बुधवार, 22 सितंबर 2021

खबर ही खबर / सूरज यादव

 उच्च न्यायालयों को नए मुख्य न्यायाधीश मिलेंगे।


सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम* ने केंद्र को पदोन्नति के लिए आठ नामों की सिफारिश भेजी है, जिसमें कलकत्ता उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल शामिल हैं जिन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया है। कॉलेजियम ने पांच मुख्य न्यायाधीशों को विभिन्न उच्च न्यायालयों में स्थानांतरित करने की सिफारिश भी की है। 


केंद्र सरकार कॉलेजियम की सिफारिशों को स्वीकार कर लेता है तो जस्टिस बिंदल इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बन जाएंगे। उनके अतिरिक्त सात अन्य न्यायाधीशों को मुख्य न्यायाधीश बनाने की भी सिफारिश की गई है।


शीर्ष अदालत की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया, कॉलेजियम की 16 सितंबर 2021 को हुई बैठक में जजों को उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश पद पर पदोन्नत करने की सिफारिश की गई है।


कॉलेजियम ने जस्टिस बिंदल के अलावा रंजीत वी मोरे, सतीश चंद्र शर्मा, प्रकाश श्रीवास्तव, आर वी मलीमथ, रितुराज अवस्थी, अरविंद कुमार और प्रशांत कुमार मिश्रा के नामों की सिफारिश क्रमश: मेघालय, तेलंगाना, कलकत्ता, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, गुजरात और आंध्र प्रदेश के उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश के रूप में की है।

 सूरज: / देश में कोरोना वायरस की रफ्तार पहले से और धीमी


 भारत में कोरोना वायरस* की आर वैल्यू एक से भी नीचे आ गई है। यह आर वैल्यू अगस्त के अंत में 1.17 से गिरकर सितंबर के मध्य में 0.92 हो गई, जो दर्शाता है कि देश भर में संक्रमण का प्रसार धीमा हो गया है। हालांकि, कुछ प्रमुख शहरों, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु के आर-वैल्यू 1 से अधिक हैं। दिल्ली और पुणे का आर-वैल्यू 1 से नीचे आ गई है। 


महाराष्ट्र और केरल में राहत के संकेत मिले हैं। इन दो राज्यों में आर वैल्यू 1 से नीचे हो गई है। बता दें कि इन दोनों राज्यों में वायरस तबाही मचा चुका है। देश में अगस्त के अंत में वायरस की आर वैल्यू 1.17 थी। 4-7 सितंबर के बीच यह घटकर 1.11 पर और अब यह 1 से भी नीचे आ गई है। 


इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंसेज, चेन्नई के सीताभरा सिन्हा ने कहा, अच्छी खबर यह है कि भारत का आर 1 से कम बना हुआ है, जैसा कि केरल और महाराष्ट्र में है, इन दो राज्यों में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं।' सिन्हा आर-वैल्यू की गणना करने वाले शोधकर्ताओं की एक टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, मुंबई का आर-वैल्यू 1.09, चेन्नई का 1.11, कोलकाता का 1.04, बेंगलुरु का 1.06 है। 


वायरस का आर वैल्यू यह दर्शाता है कि एक संक्रमित व्यक्ति औसतन कितने लोगों को संक्रमित करता है। दूसरे शब्दों में, यह बताता है कि एक वायरस कितनी 'कुशलतापूर्वक' से फैल रहा है। बता दें कि देश में मार्च-मई की अवधि के दौरान संक्रमण से हजारों लोगों की मौत हुई, जबकि लाखों लोग संक्रमित हुए।



सूरज: */ भारी बारिश के बीच पूर्वी बिहार के सबसे बड़े पर्यटन स्थल मंदार में रोपवे* का उद्घाटन



 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया। इसके साथ ही करीब 18 एकड़ में बनने वाले बायोडायवर्सिटी पार्क का भी शिलान्यास किया गया। सीएम ने पुरातात्विक स्थल भदरिया का हवाई सर्वेक्षण किया। वहीं, ओढ़नी डैम को ईको टूरिज्म प्वाइंट बनाने के लिए करीब एक घंटा तक अवलोकन किया। 


