बुधवार, 19 नवंबर 2014

इतिहास के आईने में तिथिक्रम गया का विकास



 

 

डाॅ. राकेश कुमार सिन्हा रवि 

 

प्रस्तुति-- प्यासा रूपक, स्वामी शरण

 

प्राचीन काल

प्रारम्भ से हर्षवर्द्धन काल तक

  • श्वेत वाराह कालपूर्व वैदिक काल प्रथम चरण-गया तीर्थ का अभ्युदय।
2777 ई॰ पू॰
राजर्षि मनु के पोते द्वारा महायज्ञ सम्पन्न।
2000 ई॰पू॰
राजा गय का शासन।
1409 ई॰पू॰
कोल राजवंश का काल प्रारंभ।
1280 ई॰पू॰
वृहद्रथ वंशी राजाओं का राज्य प्रारंभ।
628 ई॰पू॰
बुद्ध के पितामह अयोधन का गया आगमन।
600 ई॰पू॰
कश्यप त्रय उरुविल्ब, गया और नदी का गया क्षेत्र में शासन।
533 ई॰पू॰
तथागत का गया तीर्थ में आगमन।
528 ई॰पू॰
ऊरुबेला बोधगया में तथागत को ज्ञान प्राप्त।
258 ई॰पू॰
राजा अशोक का गया-बोधगया भ्रमण, बराबर पर्वत पर गुफा निर्माण।
220 ई॰पू॰
अशोक के पौत्र दशरथ द्वारा बराबर पर गुफा निर्माण।
49 ई॰पू॰
कलिंगराज खारवेल का बराबर पर्वत आगमन की अनुश्रुतिगत तिथि।
126 ई॰
कुषाण राजा हुविष्क के प्रतिनिधि का गया-बोधगया भ्रमण।
350 ई॰
सिंहल नरेश मेघवर्मन राजा समुद्रगुप्त के समय बोधगया में संधाराम बना।
409 ई॰
चीनी यात्री फाह्यान का गया आगमन।
593 ई॰
फसली साल की शुरुआत मौखरी राजा अवन्तिवर्मन 580-600 ई॰ के समय में।
600 ई॰
बंगाल के शैव नरेश शशांक ने बोधिद्रुम का नाश किया।
602 ई॰
मगध नरेश पूर्ण वर्मा पूर्णवर्मन द्वारा महाबोधि तरु का उद्धार।
636-637 ई॰
चीनी यात्री ह्वेनसांग का गया-बोधगया भ्रमण।

मध्यकाल

हर्षवर्द्धन काल से मुगल काल तक

655-675 ई॰
मगध के गुप्त वंश के महान् राजा आदित्यसेन का कार्यकाल।
676 ई॰
चीनी यात्री इत्सिंग का गया आगमन।
798 ई॰
राष्ट्कूट नरेश गोविंद तृतीय का गया आगमन।

इतिहासकार डाॅ॰ अनन्त सदाशिव अल्तेकर के अनुसार

801 ई॰
आदि शंकराचार्य का गया आगमन।
806 ई॰
पालराज धर्मपाल के जमाने में बोधगया में चतुर्मखी महादेव की स्थापना।
976 ई॰
हर प्रसाद शास्त्री की कृति में गया का विशेष वर्णन।
1001 ई॰
वृद्ध परपिता महेश्वर मंदिर का निर्माण।
1014 ई॰
रामशिला पर्वत के ऊपर मंदिर का निचला भाग पूर्ण।
1046 ई॰
पाल राजा नयपाल द्वारा अक्षयवट के समीपस्थ सत्र का निर्माण।
1113 ई॰
मुहम्मद वख्तियार खिलजी का गया क्षेत्र पर आक्रमण।
1175 ई॰
राजा गोविन्द पाल द्वारा गदाधर विष्णु मंदिर का निर्माण।
1229-1230 ई॰
स्वामी माध्वाचार्य का गयातीर्थ कर्म सम्पन्न।
1234-1236 ई॰
तिब्बती तीर्थ यात्री धर्म स्वामिन का गया-बोध्गया भ्रमण।
1244 ई॰
जामा मस्जिद गया का बुनियादी वर्ष।
1419 ई॰
उदयपुर के महाराज लक्षा का गया आगमन।
1451-1452 ई॰
महाराज जोध जी का गया आगमन।
1508 ई॰
गुरुनानक का गय आगमन वैशाख में।
1508 ई॰
श्री चैतन्य महाप्रभु का गया आगमन आश्विन में।
1538 ई॰
गुरुनानक पुत्र श्रीचन्द महाराज का गया आगमन।
1577 ई॰
अकबर के नवरत्नांे में एक टोडरमल का गया आगमन।
1587 ई॰
राजा मान सिंह का गया प्रवास काल। मानपुर में बसावट प्रारम्भ।
1666 ई॰
सिखों के नौवें गुरु तेज बहादुर जी गया आए।
1688 ई॰
शहरचंद गयापाल ने गया शहर को व्यवस्थित कराया।
1680 ई॰
दुःखहरणी फाटक का निर्माण पूर्ण।

