रविवार, 19 सितंबर 2021

खबरें औरंगाबाद बिहार की / सूरज


*कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब में मुख्यमंत्री पद* के लिए अभी तक किसी का नाम तय नहीं हो पाया है। इस बीच खबर आ रही है कि पंजाब कांग्रेस ने सुखजिंदर रंधावा का नाम मुख्यमंत्री के लिए कांग्रेस आलाकमान को भेजा है। पार्टी के इस प्रस्ताव पर सोनिया गांधी को अंतिम फैसला लेना है। सुखजिंदर रंधावा ने कहा है कि अगले 2 से 3 घंटे में राज्य में सीएम को लेकर फैसला हो जाएगा। आपको फिलहाल इंतजार करना होगा। आज ही राज्य के होने वाले सीएम का ऐलान कर दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले अंबिका सोनी को सीएम पद का ऑफर दिया गया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। सुखजिंदर के अलावा दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर भी चर्चा हो रही है। अरुणा चौधरी को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इसके अलावा एक और नेता भारत भूषण आशु को डिप्टी सीएम बनाने की चर्चा है। 


सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, पंजाब के विधायकों के साथ चर्चा के बाद, AICC ने सीएम पद के लिए सुखजिंदर रंधावा के नाम का प्रस्ताव रखा। दिल्ली में अंबिका सोनी के साथ राहुल गांधी के आवास पर बैठक चल रही है। जल्द ही नाम पर अंतिम घोषणा होगी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे हैं, जहां रंधावा के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी।


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 *भारत में अफगान आतंकी के होने की सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस अलर्ट* हो गई है। बताया गया है कि यह आतंकी अगस्त में काबुल में हुई बमबारी में शामिल था। इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों सहित करीब 200 लोगों की जान चली गई थी। दिल्ली पुलिस के मुताबिक अब्दुल रहमान नाम अल लोगारी का यह आतंकी दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर साल 2016 में गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस के उपायुक्त (अपराध शाखा) एवं प्रवक्ता चिनमय बिस्वाल के मुताबिक मामले में पूरी सतर्कता बरती जा रही है। 


दिल्ली पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान के इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविंस (आईएसकेपी) ने यह दावा किया है। इस दावे के मुताबिक अब्दुल रहमान अल काबुल हवाई अड्डे पर आत्मघाती हमले में शामिल था। आईएसकेपी ने अपनी प्रचार पत्रिका 'वॉइस ऑफ हिंद' के 20वें संस्करण में कथित तौर पर दावा किया है कि काबुल में 13 अमेरिकी नौसैनिकों समेत 170 लोगों को एक आत्मघाती हमले अब्दुल रहमान अल लोगारी ने मारा था।

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: *औरंगाबाद में तीन मुखिया प्रत्याशी चुनाव के पहले बुरी तरह फंस* गए हैं। प्रत्याशियों पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज किया गया है। इन तीनों पर मतदाताओं को प्रभावित करने के मकसद से भोज खिलाने का आरोप है। तीनों प्रत्याशियों के साथ 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफ आई आर दर्ज कराया गया है। मामला बारुण प्रखंड का है। बारुण में 8 अक्टुबर को चुनाव है। 


बारुण के अंचलाधिकारी राणा अक्षय प्रताप सिंह को सूचना मिली कि भोपतपुर पंचायत के मुखिया प्रत्याशी बाबूराम यादव द्वारा पैक्स गोदाम पर भोज का आयोजन किया गया है। भोज में पूरी और बुंदिया खिलाया जा रहा है जहां इलाके के सैकड़ों लोग भोज खा रहे हैं। आनन-फानन में छापामारी की गई तो मौके से खाना बनाने के बर्तन और भोज के अवशेष मिले। प्रशासन को देखते ही सभी लोग मौके से फरार हो गए। इसी पंचायत के एक अन्य मुख्य प्रत्याशी जनेश्वर पासवान में भी अपने मतदाताओं को भोज खिलाया। भोपतपूर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पर जनेश्वर पासवान द्वारा पूरी बुंदिया का भोज किया गया। छापामारी में यहां से भी बर्तन और भोज सामग्री बरामद किया गया। 


तीसरा मामला इटहट सामुदायिक भवन का है। खैरा पंचायत के मुखिया प्रत्याशी के प्रतिनिधि प्रवेश पासवान ने अपने उम्मीदवार को वोट दिलाने के लिए भोज किया था। यहां मतदाताओं को मछली-चावल की दावत दी गई थी। सीओ के साथ पुलिस ने जब छापामारी की तो वहां मछली की ग्रेवी, खाना बनाने के बर्तन, बरामद हुए मौके से गैस सिलेंडर बाल्टी वगैरह भी जब्त किया गया है। छापामार दल को वहां मछली के कटे हुए टुकड़े भी मिले हैं।


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: *बिहार पंचायत चुनाव में इस बार नई तकनीक का सहारा लिया जा रहा है।* वज्रगृह (स्ट्रांग रूम) में अब सामान्य तालों के बजाय इस बार इलेक्ट्रॉनिक तालों का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रत्येक ताले के लिए एक नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। इनके हाथ में एंड्रायड मोबाइल होगा। मोबाइल के सहारे ही ताले खुलेंगे और बंद होंगे। 


प्रदेश में पहली बार किसी चुनाव में इस प्रकार की तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। पटना जिले में 10 जगहों पर मतगणना होगी। सभी जगहों पर ईवीएम और मतपेटिकाओं को रखने के लिए स्ट्रांग रूम बनाए गए हैं, जहां इलेक्ट्रॉनिक ताले लगाए जाएंगे। 


दरअसल, इससे पहले लोकसभा, विधानसभा और पंचायत चुनाव में ईवीएम को सुरक्षित रखने के लिए बनाए जाने वाले स्ट्रांग रूम में सामान्य ताला लगता था। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तालों को सील कर दिया जाता था तथा वज्रगृह में कोई प्रवेश न करे, इसके लिए वहां अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी जाती थी।

सूरज यादव 

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