शुक्रवार, 4 दिसंबर 2015

विवाह पर दिया जाता है सांप का उपहार



 

 

यहां हर बाप बेटी की विदाई पर देता है अनोखा गिफ्ट

father gives snake in daughter marriage as dowry
शादी में दहेज के तौर पर रुपए, गाड़ी और गहने देने की परंपरा तो आपने देखी ही होगी। लेकिन क्या हो अगर दहेज में इनके बजाय जहरीले सापों के पिटारे मिले।

मध्यप्रदेश के गौरिया समुदाय में दहेज में धन दौलत की बजाय जहरीले सांप देने का प्रचलन है। गौरिया सपेरों का समुदाय है। हर व्यक्ति सांप पकड़ कर उन्हा खेल दिखाता है और कुछ लोग इनकी खरीद फरोख्त पर भी गुजारा करते हैं। यहां बेटी का बाप दहेज के बहाने अपने दामाद को आजीविका का साधन जुटाने का पूरा प्रबंध कर देता है। इसी के चलते दहेज में दूल्हे को मिलते हैं जहरीले सांपों के पिटारे।


गौरिया समुदाय के अलावा मध्यप्रदेश के कई आदिवासी समुदायों में शादी के मौके पर दामाद को जहरीले सांप देने की परंपरा है। इस परंपरा के कारण कन्या की शादी तय होने के बाद कन्या के पिता सांपों को पकड़कर जमा करना शुरू कर देते हैं।

जब तक उनकी बिरादरी द्वारा निर्धारित सांप जमा नहीं हो जाते, तब तक लड़की के हाथ पीले नहीं होते। इस कारण कई बार� विवाह की तारीख भी आगे बढ़ानी पड़ती है। �

दहेज में देते हैं 21 सांप
महासमुंद मार्ग पर दाहिनी ओर जोगी डीपा नाम की सपेरों की एक बस्ती है। इस बस्ती में करीब 200 लोग रहते हैं। सपेरों की इस बस्ती में विवाह के मौके पर दामाद को 21 सांप देने की परंपरा है। इनमें डोमी और गेहुंआ जैसे जहरीले सांप शामिल होते हैं। �

कोरबा जिले में भी मिलता है सांपों का दहेज
ये रिवाज केवल मध्य प्रदेश के आदिवासी जिलों का नहीं है। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में दूल्हा पक्ष दुल्हन पक्ष से कई प्रजातियों के नौ सांप मांगता है। अगर पिता ने सांपों का प्रबंध कर रखा है तो शादी पक्की, वरना सांपों का इंतजार करते रहो।

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