मंगलवार, 19 सितंबर 2023

गौतम गंभीर की नजर में धोनी



गौतम गंभीर ने कहा है कि धोनी नंबर 3 पर खेलकर खूब रन बनाते, पर उन्होंने ट्रॉफी जीतने के चक्कर में अपने रनों की कुर्बानी दे दी। उन्हें लगातार नंबर तीन पर खेलना चाहिए था, लेकिन धोनी निचले क्रम में चले गए। गौतम गंभीर ने यह बयान पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच एशिया कप के सुपर 4 मुकाबले के दौरान दिया। गंभीर ने इस दौरान बताया कि वह धोनी से पहली बार देवधर ट्रॉफी के ईस्ट जोन बनाम वेस्ट जोन के मैच के दौरान मिले थे। गौतम ने कहा कि उस मुकाबले में धोनी फर्स्ट डाउन बल्लेबाजी करने आए थे और उन्होंने 40 रन बनाए थे। वह पारी देखकर गौती को लगा था कि माही में काबिलियत है। हालांकि गौतम गंभीर ने कहा कि उन्हें महेंद्र सिंह धोनी के असली टैलेंट का आईडिया नैरोबी में हुआ था। 


नैरोबी में साल 2004 में गौतम और माही एक साथ इंडिया ए के लिए खेलने गए थे। धोनी ने 23 साल की उम्र में नैरोबी की ट्राई सीरीज में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए 2 शतक ठोके थे। साल भर के भीतर ही ODI डेब्यू करते हुए पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ ताबड़तोड़ शतक जड़कर लंबी जुल्फों वाले माही सबके फेवरेट बन गए। माही ने 5 अप्रैल 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ फर्स्ट डाउन खेलते हुए 123 गेंद पर 15 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 148 रन ठोके थे। श्रीलंका के खिलाफ जयपुर वनडे में 31 अक्टूबर 2005 को फर्स्ट डाउन बल्लेबाजी करते हुए धोनी ने 145 गेंद पर 15 चौकों और 10 छक्कों के साथ 183* रन बनाए थे। इस वक्त लगा था कि धोनी से बेहतर बल्लेबाज भारत को फर्स्ट डाउन खेलने के लिए दूसरा कोई नहीं मिल सकता। हालांकि बाद में माही बतौर टॉप ऑर्डर बल्लेबाज नहीं बल्कि बतौर फिनिशर खेलने लगे।


गौतम गंभीर ने कहा कि अगर महेंद्र सिंह धोनी भारत के लिए नंबर 3 पर लंबे अरसे तक खेलते, तो उनके नाम के आगे काफी रन जुड़े होते। लेकिन धोनी ने सिर्फ ट्रॉफी जीतने के लिए वो रन कुर्बान कर दिए। दरअसल धोनी ने बतौर कप्तान 14 दिसंबर 2007 को अपना पहला मैच खेला था। 16 साल बाद इसी अवसर पर गौतम गंभीर से माही की कप्तानी और बल्लेबाजी को लेकर सवाल किया गया था। धोनी ने 350 वनडे मुकाबले की 297 पारियों में 50.57 की एवरेज और 87.56 की स्ट्राइक रेट से 10773 रन बनाए। धोनी ने नंबर तीन पर भारत के लिए 30 वनडे पारियां खेलीं, जहां उन्होंने 82.75 की औसत और 99.70 की स्ट्राइक रेट से 993 रन बनाए। इस दौरान माही ने 6 अर्धशतक और 2 शतक लगाए। धोनी का सर्वाधिक स्कोर 183* रहा और वह 4 बार नाबाद लौटे। 


धोनी ने ज्यादातर भारत के लिए वनडे में नंबर 6 पर बल्लेबाजी की। इस पोजीशन पर माही ने 129 पारियों में 4164 रन बनाए। धोनी का औसत 47.32 और स्ट्राइक रेट 83.82 रहा। नंबर 6 पर खेलते हुए धोनी के बल्ले से 30 अर्धशतक और 1 शतक आया। इस पोजीशन पर धोनी 41 बार नॉट आउट लौटे। इसके अलावा नंबर 5 पर खेलते हुए धोनी ने 83 ODI पारियों में 50.30 की औसत और 83.16 की स्ट्राइक रेट से 3169 रन बनाए। यहां माही ने 18 अर्धशतक और 4 शतक आए। नंबर 5 पर खेलते हुए धोनी 20 बार नाबाद वापस आए। हालांकि धोनी ODI में नंबर 3 के अलावा किसी भी पोजीशन पर 80 से ज्यादा की एवरेज हासिल नहीं कर सके। यह  सवाल लंबे अरसे से क्रिकेट प्रेमियों को परेशान करता रहा है कि अगर महेंद्र सिंह धोनी ने पूरे ODI करियर में भारत के लिए सिर्फ नंबर 3 पर बल्लेबाजी की होती, तो वह कितने रन बनाते?  Lekhanbaji को बताएं कि आपके हिसाब से धोनी ने नंबर 3 पर लंबे वक्त तक ना खेलकर सही किया या गलत? 🌻


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