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मंगलवार को तो मौसम ने अधिकतम और न्यूनतम तापमान के अंतर को इतना कम कर दिया कि 70 वर्षो का रिकार्ड ही ध्वस्त हो गया. मंगलवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान इतना नीचे लुढ़का कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर महज पांच डिग्री सेल्सियस रह गया.
दिल्ली का अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्यिस तक लुढ़क गया और मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में यह अंतर और भी कम होगा. इसकी वजह से राजधानी में सर्द हवाओं के और रफ्तार पकड़ने की संभवाना व्यक्त की जा रही है. मंगलवार मौसम का सबसे सर्द दिन रहा.
सोमवार देर रात हुई बारिश के चलते मंगलवार की सुबह घने कोहरे के साथ हुई. कोहरे और बादलों की आवाजाही के चलते पूरे दिन सूरज के दर्शन ही नहीं हुए.
राजधानी के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई, जिसके चलते अधिकतम तापमान लुढ़ककर सामान्य से छह डिग्री नीचे गिरकर 14 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. सुबह घने कोहरे के चलते न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक दर्ज हुआ. मौसम विभाग के अनुसार ठिठुरन भरी सर्दी के बावजूद मंगलवार का न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजधानी के अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच सिर्फ 5 डिग्री का अंतर दर्ज किया जाना मायने रखता है. एक वैज्ञानिक के मुताबिक ऐसा करीब 70 वर्ष पहले देखा गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगले दो-तीन दिन में तापमान में और गिरावट आ सकती है. यह गिरावट दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक हो सकती है क्योंकि पहाड़ों में अगले दो दिन और बर्फबारी का दौर जारी रहेगा. इसके बाद उधर से होकर आने वाली ठंडी हवाओं की रफ्तार और बढ़ेगी. दूसरी ओर पहाड़ों में बर्फबारी का दौर अगले 48 घंटे तक जारी रहने का पूर्वानुमान है.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार जम्मू-कश्मीर के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अभी भी बरकरार है. इन कारकों के प्रभाव से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक-दो दौर की बारिश हो सकती है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने की संभवना है. इन मौसमी घटनाओं का असर राजधानी समेत एनसीआर क्षेत्र में ठिठुरन भरी सर्दी के रूप में देखने को मिलेगा. बुधवार का अधिकतम तापमान 16 और न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभवना है.
हिमाचल प्रदेश में भी पारा के आंशिक रूप से ऊपर चढ़ने के बाद भी भयंकर ठंड का मौसम रहा. हालांकि मंगलवार सुबह आसमान साफ था लेकिन शीघ्र ही आसमान में बादल छा गया तथा शिमला एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में हिमपात व बारिश हुई. तेज सर्द हवा भी चलने लगी. इससे दिन का तापमान तेजी से घट गया. गैरजनजातीय क्षेत्र में मनाली सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया. ठंड की दृष्टि से शिमला दूसरे स्थान पर रहा जबकि धर्मशाला और सोलन तीसरे और चौथे स्थान पर रहा.
कश्मीर घाटी मंगलवार को तीसरे दिन भी देश के शेष हिस्सों से कटी रही क्योंकि हिमपात की वजह से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है. हालांकि मंगलवार सुबह कोई हिमपात नहीं हुआ. सीमा सड़क संगठन राजमार्ग पर से बर्फ हटाने के प्रयास में जुटा है. प्रशासन मौसम में अल्प सुधार के बाद घाटी के लिए उड़ानें संचालित करने का प्रयास कर रहा है. राजमार्ग बंद होने की वजह से 2600 से अधिक वाहन जम्मू जिले में विभिन्न स्थानों पर फंसे हैं. कश्मीर जाने वाले 1300 से अधिक यात्री जम्मू बस स्टैंड में फंसे हैं. हालांकि सुबह में कोहरा की वजह से कम दृश्यता होने से श्रीनगर अंतररष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों का परिचालन नहीं हो सका. शाम तक स्थिति में सुधार होने की आशा की जा रही थी.
पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य के इर्द-गिर्द मंडराता रहा. चंडीगढ़ में यह 11.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से अधिक है. लुधियाना और पटियाला में यह 10.2-10.2 रहा जबकि अमृतसर में 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा. जालंधर में यह 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा. राजस्थान भी एक बार भयंकर ठंड की चपेट में है. सीकर 4.5 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा.
