प्रवेशद्वार:दिल्ली
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दिल्ली प्रवेशद्वार
दिल्ली'(Punjabi: ਦਿੱਲੀ, Urdu: دلی, IPA: [d̪ɪlːiː]) , आस-पास के कुछ जिलों के साथ भारत का राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र है । इसमें नई दिल्ली
सम्मिलित है जो कि ऐतिहासिक पुरानी दिल्ली के बाद बसा था जहां केन्द्र
सरकार की कई प्रशासन संस्थायें हैं । औपचारिक रूप से नई दिल्ली भारत की
राजधानी है। दिल्ली १४८३ वर्ग किलोमीटर (५७२ वर्ग मील) में फैली है, यहां
की जनसंख्या लगभग १.४ करोड है। यहां बोली जाने वाली मुख्य भाषायें है: हिन्दी, उर्दू, पंजाबी, और अंग्रेज़ी| दिल्ली का ऐतिहासिक महत्व उत्तर भारत में इसके स्थान पर है । इसके दक्षिण पश्चिम में अरावली पहाड़ियां और पश्चिम में यमुना नदी है, जिसके किनारे यह बसा है । यह प्राचीन समय के गंगा के मैदान से होकर जानेवाले वाणिज्य पथों के रास्ते में पड़ने वाला मुख्य पड़ाव था।
हीरा एक पारदर्शी रत्न है। यह रासायनिक रूप से कार्बन का शुद्धतम रूप है। हीरा में प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ सह-संयोजी बन्ध द्वारा जुड़ा रहता है। कार्बन परमाणुओं के बाहरी कक्ष में उपस्थित सभी चारों इलेक्ट्रान सह-संयोजी बन्ध में भाग ले लेते हैं तथा एक भी इलेक्ट्रान संवतंत्र नहीं होता है। इसलिए हीरा ऊष्मा तथा विद्युत
का कुचालन होता है। हीरा में सभी कार्बन परमाणु बहुत ही शक्तिशाली
सह-संयोजी बन्ध द्वारा जुड़े होते हैं, इसलिए यह बहुत कठोर होता है। हीरा
प्राक्रतिक पदार्थो में सबसे कठोर पदार्थ है इसकी कठोरता के कारण इसका
प्रयोग कई उद्योगो तथा आभषणो में किया जाता है। विस्तार से पढ़ें
जलाल उद्दीन मोहम्मद अकबर मुगल वंश का तीसरा शासक था। अकबर को मुगल-ए-आज़म के नाम से भी जाना जाता है। सम्राट अकबर मुगल साम्राज्य के संस्थापक जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर का पोता और नासिरुद्दीन हुमायूं और हमीदा बानो का पुत्र था। बाबर का वंश तैमूर और मंगोल नेता चंगेज खां से था अर्थात उसके वंशज तैमूर लंग के खानदान से थे और मातृपक्ष का संबंध चंगेज खां से था। बादशाहों
में अकबर ही एक ऐसा बादशाह था, जिसे हिन्दू मुस्लिम दोनों वर्गों का बराबर
प्यार और सम्मान मिला। उसने हिन्दू-मुस्लिम संप्रदायों के बीच की दूरियां
कम करने के लिए दीन-ए-इलाही नामक धर्म की स्थापना की। उसके दरबार में नौ बुद्घिमान प्रतिभावान व्यक्ति नवरत्न
कहलाते थे। उसका दरबार सबके लिए हर समय खुला रहता था। उसके दरबार में
मुस्लिम सरदारों की अपेक्षा हिन्दू सरदार अधिक थे। अकबर ने हिन्दुओं पर
लगने वाला जज़िया
ही नहीं समाप्त किया ,बल्कि ऐसे अनेक कार्य किए जिनके कारण हिन्दू और
मुस्लिम दोनों उसके प्रशंसक बने। वह निश्चय ही एक महान सम्राट था। विस्तार में...
कुतुब मीनार विश्व की सर्वोच्च ईंट निर्मित इमारत है, और भारतीय इस्लामी स्थापत्यकला का अनूठा और विशेष नमूना है. यह अट्टालिका भारत के दक्षिण दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्थित है. कुतुब मीनार अपने कुतुब परिसर सहित युनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित है.
कुतुब मीनार 72.5 मीटर (237.86 फीट) ऊँची है, और इसमें ऊपर जाने के लिये 379 सीढियां हैं. इसके आधार पर व्यास 14.3 मी चौडा़ है, जो ऊपर जाकर शिखर पर 2.75 मीटर (9.02 फीट)
मीटर हो जाता है. इसको घेरे हुए, अहाते में भारतीय कला के कई उत्कृष्ट
उदाहरण मिलेंगे, जो इसके निर्माण काल सन 1193 या पूर्व के भी हैं. एक दूसरी
मीनार निर्माण की भी योजना थी, जो कि इस मीनार से दुगुनी ऊंची बननी
निश्चित की गयी थी, परंतु इसका निर्माण 12 मीटर पर ही आकस्मिक कारणों से
रुक गया.[पूरा पढ़ें]
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