आधुनिक काल

मुगलकाल से अबतक

1743 ई॰
मराठा शासक बाला जी का गया आगमन।
1750 ई॰
जर्मन यात्री ट्रिफेनथेलर की गया यात्रा।
1761 ई॰
दिल्ली सम्राट शाह आलम एवं कम्पनी सेना के बीच मानपुर में युद्ध।
1766-1787 ई॰
श्री विष्णुपद का पुनर्निर्माण सर्वेक्षण कार्य से कार्यान्त तक।
1787 ई॰
गया को बिहार जिला का मुख्यालय बनाया गया।
1787 ई॰
गया का उत्तरी भाग साहबगंज साहेबगंज के नाम से बसना शुरु।
1787 ई॰
मि. थामस लाॅ गया जिले के प्रथम कलक्टर बने।
1790 ई॰
श्री विष्णुपद में अंग्रेज अधिकारी प्रफांसिंस गिलैण्डर्स द्वारा विशाल घंटा दान।
1811-1812 ई॰
अंग्रेज यात्री सर्वेयर प्रफांसिस बुकानन का गया आगमन और पुरास्थलों का सिलसिलेवार परिदर्शन।
1815 ई॰
सत्संग आश्रम की स्थापना परिसर में विद्यमान घंटा पर अंकित तथ्यानुसार।
1824 ई॰
बाबा प्रीतमदास के करकमलों से पंचायती अखाड़ा का निर्माण संपन्न।
1835 ई॰
श्री रामकृष्ण परमहंस के पिता श्री क्षुदीराम चट्टोपाध्याय का गया आगमन।
1835 ई.
गया में अंग्रेजी माध्यम का प्रथम विद्यालय खुला।
1842 ई.
मि. शेरविल ने आध्ुनिक काल में गया का पहला नक्शा बनाया।
1843 ई.
गया की भूमि में प्रथम चर्च का निर्माण पूर्ण।
1845 ई.
गया में पहला सरकारी स्कूल खुला।
1855 ई.
गया म्यूजियम सह पब्लिक लाइब्रेरी स्थापित।
1858 ई.
जिला स्कूल की स्थापना।
1865 ई.
गया जिले का विधिवत् गठन 3 अक्टूबर।
1866 ई.
गया म्यूनिसिपैलिटी की स्थापना।
1870 ई.
भयंकर आंधी के कारण उजड़े बोधिवृक्ष का पुनर्रोपन।
1876 ई.
पटना-गया रेलमार्ग पूर्ण।
  • 1881, 1886 और 1902 ई. स्वामी विवेकानंद की गया-बोधगया यात्रा।
1882 ई.
गया बार एसोसिएशन की स्थापना।
1883 ई.
श्री श्री विजय कृष्ण गोस्वामी को आकाश गंगा में दीक्षा लाभ।
1887 ई.
हराचन्द हाई स्कूल स्थापित।
1887 ई.
गया गोशाला गोरक्षणी, मानपुर, गया की स्थापना।
1887 ई.
ओल्ढ़ह्म टावर का निर्माण पूर्ण, यही टावर अब राजेन्द्र टावर के नाम से जाना जाता है।
1887 ई.
जिला बोर्ड, गया का गठन।
1887 ई.
पिलग्रीम अस्पाल स्थापित।
1891 ई.
महाबोधि सोसाइटी आॅफ इंडिया की स्थापना।
1891-93 ई.
ग्रियर्सन कूप का निर्माण काल।
1894 ई.
हरिदास सेमिनरी स्कूल की स्थापना।
1895 ई.
लेडी एलगीन जनाना हाॅस्पिटल स्थापित, लेडी डपफरिन फंड से।
1895 ई.
गया-क्यूल रेलमार्ग पूर्ण।
1900 ई.
गया-मुगलसराय ग्रैण्ड काॅड लाईन रेलमार्ग पूर्ण।
1901 ई.
गया में हिन्दी साहित्य सभा का गठन।
1906 ई.
गया रेलवे स्टेशन का निर्माण पूर्ण।
1911 ई.
श्री मन्नुलाल पुस्तकालय की स्थापना।
1914 ई.
गया जेल प्रेस की स्थापना, ढ़ाका से स्थानान्तरोपरांत।
1915 ई.
थियोसोपिफकल माॅडल विद्यालय स्थापित।
1916 ई.
गया सेन्ट्रल जेल का निर्माण।
1916 ई.
गया क्लब स्थापित।
1919 ई.
गया प्रधन डाकघर की स्थापना।
1920 ई.
लाॅजिंग हाउस कमिटी का गठन।
  • 1921, 1925, 1927 और 1934 ई. गांधी जी का गया आगमन।
1922 ई.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 32वाँ अधिवेशन, जेल में रहने से गांधी जी नहीं शामिल हो सके।
1925 ई.
गया में इम्पीरियल बैंक आॅफ इंण्डिया की शाखा स्थापित।
1930 ई.
गया के थियोसोफिकल हाॅल में चतुर्थ महिला सम्मेलन।
1930 ई.
कुष्ट रोग अस्पताल की स्थापना।
1932 ई.
