बुधवार, 31 अगस्त 2016

जीबी रोड का डॉन / आफताब- सायरा जेल में



 

GB रोड से रोजाना 10 लाख की कमाई

 IndiaVoice 2016-08-30 14:58:57





 

नई दिल्ली:  दिल्ली पुलिस की एक टीम को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। दिल्ली पुलिस ने मानव तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह लड़कियों को जबरन दिल्ली के रेड लाइट एरिया जीबी रोड़ पर वेश्यावृति के धंधे में धकेलता था।



पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं ऐसा पहली बार हुआ है कि जब मानव तस्करी को लेकर महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) के तहत दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। ज्वाइंट सीपी रविंद्र यादव ने पत्रकार वार्ता में कहा कि ये रैकेट लड़कियों को अगवाकर उन्हें वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेल देता थे।


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इस गिरोह का मुखिया है आफाक हुसैन और उसकी पत्नी सायरा जो कि जीबी रोड पर 6 कोठे चलाते थे। उनके कोठों में 40 कमरे हैं, जिनमें करीब 250 लड़किया थीं। क्राइम ब्रांच ने आफाक और उसकी पत्नी को एक हफ्ते पहले गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपी अभी रिमांड पर हैं। पुलिस टीम ने इनके साथ छह और लोगों को गिरफ्तार किया है।




इस गिरफ्तारी में जो चौंकाने वाली बात सामने आई है वो है इन पति-पत्नी की आमदनी, जी हां ये पति-पत्नी उन 6 कोठों के जरिए एक दिन में 10 लाख रुपए की कमाई करते थे। वहीं गिरफ्तारी के बाद आफाक हुसैन और सायरा ने इस बात का भी खुलासा किया कि इस धंधे की शुरुआत उन्होंने कैसे की। आफाक हुसैन और सायरा बानो से इसकी मुलाकात कोठे पर ही हुई थी। इसके बाद दोनो ने शादी कर ली। फिर दोनों इसी धंधे में लग गए।

 

क्राइम ब्रांच के मुताबिक, आफाक की रोज की कमाई 10 लाख से ऊपर थी। इसका पूरा गिरोह है, जिसमें अधिकतर लड़कियां पश्चिम बंगाल, झारखंड, नेपाल, बिहार से लाई जा रही थीं। कोठों में लड़कियों को कंट्रोल करने के लिए महिलाएं तैनात थीं, जिन्हें नायिकाएं कहा जाता है।
आफाक के इस कमाई का हिसाब ड्राइवर रमेश पंडित रखता था।
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