FRIENDS.......SACH बताये /AB PAHLE KI TARAH HAMARA KOI POST SHERE KRNE KA MOOD HI NAHI HOTA
DIL KARTA HAI AB KOI SHERE HI NAA KARE
BUT KHUC AZIZ DOSTO KE JYADA JOR DENE PAR
HUM AAPKE SAAMNE AAJ EK AISA DARD BHARA
IMMOSNAL KAR DENE WALA KISSA RAJ JI AUR MUKESH JI KI DEATH SE PAHLE LAST KE DINO KA KISSA SHERE KARENGE
इस मंज़र को याद करके रखें कपूर जी की आंखें छल छला जाती थी।
दोस्तों चलिए बात करते हैं इस बेहद गंभीर और करूणा दायक किस्से को याद करते हुए
बात करते हैं उन दिनों कि जब ग्रेट मुकेश जी को 27 JULY 1976 को यूं एस ए और कनाडा में होने वाले म्यूज़िक कंसर्ट के लिए जब वहां के लिए जाना था।
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इसके लिए एक दिन पहले 26 JULY को मुकेश जी बम्बई के फेमस ताड़ देव के रिकार्डिंग स्टुडियो में सत्यम् शिवम् सुंदरम् के एक गीत की रिकार्डिंग में लगे हुए थे।
जी हां दोस्तों उस महान गीत के बोल थे।
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चंचल शीतल निर्मल कोमल
संगीत की देवी सरस्वती
दोस्तों ये गीत जब रिकार्ड हो रहा था। तो उस स्टुडियो में रिकार्डिंग के बाद हमेशा ही मुकेश जी राज कपूर जी ग्रेट लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी और रिकोर्डिंस्ट डी ओ भंसाली साहब सब रिकार्ड किए गए गीत को एक साथ बैठकर सुना करते थे।
और उसपे चर्चा किया करतें थे।
और गीत सच में बहुत ही खूबसूरत रिकार्ड हुआ था।
उस वक्त दोस्तों गीत की रिकार्डिंग के बाद पीने और पिलाने के दौर शुरू हो जाया करतें थे।
जैसा कि हमारे बहुत से दोस्त जानतें हैं।
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मगर उस शाम कुछ ऐसा हुआ दोस्तों कि रिकार्डिंग में उस दिन काफी समय लग गया।
और रिकार्डिंग पूरी होते-होते सुबह के चार बज गए।
थके हारे सभी लोग अपने-अपने घर चलें गए।
और अगले दिन मुकेश जी चलें गए USA
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#ठीक_एक_महीने_बाद
27 AUGEST 1976 को प्रोग्राम से पहले मुकेश जी को आया एक #जबरदस्त_हार्ट_अटैक
और मुकेश जी अपने तमाम चाहने वाले और अपने सभी मित्र प्यारों को यूं अचानक छोड़कर चले गए इस दुनिया से।
😭😭😭
दोस्तों यहां हम आप सबको ये जरूर बता दें। कि ग्रेट मुकेश जी ग्रेट राज साहब ग्रेट शलेंन्द्र साहब और बहुत ही ग्रेट हस्ती कलम के जादूगर हसरत जयपुरी साहब जी।।
उनकी ये जोड़ी ऐसी थी।
जैसे की माला का एक भी मोती टूटा तो माला टूटकर बिखर जाऐ।
ऐसा हाल था चारों का।।।।।
बेहद प्यार इज्जत इतना प्रेम था आपस में कि एक बार तो सभी को आपस में मिले बिना रहा नहीं करतें थे।
हाल चाल खैर खबर जानना।।
मगर ये क्या
मुकेश जी का एक दम अचानक इस तरह से चला जाना
राजकपूर जी और उन सबके लिए बहुत बडा सदमा रहा था।
इस हादसे के ठीक 3 महिने बाद अपने काॅटेज में आराम कर रहे राज कपूर जी ने अपने नौकर जाॅन से पूछा
???????
क्या है ??? पीने को आज
तभी जाॅन अंदर से #किंग_आॅफ_किंगस् का जार लेकर आया
दोस्तों बहुत खास बात है गौर किजिएगा।
जाॅन साहब आऐ और राज साहब को ये जार देते हुए बोलें
ये जार साहब जी फेमस स्टुडियो में रिकार्डिंग के दिन मुकेश जी आपके साथ पीने के लिए लेकर आए थे।
उन्होंने ये कहा था कि ????
रिकार्डिंग खत्म होने के बाद ही इसे खोलना।
DOSTO.......
{SACH BLEAVE ME :-YE LINES LIKHTE-2 HAMARI BHI AANKHAI BHARNE KO HO RAHI THI JO LINE NICHE LIKHI HAI UNSE}
बस दोस्तों फिर क्या था।
इतना सुनते ही राज जी की आंखें भर आईं।
AUR UNHONE APNE PARAM MITAR MUKESH JI KO YAAD KAR ROTE-2 WO JHON KE GALE SE LIPAT GAYE
AUR KHUC DAIR TAK JARO KATAAR ROTE RAHEऔर उन्होंने अपने परम मित्र मुकेश जी को याद करने लगे।
और रोते-रोते उन्होंने जाॅन के गले से लिपट गए
और कुछ देर तक जारों कतार रोते रहे
AUR SOCHA SAAYAD MUKESH KE SATH PEENA AB NASEEB ME NAHI THA
AUR DOSTO MUKESH JI KI WO AAKHRI KHAWWAHISH ADHURI HI RAH GAYI
FRIENDS PAHLE KE ARTIST APNE KAAM KE HI NAHI NETURE KE BHI KHAFI SENTAL MENTLE HUYA KARTE THEY
AAP SABKO HAMARI AUR SE PRANAAM KABOOL FARMAYE
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