आज 14 मार्च को धार्मिक व शास्त्रीय विधा संगीतकार स्व.एस एन त्रिपाठी जी के जन्मदिन पर सादर नमन करते हुए उनके संगीत में रफ़ी साहब के सर्वश्रेष्ठ नग़मों की सूची पेश है..
*रफ़ी-एस एन त्रिपाठी के सर्वश्रेष्ठ नग़मे*
*संकलनकर्ता-संतोष कुमार मस्के*
१)-
न किसी की आँख का नूर हूँ,न किसी के दिल का क़रार हूँ,जो किसी के काम न आ सका,मैं वो इक मुश्त-ए-ग़ुबार हूँ- *लाल किला* *सोलो*
२)-
लगता नहीं है दिल मेरा उजड़े दयार में- *लाल किला* *सोलो*
३)-
जनम जनम के फेरे है ये जनम जनम के फेरे,साँझ सवेरे सभी को घेरे,ये है जनम जनम के फेरे- *जनम जनम के फेरे* *सोलो*
४)-
ज़रा सामने तो आओ छलिये,छुप छुप छलने में क्या राज है,यूँ छुप न सकेगा परमात्मा,मेरे आत्मा की ये आवाज़ है- *जनम जनम के फेरे* *साथ लता*
५)-
तू है या नहीं भगवान,तू है या नहीं भगवान,कभी होता भरोसा,कभी होता भरम,बड़ी उलझन में है इंसान- *जनम जनम के फेरे* *साथ लता व मन्नाडे*
६)-
उन पर कौन करें विश्वास,ये तो युग युग की है प्यास,जिसे भँवरा बुझाए- *कवि कालिदास* *साथ लता*
७)-
आयी मोहन मिलन की बेला,लागा मधुबन में कैसा मेला,राधा भी नाँचे,मोहन भी नाँचे,नाँचे है गोकुल सारा- *जनम जनम के फेरे* *साथ शमशाद*
८)-
दीपक जलाओ,ज्योति जगाओ,मन मे- *संगीत सम्राट तानसेन* *सोलो*
९)-
झनन झन झन झनन झन झन बाजे पायलिया- *रानी रुपमती* *साथ लता*
१०)-
सुध बिसर गयी आज अपने गुनन की- *संगीत सम्राट तानसेन* *साथ मन्नाडे*
११)-
बाट चलत मोरी चुनरी रँग डारी- *रानी रूपमती* *सोलो*
१२)-
फूल बगनिया में बुलबुल बोले,डाल पे बोले कोयलिया- *रानी रूपमती* *साथ लता*
१३)-
जय जवान जय किसान,जाग उठा हिंदुस्तान- *शंकर खान* *सोलो*
१४)-
ओ रात अंधेरी डर लागे रसिया,झनन झन झन- *रानी रूपमती* *साथ लता*
१५)-
मधुर राम का नाम जग में,मधुर राम का नाम- *श्रीराम भक्त हनुमान* *सोलो*
१६)-
चाँदी का गोल गोल चँदा, के डाल रहा दुनिया पे जादू का फंदा- *पियाँ मिलन की आस* *साथ लता*
१७)-
मन की गगरिया में तू चमका,कमल खिला मेरी आस का,नज़र उठा के देखा तो निकला तू चँदा आकाश का,तूने छल किया- *पियाँ मिलन की आस* *साथ लता*
१८)-
परवरदिगार-ए-आलम,तेरा ही है सहारा- *हातिमताई* *सोलो*
१९)-
झूमती है नज़र,झूमता है प्यार- *हातिमताई* *साथ आशा*
२०)-
जाने वाले,ख़ुदा की रहमतों का तुझपर साया- *हातिमताई* *साथ सुमन कल्याणपुर*
२१)-
जो इश्क़ की आग में जलते है,वो अंगारो से कब डरते है- *हातिमताई* *सोलो*
२२)-
जान हथेली पे लिए फिरते है ये मतवाले- *लाल किला*
२३)-
छम छम छम नाँचे,मेरे नैनो में प्यार- *नवदुर्गा* *साथ गीतादत्त*
२४)-
नदी किनारे कोई पुकारे,पास हमारे आ,क्यों सर मारे- *चंद्रमुखी* *साथ गीतादत्त*
२५)-
मैं तुम्हारा हो लिया और तू हमारी हो ली,दुनिया प्यार की दुश्मन है,दुनिया को मारो गोली- *माया जाल* *साथ आशा*
----- *संतोष कुमार मस्के-संकलन से* -----
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भाग-2
*रफ़ी-एस एन त्रिपाठी के सदाबहार नग़मे*
*संकलनकर्ता-संतोष कुमार मस्के*
२६)-
चलो चलो चले हम बबूल के तले,ठंडी ठंडी हवाओं में पँख झले- *साथ शमशाद बेग़म*
२७)-
क़िस्मत फूटी हुई थी,तनके लगा रहे है,फ़टी हुई क़िस्मत की चादर,सिये जा रहे है- *एकल*
२८)-
