बुधवार, 24 दिसंबर 2014

जुड़वा गांव





अजब गजब : एक गांव ऐसा जहां है सौ जुड़वां
उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद के पास एक गांब ऐसा है जहां सबसे ज्यादा जुडवां हैं. जुड़वांओं के कारण यह दुनियाभर में मशहूर हो गया है.
भारत के लाखों गांवों की तरह इलाहाबाद का मोहम्मदपुर उमरी गांव भी विकास से दूर एक अभावग्रस्त गांव है. छह हजार की आबादी वाले इस गांव में दूसरे ढेरों गांवों की तरह न तो कोई स्कूल है, न सड़क और न ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, लेकिन सौ जुड़वे होने की खासियत ने इस गांव को अचानक अंतरराष्ट्रीय कैनवास पर फ्लैश कर दिया.
'डेली मेल' ने जुड़वों के इस गांव के बारे में एक रोचक रिपोर्ट प्रकाशित की है. पिछले पचास वर्षों के दौरान गांव में सौ से ज्यादा जुड़वे बच्चे पैदा हुए. पास के गांव धूमनगंज के बाशिंदों का कहना है कि अगर मोहम्मदपुर उमरी में अस्पताल होता तो यह संख्या शायद दो सौ जुड़वों से पार कर जाती.
आम गांव की तरह है मोहम्मदपुर उमरी
मोहम्मदपुर के मोहम्मद आसिफ का भाई करीम दिल्ली में नौकरी करता है. आसिफ को इस बात का दुख है कि छह हजार की आबादी के बावजूद इस गांव को बुनियादी जरूरतों से महरूम रखा गया है. गांव में न तो सड़कें हैं, न स्कूल और न ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र.
जुड़वों में से एक अन्य मोहम्मद अतिशान बताते हैं कि लोग उनके गांव का उपहास उड़ाते हैं और उसे असामान्य गांव की संज्ञा देते हैं.
मोहम्मदपुर उमरी में अस्सी फीसद मुस्लिम और शेष हिंदू आबादी रहती है, लेकिन जुड़वों वाली विशेषता दोनों वर्गों में समान रूप से मिलती है.
कुछ लोगों का मानना है कि यहां के लोगों की लाइफस्टइल और पर्यावरण की वजह से ज्यादा जुड़वां बच्चे पैदा हो रहे हैं.
ग्राम सभा के सदस्य रऊफ आलम का कहना है कि उनके बुजुर्ग बताते हैं कि जुड़वां बच्चों का ट्रेंड करीब नब्बे साल पहले शुरू हुआ.
आसिफ बताते हैं कि दुनिया के कोने-कोने से वैज्ञानिक और रिसर्चर गांव में आए और लोगों के खून के नमूने ले गए, लेकिन कोई भी यह बताने के लिए नहीं लौटा कि आखिर ज्यादा जुड़वां बच्चे पैदा होने का राज क्या है.


भारत के इस गांव में है 350 जुडवां
By khaskhabar, 21 Nov 2014
 (21 Nov) केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित कोडिन्ही गांव को जु़डवों के गांव के नाम से जाना जाता है। यहां पर वर्तमान में करीब 350 जुडवां जोडे रहते है जिनमे नवजात शिशु से लेकर 65 साल के बुजुर्ग तक शामिल है। विश्व स्तर पर हर 1000 बच्चों पर 4 जुडवां पैदा होते है, एशिया में तो यह औसत 4 से भी कम है। लेकिन कोडिन्ही में हर 1000 बच्चों पर 45 बच्चे जुडवां पैदा होते है। हालांकि यह औसत पुरे विश्व में दूसरे नंबर पर, लेकिन एशिया में पहले नंबर पर आता है। विश्व में पहला नंबर नाइज़ीरिआ के इग्बो-ओरा को प्राप्त है जहां यह औसत 145 है। कोडिन्ही गाँव एक मुस्लिम बहुल गांव है जिसकी आबादी करीब 2000 है। इस गाँव में घर, स्कूल, बाजार हर जगह हमशक्ल नजर आते है। इस गांव में 2008 में 300 बच्चों पर 15 जुडवां बच्चे जन्मे थे जो की अब तक एक साल में जन्मे सबसे अधिक जुडवां बच्चे है। अब इस गांव में 2 के बाद 3 बच्चे भी एक साथ पैदा होने लगे है। ऎसे तीन केस विगत तीन सालो में हो चुके है। विश्व स्तर पर हो चूका है चर्चित अपनी इसी खूबी के चलते कोडिन्ही विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हो चूका है। विश्व के अधिकतर ब़डे मीडिया हाउस
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