दिल्ली का अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्यिस तक लुढ़क गया और मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में यह अंतर और भी कम होगा. इसकी वजह से राजधानी में सर्द हवाओं के और रफ्तार पकड़ने की संभवाना व्यक्त की जा रही है. मंगलवार मौसम का सबसे सर्द दिन रहा.
सोमवार देर रात हुई बारिश के चलते मंगलवार की सुबह घने कोहरे के साथ हुई. कोहरे और बादलों की आवाजाही के चलते पूरे दिन सूरज के दर्शन ही नहीं हुए.
राजधानी के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई, जिसके चलते अधिकतम तापमान लुढ़ककर सामान्य से छह डिग्री नीचे गिरकर 14 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. सुबह घने कोहरे के चलते न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक दर्ज हुआ. मौसम विभाग के अनुसार ठिठुरन भरी सर्दी के बावजूद मंगलवार का न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा.
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजधानी के अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच सिर्फ 5 डिग्री का अंतर दर्ज किया जाना मायने रखता है. एक वैज्ञानिक के मुताबिक ऐसा करीब 70 वर्ष पहले देखा गया है. मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगले दो-तीन दिन में तापमान में और गिरावट आ सकती है. यह गिरावट दो से पांच डिग्री सेल्सियस तक हो सकती है क्योंकि पहाड़ों में अगले दो दिन और बर्फबारी का दौर जारी रहेगा. इसके बाद उधर से होकर आने वाली ठंडी हवाओं की रफ्तार और बढ़ेगी. दूसरी ओर पहाड़ों में बर्फबारी का दौर अगले 48 घंटे तक जारी रहने का पूर्वानुमान है.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार जम्मू-कश्मीर के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अभी भी बरकरार है. इन कारकों के प्रभाव से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक-दो दौर की बारिश हो सकती है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने की संभवना है. इन मौसमी घटनाओं का असर राजधानी समेत एनसीआर क्षेत्र में ठिठुरन भरी सर्दी के रूप में देखने को मिलेगा. बुधवार का अधिकतम तापमान 16 और न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभवना है.
हिमाचल प्रदेश में भी पारा के आंशिक रूप से ऊपर चढ़ने के बाद भी भयंकर ठंड का मौसम रहा. हालांकि मंगलवार सुबह आसमान साफ था लेकिन शीघ्र ही आसमान में बादल छा गया तथा शिमला एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में हिमपात व बारिश हुई. तेज सर्द हवा भी चलने लगी. इससे दिन का तापमान तेजी से घट गया. गैरजनजातीय क्षेत्र में मनाली सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया. ठंड की दृष्टि से शिमला दूसरे स्थान पर रहा जबकि धर्मशाला और सोलन तीसरे और चौथे स्थान पर रहा.
कश्मीर घाटी मंगलवार को तीसरे दिन भी देश के शेष हिस्सों से कटी रही क्योंकि हिमपात की वजह से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है. हालांकि मंगलवार सुबह कोई हिमपात नहीं हुआ. सीमा सड़क संगठन राजमार्ग पर से बर्फ हटाने के प्रयास में जुटा है. प्रशासन मौसम में अल्प सुधार के बाद घाटी के लिए उड़ानें संचालित करने का प्रयास कर रहा है. राजमार्ग बंद होने की वजह से 2600 से अधिक वाहन जम्मू जिले में विभिन्न स्थानों पर फंसे हैं. कश्मीर जाने वाले 1300 से अधिक यात्री जम्मू बस स्टैंड में फंसे हैं. हालांकि सुबह में कोहरा की वजह से कम दृश्यता होने से श्रीनगर अंतररष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों का परिचालन नहीं हो सका. शाम तक स्थिति में सुधार होने की आशा की जा रही थी.
पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान सामान्य के इर्द-गिर्द मंडराता रहा. चंडीगढ़ में यह 11.7 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से अधिक है. लुधियाना और पटियाला में यह 10.2-10.2 रहा जबकि अमृतसर में 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा. जालंधर में यह 7.8 डिग्री सेल्सियस रहा. राजस्थान भी एक बार भयंकर ठंड की चपेट में है. सीकर 4.5 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा.
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