ऐ सबा,उनसे कह ज़रा,क्यों हमे बेक़रार कर दिया,दिल हमारा जाँ से प्यारा,अब तुमपे निसार कर दिया- *साथ आशा*
२९)-
गधे पर बैठ कर हम शहर के चक्कर लगाएंगे,हो ही इस क़ाबिल- *साथ आशा*
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*फ़िल्म-अल्लाउद्दीन और जादुई चिराग़ 1952*
३०)-
यूँ ही उल्फ़त के मारो पर ये दुनिया जुल्म करती है- *साथ शमशाद बेग़म*
३१)-
हो सके तो दिल के बदले दिल इनायत कीजिए,कह रही है हर नज़र,हमसे मोहब्बत कीजिए- *साथ शमशाद, आशा व चित्रगुप्त*
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*फ़िल्म-ख़ुदा का बंदा*
३२)-
कुछ नेक काम कर जा,दुनिया मे नाम कर जा- *एकल*
३३)-
फ़लक बोला,ख़ुदा के नूर का मैं आशियाना हूँ,जमीं बोली,उन्ही जल्वो की मैं आष्ठाना हूँ- *एकल*
३४)-
छूटा वतन हमारा,हाफ़िज़ ख़ुदा तुम्हारा- *एकल*
३५)-
हाथों से हज़ामत,बातों से हज़ामत, एक दूसरे की यहाँ सब करते है हज़ामत- *एकल*
३६)-
दुनिया मे सब कुछ पैसा है,सब पैसे का ही जलवा है- *एकल*
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*फ़िल्म-राजा*
३७)-
पहले मुर्गी आयी या अंडा,अंडा मुर्गी,अंडा मुर्गी,अंडा या मुर्गी,कौन ये समझाए,कौन ये जाने,ये समझे ना वो जाने,हार गए सभी सयाने,राज कोई ना पहचाने- *एकल*
३८)-
अपनी अपनी पसंद है,कौन दीवाना है कौन सयाना है,अपना अपना ख़याल है,मुश्किल बड़ा सवाल है,कमाल है- *साथ आशा*
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*फ़िल्म-लहुँ पुकारेगा*
४०)-
वो एक तरफ़ तन्हा,उधर सारा ज़माना,नाज़ुक सी निग़ाहों में,नाज़ुक सा फ़साना- *एकल*
४१)-
गुलशन और गुलजारों में,इन मस्ती भरे नज़ारों में,डरता हूँ ये दिल मेरा कहीं, डूब न जाए बहारों में- *साथ आशा*
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*फ़िल्म-दुर्गा पूजा 1954*
४२)-
जब तक ये दुनिया रहेगी,हाये तेरी कहानी रहेगी- *एकल*
४३)-
मेरा मन है मगन,लागी तुमसे लगन- *साथ आशा*
४४)-
चलती चक्की देवता की- *साथ शमशाद*
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*फ़िल्म-जय महालक्ष्मी माँ*
४५)-
तू आस का दीपक जला,के तेरा भगवान करेगा भला,जुग जुग से ये बोल रहा है धरती को आकाश,जब तक तन में साँस है,होना नहीं निराश- *एकल*
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*फ़िल्म-हनुमान पाताल विजय*
४६)-
हे शंकर,प्रलयंकर,राखो मोहे अपनी चरण- *एकल*
४७)-
राम श्री राम राजा राम- *एकल*
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*फ़िल्म-महाबली हनुमान*
४८)-
मन की आँखों मे देखूँ,रूप सदा सियाराम का,कभी ना सूना रहता आँचल,मेरे मन के धाम का- *एकल*
४९)-
श्री राम जय राम,जय जय राम- *एकल*
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५०)-
ओली में गोली ओ चुकाटी में गुटकी, मुफ़्त का गटकाये माल,अरे बाबा करे ख़राबा भाई बचना ये कलियुग का चाल,छुरी बगल में मुँह में राम- *पियाँ मिलन की आस* *एकल*
----- *संतोष कुमार मस्के-संकलन से* -----
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भाग-3
*रफ़ी-एस एन त्रिपाठी के सदाबहार नग़मे*
*संकलनकर्ता-संतोष कुमार मस्के*
*फ़िल्म-चिराग़ ए चीन*
५१)-
अलविदा ऐ जिंदगी की बहारों, अलविदा- *एकल*
५२)-
चमन-ए-हुस्न के- *एकल*
५३)-
छोटी सी एक झलक दिखा के- *एकल*
