प्रस्तुति - पंकज सोनी, लाल सिंह
वर्धा
सरकारें जिम्मेदार हो रही हैं, अपनी गलती मान रही है. दक्षिण कोरिया में हुए फेरी हादसे के करीब दो हफ्ते बाद राष्ट्रपति पाक गुन ये ने मारे गए लोगों के परिवार वालों से माफी मांगी है और कहा कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा.
एक बयान जारी कर राष्ट्रपति पाक ने कहा है, "मैं लोगों से माफी चाहती हूं कि इतने लोगों को अपनी
जान गंवानी पड़ी. हमें दृढ़ निश्चय करना होगा कि हम कोरिया गणराज्य की पूरी सुरक्षा प्रणाली को
मजबूत बनाने पर काम करें." मारे गए लोगों में अधिकतर डैनवॉन हाईस्कूल के छात्र हैं. राष्ट्रपति
पाक छात्रों की याद में स्कूल के करीब बने स्मारक पर पहुंचीं. काले कपड़े पहने पाक गुन ये ने
स्मारक पर एक फूल भी रखा.
फेरी दुर्घटना के बाद समुद्र से सौ से ज्यादा लाशें निकाली जा चुकी हैं पर अभी भी कई गुमशुदा हैं जिन्हें अब मृत घोषित कर दिया गया है. जिस हालत में शव मिल रहे हैं, वह दर्दनाक है. एक गोताखोर ने बताया कि उसे दो छात्रों के शव मिले जिन्होंने लाइफबेल्ट की मदद से खुद को एक दूसरे से बांधा हुआ था. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस समय हालात कैसे रहे होंगे.
16 अप्रैल को हुए इस हादसे की जांच जारी है. हादसे में 302 लोगों की जानें गयी हैं और इसे पिछले 21 साल में देश का सबसे बुरा समुद्री हादसा बताया जा रहा है. पिछले दो हफ्ते से पाक और उनकी सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है कि उन्होंने वक्त रहते मदद नहीं पहुंचाई. इस बीच ऐसी रिपोर्टें आई हैँ कि जहाज के क्रू का रवैया गैरजिम्मेदाराना था. कप्तान और नेविगेशन से जुड़े दूसरे सदस्यों को हिरासत में लिया जा चुका है. कप्तान पर आरोप है कि यात्रियों की बचाने की जगह वह खुद ही डूबते जहाज से भाग निकला. राष्ट्रपति पाक ने इसे 'कातिलाना हरकत' कहा है.
जहाज कंपनी के दफ्तर और मालिकों के घरों पर छापा मारा गया है. कंपनी में दो भाइयों का पैसा लगा है. उनके पिता यू बेंग येन के घर भी छापा मारा गया है. हालांकि पिता का कहना है कि उनका कंपनी से कुछ भी लेना देना नहीं है. 90 के दशक में यू धोखाधड़ी के मामले में चार साल जेल में बिता चुके हैं. प्रधानमंत्री जांग हो वान ने हादसे की जिम्मदारी लेते हुए राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंप दिया है.
आईबी/एमजे (रॉयटर्स)
फेरी दुर्घटना के बाद समुद्र से सौ से ज्यादा लाशें निकाली जा चुकी हैं पर अभी भी कई गुमशुदा हैं जिन्हें अब मृत घोषित कर दिया गया है. जिस हालत में शव मिल रहे हैं, वह दर्दनाक है. एक गोताखोर ने बताया कि उसे दो छात्रों के शव मिले जिन्होंने लाइफबेल्ट की मदद से खुद को एक दूसरे से बांधा हुआ था. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस समय हालात कैसे रहे होंगे.
16 अप्रैल को हुए इस हादसे की जांच जारी है. हादसे में 302 लोगों की जानें गयी हैं और इसे पिछले 21 साल में देश का सबसे बुरा समुद्री हादसा बताया जा रहा है. पिछले दो हफ्ते से पाक और उनकी सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है कि उन्होंने वक्त रहते मदद नहीं पहुंचाई. इस बीच ऐसी रिपोर्टें आई हैँ कि जहाज के क्रू का रवैया गैरजिम्मेदाराना था. कप्तान और नेविगेशन से जुड़े दूसरे सदस्यों को हिरासत में लिया जा चुका है. कप्तान पर आरोप है कि यात्रियों की बचाने की जगह वह खुद ही डूबते जहाज से भाग निकला. राष्ट्रपति पाक ने इसे 'कातिलाना हरकत' कहा है.
जहाज कंपनी के दफ्तर और मालिकों के घरों पर छापा मारा गया है. कंपनी में दो भाइयों का पैसा लगा है. उनके पिता यू बेंग येन के घर भी छापा मारा गया है. हालांकि पिता का कहना है कि उनका कंपनी से कुछ भी लेना देना नहीं है. 90 के दशक में यू धोखाधड़ी के मामले में चार साल जेल में बिता चुके हैं. प्रधानमंत्री जांग हो वान ने हादसे की जिम्मदारी लेते हुए राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंप दिया है.
आईबी/एमजे (रॉयटर्स)
- तारीख 29.04.2014
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