सोमवार, 21 जनवरी 2013

गोवा मुक्ति संग्राम में स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका


गोवा मुक्ति संग्रा

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Monday, 19 December 2011 15:11
नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (एजेंसी) गोवा मुक्ति संग्राम की स्वर्ण जयंती के मौके पर राज्यसभा में आज कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने राज्य को 450 साल लंबे पुर्तगाली शासन को समाप्त कराने में देश के विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका का स्मरण किया।
कांग्रेस के शांताराम लक्ष्मण नाइक ने विशेष उल्लेख के जरिए यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि गोवा को पुर्तगाली शासन से मुक्त कराने के लिए स्थानीय लोगों के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब सहित देश के विभिन्न हिस्सों के स्वतंत्रता सेनानियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सेना भेजकर गोवा मुक्ति संग्राम में महत्वपूर्ण मदद दी थी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1987 में गोवा को पूर्ण राज्य दिलाने में अहम भूमिका निभायी। उन्होंने कहा कि गोवा को स्वतंत्र कराने में विभिन्न लोगों की भूमिका को भूलाया नहीं जा सकता। नाइक के साथ साथ विभिन्न दलों के सदस्यों ने भी इस मुद्दे से अपने को संबद्ध किया।
शिवेसना के भरत कुमार राउत ने विशेष उल्लेख के जरिए ही आकाशवाणी और दूरदर्शन के अस्थायी कर्मचारियों के वेतन को नियमित किए जाने की मांग की जबकि भाजपा के एम रामा जोइस ने देश के युवाओं में शराब के उपयोग को हतोत्साहित किए जाने की मांग की।
बसपा के अंबथ राजन ने विशेष उल्लेख के जरिए ही मांग की कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव के लिए कें्रद सरकार से राशि जारी की जाए वहीं अगप के कुमार दीपक दास ने पूर्वोत्तर राज्यों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून वापस लिए जाने की मांग की। माकपा के तपन कुमार सेन ने ठेका श्रम कानून में

सुधार किए जाने की आवश्यकता जतायी।
कांग्रेस के मोहम्मद अली खान ने देश में बुलेट ट्रेन शुरू किए जाने की मांग की जबकि माकपा के श्यामल चक्रवर्ती ने मां और बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बजटीय आवंटन में वृद्धि किए जाने की आवश्यकता जतायी।
भाजपा के कप्तान सिंह सोलंकी ने बनर्जी आयोग की रिपोर्ट के आधार पर कोयला की रायल्टी तय किए जाने की जरूरत पर बल दिया वहीं माकपा के मोइनुल हसन ने हिमालय क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता के संरक्षण के लिए ठोस नीति बनाए जाने की आवश्यकता जतायी।
कांग्रेस के रामचं्रद खूंटिया ने ओड़िशा में सांसद क्षेत्र विकास निधि :एमपीलैड: के उपयोग नहीं होने पर चिंता जतायी वहीं माकपा की टी एन सीमा ने खाड़ी देशों की जेलों में बंद भारतीय नागरिकों को रिहा कराए जाने की मांग की जबकि कांग्रेस की मैबल रिबेलो ने प्राकृतिक आपदाॐं से प्रभावित होने वाली महिलाओं और बच्चों को वित्तीय सहायता और विशेष ख्याल रखे जाने की जरूरत पर बल दिया।
निर्दलीय राजीव चं्रदशेखर ने भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि के लिए कदम उठाए जाने और माकपा के के एन बालगोपाल ने सार्वजनिक निजी हिस्सेदारी :पीपीपी: परियोजनाओं को सूचना का अधिकार कानून के दायरे में लाए जाने की मांग की।
भाजपा के ज्ञान प्रकाश पिलानिया ने पंजाब के मालवा क्षेत्र में कैंसरग्रस्त मरीजों की बढ़ती संख्या पर चिंता जतायी जबकि राकांपा के जर्नादन बाघमारे ने नए राज्यों के गठन की मांग पर विचार के लिए दूसरे राज्य पुनर्गठन आयोग के गठन की आवश्यकता जतायी।
भाजपा की अनुसूइया उइके ने मध्य प्रदेश के शहरों को भी मास्टर प्लान में शामिल करने की मांग की।

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