गुरुवार, 24 अप्रैल 2014

भारत में मोबाइल युग




उत्तर प्रदेश, हरियाणा और बिहार की कई खाप पंचायतों ने नौजवान लड़कियों के मोबाइल फ़ोन रखने और उसके इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है. पढ़िए क्या कहना है एक लड़की का और एक खाप समर्थक का.
बेपरवाह होकर क्लास बंक करने पर किसी को भी परीक्षा में बैठने से रोका जा सकता है, लेकिन एक नया ऐप आपको योजना बनाकर क्लास बंक करने की आज़ादी देता है.
फ़ोन कितना भी स्मार्ट क्यों ना हो उसकी बैटरी लोगों को धोखा देती रहती है. ऐसे में क्या हैं वो तरकीबें जिनकी मदद से आप अपने मोबाइल फ़ोन की बैटरी की उम्र लंबी कर सकते हैं.
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोगों की मोबाइल ऐप पर निर्भरता लगातार बढ़ रही है. एक नज़र ऐसे 50 मोबाइल ऐप पर, जिन्होंने हमारी ज़िंदगी को आसान बनाया है, वो भी बिल्कुल मुफ़्त.
स्मार्टफ़ोन तेज़ी से लोगों के जीवन का हिस्सा बन रहा है या यूं कहें कि बन चुका है. इसी ने मौका दिया कुछ नया करने का.
टेक्नोलॉजी की दुनिया में कुछ भी स्थाई नहीं होता और कोई एक तकनीक लंबे समय तक नहीं टिकती, मोबाइल की दुनिया भी कुछ ऐसी ही है.

नेटवर्क और इंटरनेट

  • मोबाइल इंटरनेट के बढ़ते दायरे के साथ ही बाज़ार में उतारी जा रही है सेलुलर नेटवर्किंग की नई तकनीकें, जिनके बारे में आप में से कई लोग जानते होंगे और कई नहीं.
  • इंटरनेट कंपनियां मानती है कि अगली क्रांति मोबाइल क्षेत्र में आ सकती है. लेकिन नेटवर्क कनेक्टिविटी को लेकर क्या किए जा रहे हैं सुधार?

विशेषज्ञों की राय

  • करीब सवा अरब की आबादी वाले भारत में करोड़ों मोबाइल उपभोक्ता है और उनमें भी स्मार्ट़फ़ोन वालों का आंकड़ा तेज़ी से बढ़ रहा है. इसी के साथ बढ़ रहा है मोबाइल विज्ञापन का बाज़ार भी. पढ़िए इस बारे में क्या कह रहे हैं मोबाइल व्यापार विशेषज्ञ.
  • मोबाइल फ़ोन ने हर वक्त हमें ऑनलाइन रहने की सुविधा दी लेकिन सोशल मीडिया से जुड़कर ये सुविधा क्या मुसीबत बनती जा रही है? फेसबुक-ट्विटर पर क्यों टूट रहे हैं रिश्ते? कौन कर रहा है हर वक्त आपकी निगरानी?
  • मोबाइल इंडियन: अजनबी फ़ोन नंबरों से हर दिन आपको न जाने कितने कॉल आते होंगे, ‘दो मिनट’ बात करने के लिए, जिससे आप झुंझलाते भी होंगे. बच निकलने की कोशिश भी करते है...लेकिन!

ज़रूर पढ़ें

तस्वीरें

  • जब फ़ोन स्मार्ट हो चुके हैं तो एक्सेसरीज़ क्यों पीछे छूटें? क्या आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि आने वाले समय में मोबाइल गैजेट क्या-क्या कर पाएंगे, शायद नहीं.

वीडियो

ग्रीन मोबाइल

  • आपका मोबाइल रिंगटोन बजता रहे इसके लिए मोबाइल कंपनियां हर साल करोड़ों का डीज़ल फूंक देती हैं. लेकिन अब हालात बदल रहे हैं और कंपनियां डीज़ल खर्च में कटौती के लिए नए उपाय ढूंढ रही हैं.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें