डाॅ. राकेश कुमार सिन्हा रवि
प्रस्तुति-- प्यासा रूपक, स्वामी शरण
प्राचीन काल
प्रारम्भ से हर्षवर्द्धन काल तक
- श्वेत वाराह कालपूर्व वैदिक काल प्रथम चरण-गया तीर्थ का अभ्युदय।
- 2777 ई॰ पू॰
- राजर्षि मनु के पोते द्वारा महायज्ञ सम्पन्न।
- 2000 ई॰पू॰
- राजा गय का शासन।
- 1409 ई॰पू॰
- कोल राजवंश का काल प्रारंभ।
- 1280 ई॰पू॰
- वृहद्रथ वंशी राजाओं का राज्य प्रारंभ।
- 628 ई॰पू॰
- बुद्ध के पितामह अयोधन का गया आगमन।
- 600 ई॰पू॰
- कश्यप त्रय उरुविल्ब, गया और नदी का गया क्षेत्र में शासन।
- 533 ई॰पू॰
- तथागत का गया तीर्थ में आगमन।
- 528 ई॰पू॰
- ऊरुबेला बोधगया में तथागत को ज्ञान प्राप्त।
- 258 ई॰पू॰
- राजा अशोक का गया-बोधगया भ्रमण, बराबर पर्वत पर गुफा निर्माण।
- 220 ई॰पू॰
- अशोक के पौत्र दशरथ द्वारा बराबर पर गुफा निर्माण।
- 49 ई॰पू॰
- कलिंगराज खारवेल का बराबर पर्वत आगमन की अनुश्रुतिगत तिथि।
- 126 ई॰
- कुषाण राजा हुविष्क के प्रतिनिधि का गया-बोधगया भ्रमण।
- 350 ई॰
- सिंहल नरेश मेघवर्मन राजा समुद्रगुप्त के समय बोधगया में संधाराम बना।
- 409 ई॰
- चीनी यात्री फाह्यान का गया आगमन।
- 593 ई॰
- फसली साल की शुरुआत मौखरी राजा अवन्तिवर्मन 580-600 ई॰ के समय में।
- 600 ई॰
- बंगाल के शैव नरेश शशांक ने बोधिद्रुम का नाश किया।
- 602 ई॰
- मगध नरेश पूर्ण वर्मा पूर्णवर्मन द्वारा महाबोधि तरु का उद्धार।
- 636-637 ई॰
- चीनी यात्री ह्वेनसांग का गया-बोधगया भ्रमण।
मध्यकाल
हर्षवर्द्धन काल से मुगल काल तक
- 655-675 ई॰
- मगध के गुप्त वंश के महान् राजा आदित्यसेन का कार्यकाल।
- 676 ई॰
- चीनी यात्री इत्सिंग का गया आगमन।
- 798 ई॰
- राष्ट्कूट नरेश गोविंद तृतीय का गया आगमन।
इतिहासकार डाॅ॰ अनन्त सदाशिव अल्तेकर के अनुसार
- 801 ई॰
- आदि शंकराचार्य का गया आगमन।
- 806 ई॰
- पालराज धर्मपाल के जमाने में बोधगया में चतुर्मखी महादेव की स्थापना।
- 976 ई॰
- हर प्रसाद शास्त्री की कृति में गया का विशेष वर्णन।
- 1001 ई॰
- वृद्ध परपिता महेश्वर मंदिर का निर्माण।
- 1014 ई॰
- रामशिला पर्वत के ऊपर मंदिर का निचला भाग पूर्ण।
- 1046 ई॰
- पाल राजा नयपाल द्वारा अक्षयवट के समीपस्थ सत्र का निर्माण।
- 1113 ई॰
- मुहम्मद वख्तियार खिलजी का गया क्षेत्र पर आक्रमण।
- 1175 ई॰
- राजा गोविन्द पाल द्वारा गदाधर विष्णु मंदिर का निर्माण।
- 1229-1230 ई॰
- स्वामी माध्वाचार्य का गयातीर्थ कर्म सम्पन्न।
- 1234-1236 ई॰
- तिब्बती तीर्थ यात्री धर्म स्वामिन का गया-बोध्गया भ्रमण।
- 1244 ई॰
- जामा मस्जिद गया का बुनियादी वर्ष।
- 1419 ई॰
- उदयपुर के महाराज लक्षा का गया आगमन।
- 1451-1452 ई॰
- महाराज जोध जी का गया आगमन।
- 1508 ई॰
- गुरुनानक का गय आगमन वैशाख में।
- 1508 ई॰
- श्री चैतन्य महाप्रभु का गया आगमन आश्विन में।
- 1538 ई॰
- गुरुनानक पुत्र श्रीचन्द महाराज का गया आगमन।
- 1577 ई॰
- अकबर के नवरत्नांे में एक टोडरमल का गया आगमन।
- 1587 ई॰
- राजा मान सिंह का गया प्रवास काल। मानपुर में बसावट प्रारम्भ।
- 1666 ई॰
- सिखों के नौवें गुरु तेज बहादुर जी गया आए।
- 1688 ई॰
- शहरचंद गयापाल ने गया शहर को व्यवस्थित कराया।
- 1680 ई॰
- दुःखहरणी फाटक का निर्माण पूर्ण।
आधुनिक काल
मुगलकाल से अबतक
- 1743 ई॰
- मराठा शासक बाला जी का गया आगमन।
- 1750 ई॰
- जर्मन यात्री ट्रिफेनथेलर की गया यात्रा।
- 1761 ई॰
- दिल्ली सम्राट शाह आलम एवं कम्पनी सेना के बीच मानपुर में युद्ध।
- 1766-1787 ई॰
- श्री विष्णुपद का पुनर्निर्माण सर्वेक्षण कार्य से कार्यान्त तक।
- 1787 ई॰
- गया को बिहार जिला का मुख्यालय बनाया गया।
- 1787 ई॰
- गया का उत्तरी भाग साहबगंज साहेबगंज के नाम से बसना शुरु।
- 1787 ई॰
- मि. थामस लाॅ गया जिले के प्रथम कलक्टर बने।
- 1790 ई॰
- श्री विष्णुपद में अंग्रेज अधिकारी प्रफांसिंस गिलैण्डर्स द्वारा विशाल घंटा दान।
- 1811-1812 ई॰
- अंग्रेज यात्री सर्वेयर प्रफांसिस बुकानन का गया आगमन और पुरास्थलों का सिलसिलेवार परिदर्शन।
- 1815 ई॰
- सत्संग आश्रम की स्थापना परिसर में विद्यमान घंटा पर अंकित तथ्यानुसार।
- 1824 ई॰
- बाबा प्रीतमदास के करकमलों से पंचायती अखाड़ा का निर्माण संपन्न।
- 1835 ई॰
- श्री रामकृष्ण परमहंस के पिता श्री क्षुदीराम चट्टोपाध्याय का गया आगमन।
- 1835 ई.
- गया में अंग्रेजी माध्यम का प्रथम विद्यालय खुला।
- 1842 ई.
- मि. शेरविल ने आध्ुनिक काल में गया का पहला नक्शा बनाया।
- 1843 ई.
- गया की भूमि में प्रथम चर्च का निर्माण पूर्ण।
- 1845 ई.
- गया में पहला सरकारी स्कूल खुला।
- 1855 ई.
- गया म्यूजियम सह पब्लिक लाइब्रेरी स्थापित।
- 1858 ई.
- जिला स्कूल की स्थापना।
- 1865 ई.
- गया जिले का विधिवत् गठन 3 अक्टूबर।
- 1866 ई.
- गया म्यूनिसिपैलिटी की स्थापना।
- 1870 ई.
- भयंकर आंधी के कारण उजड़े बोधिवृक्ष का पुनर्रोपन।
- 1876 ई.
- पटना-गया रेलमार्ग पूर्ण।
- 1881, 1886 और 1902 ई. स्वामी विवेकानंद की गया-बोधगया यात्रा।
- 1882 ई.
- गया बार एसोसिएशन की स्थापना।
- 1883 ई.
- श्री श्री विजय कृष्ण गोस्वामी को आकाश गंगा में दीक्षा लाभ।
- 1887 ई.
- हराचन्द हाई स्कूल स्थापित।
- 1887 ई.
- गया गोशाला गोरक्षणी, मानपुर, गया की स्थापना।
- 1887 ई.
- ओल्ढ़ह्म टावर का निर्माण पूर्ण, यही टावर अब राजेन्द्र टावर के नाम से जाना जाता है।
- 1887 ई.
- जिला बोर्ड, गया का गठन।
- 1887 ई.
- पिलग्रीम अस्पाल स्थापित।
- 1891 ई.
- महाबोधि सोसाइटी आॅफ इंडिया की स्थापना।
- 1891-93 ई.
- ग्रियर्सन कूप का निर्माण काल।
- 1894 ई.
- हरिदास सेमिनरी स्कूल की स्थापना।
- 1895 ई.
- लेडी एलगीन जनाना हाॅस्पिटल स्थापित, लेडी डपफरिन फंड से।
- 1895 ई.
- गया-क्यूल रेलमार्ग पूर्ण।
- 1900 ई.
- गया-मुगलसराय ग्रैण्ड काॅड लाईन रेलमार्ग पूर्ण।
- 1901 ई.
- गया में हिन्दी साहित्य सभा का गठन।
- 1906 ई.
- गया रेलवे स्टेशन का निर्माण पूर्ण।
- 1911 ई.
- श्री मन्नुलाल पुस्तकालय की स्थापना।
- 1914 ई.
- गया जेल प्रेस की स्थापना, ढ़ाका से स्थानान्तरोपरांत।
- 1915 ई.
- थियोसोपिफकल माॅडल विद्यालय स्थापित।
- 1916 ई.
- गया सेन्ट्रल जेल का निर्माण।
- 1916 ई.
- गया क्लब स्थापित।
- 1919 ई.
- गया प्रधन डाकघर की स्थापना।
- 1920 ई.
- लाॅजिंग हाउस कमिटी का गठन।
- 1921, 1925, 1927 और 1934 ई. गांधी जी का गया आगमन।
- 1922 ई.
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 32वाँ अधिवेशन, जेल में रहने से गांधी जी नहीं शामिल हो सके।
- 1925 ई.
- गया में इम्पीरियल बैंक आॅफ इंण्डिया की शाखा स्थापित।
- 1930 ई.
- गया के थियोसोफिकल हाॅल में चतुर्थ महिला सम्मेलन।
- 1930 ई.
- कुष्ट रोग अस्पताल की स्थापना।
- 1932 ई.
- राजेन्द्र आश्रम की कुमार वीरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा स्थापना।
- 1934 ई.
- गया सेन्ट्रल जेल में क्रांतिकारी बैकुण्ठ शुक्ल को फाँसी।
- 1934 ई.
- गया जिला गौरक्षण सम्मेलन का प्रथम समारोह संपन्न।
- 1934 ई.
- गया जिला स्पोर्टस एसोसिएशन्स की स्थापना।
- 1935 ई.
- वीर सावरकर और डाॅ. युंगे का गया आगमन।
- 1937 ई.
- गया काॅटन मिल की स्थापना।
- 1939 ई.
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का गया शाखा स्थापित।
- 1939 ई.
- अखिल भारतीय किसान सभा का अधिवेशन।
- 1940 ई.
- जिन्ना का गया आगमन।
- 1940 ई.
- सेन्ट्रल बैंक आॅफ इण्डिया गया शाखा स्थापित।
- 1944 ई.
- गया काॅलेज की स्थापना।
- 1948 ई.
- गया फायर स्टेशन की स्थापना।
- 1948 ई.
- गांधी जी का स्मारक गांधी मंडप का निर्माण शुरु।
- 1949 ई.