सीएम ने कहा कि बांका में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसे विकसित करने के लिए सरकार सभी कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि राजगीर में रोपवे लगा हुआ है। पूर्व में मैं मंदार आया था। मेरी इच्छा थी कि यहां भी रोपवे लगे और आज यह पूरा हो गया। देश के विभिन्न राज्यों से विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग मंदार भ्रमण करने आते हैं और पर्वत पर उन्हें चढ़ने में काफी कठिनाई होती थी। उनकी कठिनाई को हमने महसूस किया और आज रोपवे लगने से समस्या दूर हो गई है। अब हिंदू, जैन व सफा धर्म के श्रद्धालु आठ मिनट में ही मंदार पर्वत जा सकेंगे और उन्हें काफी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि बिहार की अन्य छह जगहों पर भी रोपवे लगाने की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदार पर्वत के समीप विकास के लिए अन्य कार्य कराए जाएंगे। मंदार पर्वत पर लाइट की व्यवस्था, पापहरनी सरोवर की गाद की साफ-सफाई व सरोवर में बने अतिथिगृह को बहुमंजिला बनाने का भी निर्देश उन्होंने दिया।



 सूरज:/: *वन्यजीवों की तीसरी खेप   गुजरात से राजगीर भेजी गयी। वहां से दो शेर तो चार शेरनी* लायी गयी हैं। अब जू-सफारी खुलने को पूरी तरह तैयार है। बस, इंतजार है सीएम नीतीश कुमार को उद्घाटन की तिथि तय करने की। 26 अगस्त को सीएम नीतीश कुमार ने जू-सफारी का जायजा लिया था। इसके पहले दूसरी खेप में पटना से एक जोड़ा भालू तो एक जोड़ा चीता लाये गये थे। पहली खेप में लाये गये एक शेर, दो बाघ व आठ बार्किंग हिरण (काकड़) को खुले में छोड़कर यह देख लिया गया है कि वे यहां की आबोहवा में रच-बस गये हैं। पहले लाये गये सभी वन्यजीव पूरी तरह स्वस्थ हैं। 


यहां 22 सौ तक शाकाहारी पशुओं के अलावा शेर, बाघ, भालू, चीता की संख्या 8-8 की जानी है। लेकिन, भविष्य में 18 सौ भालू, 1,750 तेंदुए, 1,795 बाघ व 1,950 शेरों के रखने की व्यवस्था की सोच बनाकर निर्माण कार्य किया गया है। 10 हजार से अधिक प्रताजियों की तितलियां रखने की भी योजना है। 


177 करोड़ से 191 हेक्टेयर में जू सफारी बनायी गयी है। सफारी की तमाम संरचनाओं को सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बेहतर माना है। पशुओं के रखरखाव से लेकर उनके प्रजनन की बेहतर व्यवस्था की जांच के बाद ही जानवरों के लाने की अनुमति दी गयी है। यहां शेर, बाघ, चीता, भालू, हिरण व अन्य जानवर खुले में विचरण करते नजर आएंगे। जबकि, सैलानी बख्तरबंद गाड़ियों में होंगे। सफारी की सबसे बड़ी खासियत यह कि इसका विहंगम दृश्य राज्य पक्षी गौरैया जैसा है। 


यह देश की सबसे खूबसूरत, सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करने वाली यूनिक सफारी है। यहां स्काई जोन भी बनाया जा रहा है। वहां खड़ा होकर पूरी सफारी के विहंगम दृश्य को देखकर सैलानी रोमांचित होंगे। यहां बनने वाला तितली घर देश का पहला है।



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जम्मू-कश्मीर में 6 सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से हटा* दिया गया है। इन लोगों को आतंकवादी संगठनों से ताल्लुक रखने और उनके लिए ओवरग्राउंड वर्कर्स के दौर पर काम करने के आरोप में कार्रवाई की गई है। सरकार की ओर जिन 6 कर्मचारियों के खिलाफ ऐक्शन लिया गया है, उनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के दो सिपाही भी शामिल हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेश की सरकार की ओर से एक कमिटी का गठन किया गया था, जिसकी सिफारिश पर यह ऐक्शन लिया गया है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 311(2)(c) के तहत ऐसे मामलों की स्क्रूटनी के लिए कमिटी का गठन किया था। 


इससे पहले बीते सप्ताह जम्मू कश्मीर के प्रशासन ने कहा था कि किसी भी कर्मचारी को तभी पासपोर्ट जारी किया जाएगा, जब उनके विभाग की ओर से विजिलेंस क्लियरेंस दी जाए। इससे पहले भी इसी साल जुलाई में सरकार ने अपने 11 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया था। इनमें हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सैयद सलाहुद्दीन के बेटे भी शामिल थे। इसके अलावा पुलिस विभाग से भी दो लोगों को नौकरी से हटाया गया था। इन लोगों पर आरोप था कि ये आतंकी संगठनों के लिए ओवरग्राउंड वर्कर के तौर पर काम कर रहे थे।


