


राहत / इंटर परीक्षा 2022  कल से 


*बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा 2022 कल से शुरू होने* जा रही है। इंटर परीक्षा के लिए राज्यभर में 1471 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा 1 से 14 फरवरी तक आयोजित होगी।  इसमे 13 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा दो शिफ्ट - सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक और दोपहर 1:45 से शाम 5 बजे तक आयोजित की जाएंगी। छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक मिलेगा। पहली पाली के लिए 9.20 मिनट और दूसरी पाली के लिए 1.35 मिनट तक प्रवेश मिलेगा। परीक्षा हाल में प्रवेश से पहले दो बार परीक्षार्थी की जांच की जायेगी। 


परीक्षाओं में छात्र अब जूता-मोजा पहनकर परीक्षा दे सकते हैं। शीतलहर के कारण छात्रों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केंद्रों/परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है। 


अपना एडमिट कार्ड साथ जरूर लाएं। प्रवेश पत्र में त्रुटि होने पर आधार कार्ड, वोटर आई कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट या बैंक पासबुक से प्रवेश मिलेगा। प्रवेश पत्र गुम हो जाने पर उपस्थिति पत्रक से पहचान की जाएगी। प्रवेश पत्र एवं उपस्थिति पत्रक से परीक्षार्थी का मिलान किया जायेगा। 

 

परीक्षा केंद्र में कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स लेकर नहीं जाना है। 


परीक्षा हॉल में दूसरे परीक्षार्थी से बातचीत किया तो निष्कासित होंगे। 


बिहार बोर्ड परीक्षा 2022 : इंटर में प्रश्न पत्रों के 10 सेट होंगे, सवाल नहीं बदलेंगे


परीक्षा के दौरान अतिरिक्त उत्तरपुस्तिका नहीं मिलेगी। 


ओएमआर पर व्हाइटनर, इरेजर, नाखून, ब्लेड आदि का इस्तेमाल करने पर ओएमआर रद्द हो जायेगा


परीक्षा शुरू होने के एक घंटे तक बाहर जाने की नहीं होगी अनुमति


उत्तरपुस्तिका के पहले पन्ने के बायीं तरफ केवल विषय का नाम और उत्तर देने का माध्यम छात्रों द्वारा भरा जाएगा। वहीं प्रश्न पत्र के सेट कोड को उत्तर पुस्तिका में नीले या काले बॉल पेन से भरा जाना है। उत्तर पुस्तिका के दाहिने भाग में प्रश्न पत्र सेट कोड को बॉक्स में भरा जाएगा। 


इसके अलावा प्रश्न पत्र क्रमांक और छात्र अपना पूरा नाम और विषय का नाम लिख कर वहीं हस्ताक्षर करना है। बीच बार भाग को परीक्षार्थी छोड़ देंगे, क्योंकि यह भाग परीक्षक द्वारा भरा जाएगा। उत्तरपुस्तिका पर परीक्षार्थी का हस्ताक्षर नहीं रहेगा तो ओएमआर रद्द हो जाएगा।


मास्क लगाकर ही परीक्षा केंद्र पर प्रवेश मिलेगा। मास्क में ही परीक्षा देनी होगी। परीक्षा केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग व कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करना होगा। कक्षाओं के बाहर हैंड सेनेटाइजर भी रखा जायेगा। वहीं, हर छात्र को मास्क या फेस कवर पहन कर ही परीक्षा देना है। 


बिहार बोर्ड ने इंटर परीक्षा में दिव्यांग छात्रों को प्रति घंटा 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया है। दिव्यांग परीक्षार्थियां की सुविधा के लिए बैठने की व्यवस्था हर केंद्र पर ग्राउंड फ्लोर पर की गई है। जिन छात्रों को राइटर की सुविधा चाहिए, उन्हें डीईओ कार्यालय से संपर्क करना होगा।


3  सात फ़रवरी से खुलेंगे शैक्षणिक संस्थान



  कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की गति कम होने से राज्य के शैक्षणिक संस्थान 6 फरवरी के बाद खोले* जाने के आसार हैं। संक्रमण की मौजूदा दर कायम रही या और क्षीण पड़ी तो प्रदेश के सभी सरकारी व निजी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के 7 फरवरी से खोल देने की प्रबल संभावना है। हालांकि इसको लेकर अंतिम फैसला राज्य सरकार द्वारा गठित आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में लिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस समूह की बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 5 फरवरी को होगी क्योंकि कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार का वर्तमान दिशा-निर्देश 6 फरवरी तक के लिए प्रदेश में लागू है। जिसके तहत तमाम शैक्षणिक संस्थान तो बंद हैं लेकिन उनके दफ्तर 50 फीसदी उपस्थिति के साथ संचालित हो रहे हैं।


7 फरवरी से स्कूल खोले जाने की तैयारी को लेकर पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने सोमवार को कहा कि शिक्षा विभाग की मंशा है कि शिक्षण संस्थान खुलें। लेकिन बच्चों के स्वास्थ्य को जोखिम में डालकर हम स्कूल चलाना नहीं चाहते। कोरोना संक्रमण काफी कम हुआ है। आपदा प्रबंधन समूह स्कूल खोलने पर बच्चों के जोखिम का आकलन कर अंतिम फैसला करेगा। लगातार स्कूल बंद रहने से बच्चों को पढ़ाई का भारी नुकसान हुआ है। इसलिए हम चाहते हैं कि पढ़ाई की अनियमितता समाप्त हो।


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सामान्य हालत की उम्मीद



: *स्थानांतरण को लेकर निबंधन कार्यालयों में कार्य बहिष्कार के मामले पर मंत्री सुनील कुमार* ने कहा कि एक-दो दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी। उन्होंने इसके चलते राजस्व की किसी प्रकार की हानि से इनकार किया। कहा कि सोमवार तक संविदा पर बहाल 80 से 90 प्रतिशत कार्यपालक सहायक व कंप्यूटर ऑपरेटरों ने नई जगह पर योगदान दे दिया है। शनिवार को जिन दस्तावेजों का निबंधन नहीं हो पाया था, उनका एक-दो दिनों में निपटारा कर दिया जाएगा। निबंधन विभाग अभी तक 100 फीसद लक्ष्य से अधिक राजस्व की प्राप्ति कर चुका है।


कुमार सूरज

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