: किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त पानी : 65 साल से ज्यादा उम्र वाले किसानों को पेंशन : लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में छात्रों को मुफ्त लैपटॉप और टैबलेट कंप्यूटर देने का एलान दिया है. ये उसी समाजवादी पार्टी का वायदा है जिसने कभी कंप्यूटरीकरण का खुलकर विरोध किया था. एसपी के प्रवक्ता और महासचिव रामगोपाल यादव ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि चुनाव जीतने पर किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त पानी दिया जाएगा और 65 साल से ज्यादा उम्र के किसानों को पेंशन मिलेगी. एसपी ने सत्ता में आने पर अल्पसंख्यकों को रंगनाथ मिश्रा और सच्चर कमेटी के मुताबिक अलग से आरक्षण देने का भी वादा किया है.
: राहुल गांधी पर भारी पड़े रामदेव समर्थक : बांदा/नई दिल्ली । बुंदेलखंड में कांग्रेस की जड़ मजबूत करने के मकसद से दो दिन से लगातार जनसभाएं कर रहे कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी को गुरुवार को विरोध झेलना पड़ा। बबेरू कस्बे के जेपी शर्मा इंटर कालेज की जनसभा में राहुल करीब आठ मिनट तक ही बोले थे कि योग गुरु बाबा रामदेव के भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के करीब दर्जन भर समर्थक बैरीकेडिंग के पास 'काले धन पर बोलो, विदेशी धन वापस लाओ' के नारे लिखे बैनर उछालकर चिल्लाने लगे। इससे राहुल गांधी काफी खीझ गए और मंच से उतरकर चले गए।
: पलटवार करते अमर ने कहा मुसलमानों को गुमराह कर रही सपा : नई दिल्ली : दिल्ली के ओखला इलाके के बटला हाउस में सितम्बर 2008 में हुए कथित मुठभेड़ में मारे गए मुस्लिम नौजवानों और दिल्ली पुलिस के इन्स्पेक्टर मोहन चन्द्र शर्मा की मौत पर हो रही राजनीति में एक नया आयाम जुड़ गया है. उत्तर प्रदेश में चुनावी दौरे कर रहे, लोकमंच के नेता अमर सिंह ने कल बयान दे दिया था कि उनकी उनकी पुरानी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने उन्हें बटला हाउस जाकर मुस्लिम नौजवानों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने से रोका था. सब को मालूम है कि आजकल अमर सिंह मुलायम सिंह के घोर विरोधी हैं और उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि हो सकता है कि उनकी पार्टी चुनाव में सीटें न जीते लेकिन वे मुलायम सिंह की पार्टी को नुकसान ज़रूर पहुंचायेंगे. बटला हाउस केस में मुलायम सिंह यादव की भूमिका को मुस्लिम विरोधी बताते हुए अमर सिंह की कोशिश है कि वे मुसलमानों को समाजवादी पार्टी से दूर खींच ले जाएँ. ज़ाहिर है कि समाजवादी पार्टी को यह बात पसंद नहीं आई और पार्टी ने अमर सिंह के बयान को बेबुनियाद, झूठा और बेहूदा बताया और उसका खंडन किया.
राजनीति के खेल में जनता के साथ अप्रत्याशित घटनायें होती ही रहती हैं, पर परिसीमन ने कई राजनेताओं का ही खेल बिगाड़ दिया है। परिसीमन के कारण जनपद बदायूं के शहर विधान सभा क्षेत्र से दो मौजूदा विधायक आमने-सामने आ गये हैं, जिससे एक का विधायक न रहना निश्चित है। फिलहाल दोनों ही मौजूदा विधायक अपनी जीत को लेकर आशान्वित दिख रहे हैं। जनपद बदायूं में आठ विधान सभा क्षेत्र थे, पर परिसीमन के बाद बिनावर विधान सभा क्षेत्र पूरी तरह समाप्त हो गया। यहां से मौजूदा विधायक रामसेवक सिंह पटेल हैं, जो चार बार विधायक रह चुके हैं। क्षेत्र की जनता के बीच गहरी पकड़ मानी जाती है। भाजपा से टिकट न मिलने के कारण पिछली बार उमा भारती की जनशक्ति पार्टी से जीते थे और उत्तर प्रदेश में पार्टी के एक मात्र विधायक होने के कारण सरकार बनने पर बसपा में शामिल हो गये थे।
गोरखपुर : देवरिया जिला के सलेमपुर विधान सभा के बसपा प्रत्याशी बलिराम प्रसाद के पक्ष में कुंडौली गांव में पूर्व ब्लाक प्रमुख राकेश सिंह के घर बुधवार की रात आयोजित दावत में शामिल होना एमएलसी व बसपा नेता संजीव उर्फ रामू द्विवेदी को महंगा पड़ गया। तहसील प्रशासन के मौके पर पहुंचते ही दावत में भगदड़ मच गई। लोग भोजन छोड़कर भागने लगे, गांव में हलचल मच गयी. पुलिस ने आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में एमएलसी और पूर्व ब्लाक प्रमुख राकेश सिंह सहित दो सौ लोगों पर केस दर्ज किया है। चर्चा है कि प्रशासन के पहुंचने पर एमएलसी दबे पांव मौके से भाग निकले और प्रत्याशी बलिराम कमरे में जा छुपे।
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