 

निराले अंदाज में फिर गुतेश्वर


सूरज:

 *बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडेय अपने निराले अंदाज* के लिए जाने जाते हैं। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। अब वे अध्यात्म की राह पर हैं। उनका ज्यादातर वक्त अयोध्‍या, मथुरा और वृंदावन की गलियों, मठों और मंदिरों में गुजर रहा है। वे लगातार धार्मिक मंच, सत्संग और प्रवचन कार्यक्रमों में दिखते रहते हैं। 


हाल ही में उन्होंने सारण जिले के सोनपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्‍सा लिया और श्रद्धालुओं को अध्यात्म की राह बताई। गच रविवार को उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए अयोध्या के अलावा यूपी के गोंडा जिले से जुड़ीं पुरानी यादे साझा कीं। पांडेय ने बताया कि वे आजकल अयोध्या में प्रवास कर रहे हैं। इस दौरान उनकी 40 साल पुरानी यादें ताजा हो गईं तो वे गोंडा जिले के नवाबगंज चले गए।


पूर्व डीजीपी ने बताया कि यूपीएसएसी में चयन होने से पहले उन्‍हें अध्‍यात्‍म की राह सूझ गई थी और उन्‍होंने साधु बनने की सोच ली थी। तब वे पटना यूनिवर्सिटी से पढ़ाई किया करते थे। बीए फाइनल की परीक्षा देने के बाद एक दिन वे बिना किसी को बताए अयोध्या चले गए और आसपास के इलाकों में भिक्षा मांगकर अपना गुजारा करने लगे। तब उनकी उम्र 21-22 साल हुआ करती थी।



: *बिहार में पहले चरण के पंचायत चुनाव के प्रचार का शोर बुधवार की शाम पांच बजे थम जाएगा।* पहले चरण के चुनाव को लेकर 24 सितंबर को मतदान होगा। मतदान की समाप्ति से 48 घंटे पूर्व चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के मतदान को लेकर सभी जिलों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया है और संबंधित चुनाव क्षेत्रों के निर्वाची पदाधिकारियों को निर्धारित समय पर मतदानकर्मियों को मतदान स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। 


सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की बायोमैट्रिक जांच की जाएगी। इसके लिए तकनीकी कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है। पहले चरण के चुनाव में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि से 11 दिन चुनाव प्रचार के लिए मिले हैं, जिसमें उन्होंने मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश की। 


पहले चरण में 10 जिलों के 12 प्रखंडों में होगा चुनाव 

पहले चरण में राज्य के 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होगा। आयोग के अनुसार मतदान को लेकर 1609 मतदान भवनों में 2119 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पहले चरण के चुनाव को लेकर 15328 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। आयोग के अनुसार पहले चरण के चुनाव क्षेत्रों में ग्राम पंचायत सदस्य के 2233 पदों में से 26 पदों, पंच के 2233 पदों में से 830 पदों, जिला परिषद के 22 पदों में एक, पंचायत समिति सदस्य के 195 पदों में एक पद के लिए निर्विरोध निर्वाचन किया गया है। जबकि ग्राम कचहरी के कुल 2233 पदों में से 71 पदों व ग्राम पंचायत सदस्य के कुल 2233 पदों में एक पद के लिए कोई भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया है। 


पहले चरण में रोहतास के दावथ व संझौली प्रखंड, कैमूर के कुदरा प्रखंड, गया के बेलागंज व खिजरसराय प्रखंड, नवादा के गोविंदपुर प्रखंड, औरंगाबाद के औरंगाबाद प्रखंड, जहानाबाद के काको प्रखंड, अरवल के सोनभद्र-बंशी-सूर्यपुर प्रखंड, मुंगेर के तारापुर प्रखंड, जमुई के सिकंदरा प्रखंड एवं बांका के धोरैया प्रखंड में चुनाव होगा।



लालू फिर प्रकट हुए


: *आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव लंबे समय बाद बुधवार को अपने कार्यकर्ताओं से रूबरू* हुए। राजद के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर को वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने संबोधित किया और कार्यकर्ताओं को चुनावी रणनीति समझाई। कहा कि जल्द बिहार आएंगे और हर जिले का दौरा करेंगे। लालू ने कहा कि जातीय जनगणना आज बेहद जरूरी है। जनगणना के बाद 27 प्रतिशत का आरक्षण का बैरियर तोड़ना होगा। लालू ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने एससी एसटी को संख्या के अनुसार आरक्षण देने की बात संविधान में कहीं है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से सभी जाति की संख्या बढ़ेगी उसी के अनुसार उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिलेगा। चाहे 27 प्रतिशत का आरक्षण का बैरियर ही क्यों ना तोड़ना पड़े। 


