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Posted on Sep 28, 2011 at 08:12pm IST | Updated Sep 28, 2011 at 08:34pm IST
नई दिल्ली। पुरानी दिल्ली में मौत बांटने वाले माफिया गिरोह काम कर रहे हैं। बिल्डर माफिया और एमसीडी अधिकारियों के गठजोड़ ने ही मंगलवार की रात चांदनी महल में सात लोगों की जान ले ली, और कईयों को अस्पताल पहुंचा दिया। इस हादसे में भले ही सात लोगों की जान गई हो। लेकिन अगर ये गठजोड़ नहीं रुका तो मौत का तांडव आगे भी होता रहेगा।
दरअसल पुरानी दिल्ली में भले ही नई इमारतों का निर्माण धड़ल्ले से हो रहा हो। लेकिन आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि यहां नई इमारतों के निर्माण पर पूरी तरह से रोक है। सैकड़ों साल पुरानी इमारतों और उनके ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए एमसीडी ने इसे स्पेशल जोन का दर्जा दिया है। इसके मुताबिक पुरानी दिल्ली में एमसीडी नई इमारत के लिए नक्शा ही पास नहीं करती। बावजूद इसके धड़ल्ले से निर्माण चल रहा है और बिल्डर माफिया गठजोड़ की वजह से एमसीडी इसे रोकने में नाकाम है।
चांदनी महल में मंगलवार की रात हुआ हादसा भी बिल्डर माफिया और एमसीडी की गठजोड़ का नतीजा है। यहां जो इमारत गिरी है उसका निर्माण रोकने के लिए एमसीडी ने हफ्तेभर पहले ही नोटिस जारी किया था, इसके बावजूद निर्माण कार्य नहीं रुका। यही नहीं इस गठजोड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय में अवैध निर्माण और बिल्डर के साथ गठजोड़ को लेकर एमसीडी के 68 अधिकारियों और कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार का मामला चल रहा है। इन अधिकारियों को बिल्डिंग विभाग से हटाकर दूसरे विभाग भेज दिया गया है और कोर्ट में मामला चल रहा है।
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