यमुना नदी का लगभग 54 किलोमीटर का हिस्सा दिल्ली से गुजरता है। पल्ला से बदरपुर तक नदी की इतनी लंबाई है।
इसमें से वजीराबाद से लेकर असगरपुर गांव तक का हिस्सा कुल 22 किलोमीटर तक का है।
यह हिस्सा यमुना नदी की कुल लंबाई का सिर्फ दो प्रतिशत है। लेकिन इसी दो प्रतिशत में नदी का 76 प्रतिशत प्रदूषण बहाया जाता है।
सोचिये, किसी नदी का सिर्फ दो प्रतिशत हिस्सा अगर 76 प्रतिशत प्रदूषण के लिये जिम्मेदार हो तो कहां पर सुधार की जरूरत है।
पर सुधार में करोड़ों खर्च हो चुके हैं और स्थिति पहले से ज्यादा खराब है...
स्रोतः दिल्ली इकोनॉमिक सर्वे--2020-21
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