५४)-
दरबार मे बैठे कई,साहब-ए-कमाल *एकल*
५५)-
मेरा दिल समझा था जिनको- *एकल*
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*फ़िल्म-रत्न मंजरी 1955*
५६)-
ओ सँसार बनाने वाले,हमे इतना बता दे भगवान- *एकल*
५७)-
मैं कैसे करूँगी मोरे राजा- *साथ आशा*
५८)-
जब रूप ही प्यासा होकर छुप छुप के यूँ पानी पिएगा तू,रूप का जो प्यासा होगा,वो फिर क्या पीकर जिएगा- *एकल*
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*फ़िल्म-पन्ना*
५९)-
तू दाँव लगा दें जान का- *साथ सुमन कल्याणपुर*
६०)-
हमसे कोई पूछो तो बीवी हो तो कैसी हो- *साथ पवन वर्मा*
६१)-
प्यार किये जाना हो प्यार किए जाना- *एकल*
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*फ़िल्म-बजरंगबली 1956*
६२)-
बोलो आनंद से जय जय सियाराम जय राम- *एकल*
६३)-
एक भरोसा राम का- *एकल*
६४)-
नैनों में सावन की धारा- *एकल*
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*फ़िल्म-शिव पार्वती*
६५)-
तुम छुपे हुए हो मंदिरों में,पर सबका दुख पहचान रहे- *एकल*
६७)-
ओम नमः शिवाय पिटू मत सहायक स्वामी सखा, तुम ही सबके राखनवारे हो- *एकल*
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६८)-
मोहम्मद शाह रँगीले रे- *नादिरशाह* *साथ सुमन कल्याणपुर*
६९)-
जवानी चाँद सलोना,चमके और छुप जाए- *सौदामिनी 1950* *साथ ज़ोहरा बाई*
७०)-
करतब है बलवान जगत में- *श्री गणेश महिमा 1950* *एकल*
७१)-
बड़ा पछताए,नज़रिया मिलाइके- *कोबरा गर्ल* *साथ आशा*
७२)-
मेरे भाग्य के विधाता,सुख दुख के ओ दाता- *ब्रम्हा विष्णु महेश* *एकल*
७३)-
तूने मुस्कुरा के देखा- *शंकर खान* *साथ कृष्णा कल्ले*
७४)-
हरि सुमिरन कर लीजै मनवा- *बालक ध्रुव* *एकल*
७५)-
जय हिंद ये जय हिंद की कहानियाँ- *मानसरोवर* *साथ गीतादत्त
----- *संतोष कुमार मस्के-संकलन से* -----
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भाग-4
*रफ़ी-एस एन त्रिपाठी के सदाबहार नग़मे*
*संकलनकर्ता-संतोष कुमार मस्के*
७६)-
हम और तुम जो मिल गए तो- *नव दुर्गा 1953* *साथ गीतादत्त*
७७)-
तू है कि नहीं भगवान बता दें भगवान, तू है कि नहीं भगवान,बता दें- *ईनाम 1955* *एकल*
७८)-
इतना तो हमको बता दे ओ रसिया- *रूप कुमारी 1956* *साथ शमशाद बेग़म*
७९)-
कहानी बड़ी सुहानी है,राम की अमर कहानी- *सती नागकन्या 1956* *एकल*
८०)-
भरोसा कर ले उसी पर- *परिस्तान* *एकल*
८१)-
आज धमकी दे दिया- *भक्त प्रल्हाद* *एकल*
८२)-
प्रेम पथ के ढँग निराले- *सिंहल द्वीप की सुंदरी* *एकल*
८३)-
मधुर प्रीत संगीत,सन सनन चले पवन,झन झन झनन झूमे गगन,खन खन खनन बाजे कँगन,मन आज जगन लगे,लागी लगन सोहे सँग सजन- *चंद्रमुखी* *साथ सुमन कल्याणपुर*
८४)-
मर्द-ए-मोमिन,अपने ईमान से तो टल सकता नहीं- *शेर खान* *एकल*
८५)-
सैय्यां छोड़ दे मेरा हाथ,हाये धड़के जियाँ,कैसे छोड़ दूँ तेरा हाथ,तूने मेरा दिल लिया- *देवकन्या* *साथ आशा*
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*फ़िल्म-विष्णु पुराण*
८६)-
द्वापर युग मे जनम लिया- *एकल*
८७)-
तुम्हारी हूँ मैं,मेरे हो तुम,तुम्हारी मेरी प्रीत है,जनम जनम से मेरा मन- *साथ आशा*
----- *संतोष कुमार मस्के-संकलन से* -----
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