लालू ने कहा कि वह बिहार आएंगे तो हर जिले का दौरा भी करेंगे। कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे लालू यादव को बीच में टोकते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को अपने घर में पार्टी का झंडा लगाना चाहिए। लालू यादव ने भी कहा कि सभी कार्यकर्ता को हरा गमछी और टोपी पहनना चाहिए क्योंकि यह राजद का लाइसेंस है।


लालू ने कहा कि तेजस्वी के नेतृत्व को बिहार के लोगों ने स्वीकार कर लिया है। मेरे नहीं रहने पर भी तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी के सभी कार्यकर्ता ने जी-जान लगाकर काम किया। 2020 के चुनाव में हम लोगों को बेईमानी कर हरा दिया गया। आप हर गांव हर बूथ में जाइए, हर जगह आरजेडी के वोटर मौजूद हैं। लेकिन जब आप लोग जाइएगा ही नहीं तो पता कैसे चलेगा। लालू यादव ने कहा कि उपचुनाव में बेहतर उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा क्योंकि यह चुनाव जीतना चुनौती भरा कार्य है।



सूरज: /

*अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर का मंगलवार को पांच डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम* किया। रिपोर्ट में फांसी लगाने से मौत की पुष्टि हुई है। शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। एहतियातन डॉक्टरों ने बिसरा भी प्रिजर्व कर लिया है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला में इसकी जांच कराई जाएगी। इससे पता चलेगा कि कहीं कोई जहरीला पदार्थ तो उन्हें नहीं खिलाया गया था। हालांकि शरीर पर ऐसे कोई लक्षण नजर पाए गए हैं। 


मंगलवार सुबह पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस को चारों तरफ से  घेर लिया था। सुबह साढ़े सात बजे के बाद नरेंद्र गिरि का पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के लिए लाया गया। एसआरएन और सीएमओ कार्यालय से ड्यूटी पर लगाए गए डॉ. बादल सिंह, डॉ. लालजी गौतम, डॉ.राजेश राय और डॉ. राजेश श्रीवास्तव तथा एसीएमओ डॉ. अमित श्रीवास्तव के पैनल ने पोस्टमार्टम शुरू किया। सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम शुरू किया।  एक घंटा 16 मिनट तक पोस्टमार्टम चला। बताया जा रहा है कि डॉक्टरों ने मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के कॉलम में अस्फीक्सिया ड्यू टू एंटी मार्टम हैंगिंग लिखा है। इसका मतलब फांसी लगाने से दम घुट गया और उनकी मौत हो गई।


गले में रस्सी कसने का निशान भी मिला है। यह निशान भी तभी पड़ता है जब कोई फांसी लगाता है। इसके अलावा उनके शरीर में क्या-क्या भोज्य सामग्री मिली, इसका भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र किया गया है। उनकी लम्बाई भी नापी गई थी। इस मामले में एसआईटी प्रभारी से लेकर पुलिस अफसरों तक ने कुछ भी जानकारी नहीं दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट न देखने की बात कहते रहे।



सूरज:


*झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोना सोबरन धोती साड़ी लुंगी वितरण योजना* का बुधवार को शुभारंभ किया। इस योजना से राज्य के 58 लाख परिवारों को 10 रुपये में साल में दो बार धोती साड़ी योजना का लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के लिए सरकार ने 500 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग षड्यंत्र के तहत यहां के मूलवासियों को नौकरियों में नहीं आने देने की फिराक में थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में उल्टा पुल्टा नियमावली बना कर दूसरे राज्यों के लोगों की बहाली कर रहे थे। हम रोज झारखंडियों के हित मे नए कानून बना रहे हैं। 20 साल से बाहरी मानसिकता के लोग मूलवासियों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे थे। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार गलत मंसूबे का सफाया कर रही है। ताकि मूलवासियों को उनका हक मिल सके। 5 साल में पूर्व की सरकार एक भी जेपीएससी परीक्षा नहीं कर सकी थी। हमारी सरकार ने इस वर्ष जेपीएससी परीक्षा कराई। इसमे लाखों छात्र शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोना सोबरन धोती साड़ी योजना को पूर्ववर्ती सरकार ने बंद कर दिया था।

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