- हिन्दी साहित्य सम्मेलन गया की स्थापना।
- 1950 ई.
- ‘गया के लेखक और कवि’ पुस्तक का प्रकाशन।
- 1953 ई.
- गौतम बुद्ध महिला महाविद्यालय स्थापित।
- 1954 ई.
- छठा अखिल भारतीय सर्वोदय सम्मेलन का बोधगया में आयोजन, जिसमें जेपी भूदान यज्ञ के जीवनदानी बने।
- 1954 ई.
- बिहार राज्य पथ परिवहन का गया डिविजन स्थापित।
- 1955 ई.
- विनोवा भावे का गया आगमन।
- 1956 ई.
- तथागत के जन्म के 2500वें जन्म संस्कार पूर्ण होने पर विशेष कार्यक्रम बोधगया क्षेत्र में।
- 1961 ई.
- गया डेयरी की स्थापना।
- 1962 ई.
- मगध विश्वविद्यालय, बोधगया की स्थापना।
- 1964 ई.
- अनुग्रह मेमोरियल काॅलेज स्थापित।
- 1964 ई.
- डाॅ. सर्वपल्ली राधकृष्ण द्वारा मगध विश्वविद्यालय का शिलान्यास।
- 1972 ई.
- रेडक्राॅस गया की शाखा स्थापना।
- 1972 ई.
- गया से कटकर नवादा और औरंगाबाद स्वतंत्र जिला बना।
- 1974 -75 ई.
- अहिंसा स्तम्भ का निर्माण।
- 1981 ई.
- मगध वि.वि. में 42वां भारतीय इतिहास कांग्रेस।
- 1981 ई.
- गया में मगध प्रमण्डल का मुख्यालय निर्माण।
- 1983 ई.
- गया म्यूनिस्पलिटी नगर निगम में परिवर्तित।
- 1984 ई.
- गया में दूरदर्शन टावर की स्थापना।
- 1986 ई.
- गया दूरसंचार केन्द्र ,पीआरएक्स-की स्थापना, जो बिहार में प्रथम है।
- 1986 ई.
- जहानाबाद अनुमंडल जिला बना।
- 1992 ई.
- गया में पितृवाटिका की स्थापना।
- 1993 ई.
- विश्व इस्लामिक सम्मेलन, इन्जतमाद्ध का आयोजन।
- 1995 ई.
- गया पितृपक्ष मेला में प्रशासन द्वारा पहली बार स्मारिका नाम-चरणामृतद्ध प्रकाशित
- 1996 ई.
- गया पितृपक्ष मेला में ‘जीतोदय की पुकार’ पाक्षिक ने सायं दैनिक प्रारम्भ किया।
- 1998 ई.
- बोध्गया में प्रथम बौद्ध महोत्सव।
- 2003 ई.
- बोधगया के महाबोधि महाविहार को यूएनईएससीओ द्वारा विश्वदाय स्मारक में स्थान।
- 2004 ई.
- डाक टिकट प्रदर्शनी ‘गयापेक्स’ सम्पन्न।
- 2006 ई.
- तथागत के जन्म के 2550वें जयन्ती पर विशेष कार्यक्रम।
- 2007 ई.
- दैनिक प्रभात खबर ने पितृपक्ष मेला में प्रत्येक दिन परिशिष्ट का प्रकाशन।
- 2008 ई.
- मविवि बोधगया में प्रथम बिहार राज्य अंतर विश्वविद्यालय सांस्कृतिक महोत्सव -‘तरंग’।
- 2008 ई.
- जिलाध्किारी क्रम में 135वें स्थान पर संजय कुमार सिंह का गया आगमन।
- 2008 ई.
- गांधी मैदान में पुस्तक मेला का पहली बार आयोजन।
- 2009 ई.
- गया जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 60वीं वर्षगांठ पर विशेष कार्यक्रम।
संदर्भः- यात्रा 2010
डाॅ. राकेश कुमार सिन्हा रवि
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