राजेन्द्र आश्रम की कुमार वीरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा स्थापना।
1934 ई.
गया सेन्ट्रल जेल में क्रांतिकारी बैकुण्ठ शुक्ल को फाँसी।
1934 ई.
गया जिला गौरक्षण सम्मेलन का प्रथम समारोह संपन्न।
1934 ई.
गया जिला स्पोर्टस एसोसिएशन्स की स्थापना।
1935 ई.
वीर सावरकर और डाॅ. युंगे का गया आगमन।
1937 ई.
गया काॅटन मिल की स्थापना।
1939 ई.
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का गया शाखा स्थापित।
1939 ई.
अखिल भारतीय किसान सभा का अधिवेशन।
1940 ई.
जिन्ना का गया आगमन।
1940 ई.
सेन्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया गया शाखा स्थापित।
1944 ई.
गया काॅलेज की स्थापना।
1948 ई.
गया फायर स्टेशन की स्थापना।
1948 ई.
गांधी जी का स्मारक गांधी मंडप का निर्माण शुरु।
1949 ई.
हिन्दी साहित्य सम्मेलन गया की स्थापना।
1950 ई.
‘गया के लेखक और कवि’ पुस्तक का प्रकाशन।
1953 ई.
गौतम बुद्ध महिला महाविद्यालय स्थापित।
1954 ई.
छठा अखिल भारतीय सर्वोदय सम्मेलन का बोधगया में आयोजन, जिसमें जेपी भूदान यज्ञ के जीवनदानी बने।
1954 ई.
बिहार राज्य पथ परिवहन का गया डिविजन स्थापित।
1955 ई.
विनोवा भावे का गया आगमन।
1956 ई.
तथागत के जन्म के 2500वें जन्म संस्कार पूर्ण होने पर विशेष कार्यक्रम बोधगया क्षेत्र में।
1961 ई.
गया डेयरी की स्थापना।
1962 ई.
मगध विश्वविद्यालय, बोधगया की स्थापना।
1964 ई.
अनुग्रह मेमोरियल काॅलेज स्थापित।
1964 ई.
डाॅ. सर्वपल्ली राधकृष्ण द्वारा मगध विश्वविद्यालय का शिलान्यास।
1972 ई.
रेडक्राॅस गया की शाखा स्थापना।
1972 ई.
गया से कटकर नवादा और औरंगाबाद स्वतंत्र जिला बना।
1974 -75 ई.
अहिंसा स्तम्भ का निर्माण।
1981 ई.
मगध वि.वि. में 42वां भारतीय इतिहास कांग्रेस।
1981 ई.
गया में मगध प्रमण्डल का मुख्यालय निर्माण।
1983 ई.
गया म्यूनिस्पलिटी नगर निगम में परिवर्तित।
1984 ई.
गया में दूरदर्शन टावर की स्थापना।
1986 ई.
गया दूरसंचार केन्द्र ,पीआरएक्स-की स्थापना, जो बिहार में प्रथम है।
1986 ई.
जहानाबाद अनुमंडल जिला बना।
1992 ई.
गया में पितृवाटिका की स्थापना।
1993 ई.
विश्व इस्लामिक सम्मेलन, इन्जतमाद्ध का आयोजन।
1995 ई.
गया पितृपक्ष मेला में प्रशासन द्वारा पहली बार स्मारिका नाम-चरणामृतद्ध प्रकाशित
1996 ई.
गया पितृपक्ष मेला में ‘जीतोदय की पुकार’ पाक्षिक ने सायं दैनिक प्रारम्भ किया।
1998 ई.
बोध्गया में प्रथम बौद्ध महोत्सव।
2003 ई.
बोधगया के महाबोधि महाविहार को यूएनईएससीओ द्वारा विश्वदाय स्मारक में स्थान।
2004 ई.
डाक टिकट प्रदर्शनी ‘गयापेक्स’ सम्पन्न।
2006 ई.
तथागत के जन्म के 2550वें जयन्ती पर विशेष कार्यक्रम।
2007 ई.
दैनिक प्रभात खबर ने पितृपक्ष मेला में प्रत्येक दिन परिशिष्ट का प्रकाशन।
2008 ई.
मविवि बोधगया में प्रथम बिहार राज्य अंतर विश्वविद्यालय सांस्कृतिक महोत्सव -‘तरंग’।
2008 ई.
जिलाध्किारी क्रम में 135वें स्थान पर संजय कुमार सिंह का गया आगमन।
2008 ई.
गांधी मैदान में पुस्तक मेला का पहली बार आयोजन।
2009 ई.
गया जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 60वीं वर्षगांठ पर विशेष कार्यक्रम।
संदर्भः- यात्रा 2010 डाॅ. राकेश कुमार सिन्हा रवि

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें