बुधवार, 31 मार्च 2021

सूरमा भोपाली जयदीप सा कोई नहीं

 आज 29 मार्च को मशहूर कोमेडियन मरहूम जगदीप के जन्मदिन पर सादर नमन के साथ उनकी फिल्मों में रफ़ी साहब के गाये सदाबहार नग़मों की सूची पेश है...

*रफ़ी-जगदीप के सदाबहार नग़मे*

*सँकलनकर्ता-संतोष कुमार मस्के*

१)-

चल उड़ जा रे पँछी के अब ये देश हुआ बेगाना- *फ़िल्म-भाभी* *एकल*

२)-

चली चली रे पतंग मेरी चली रे- *फ़िल्म-भाभी* *साथ लता*

३)-

वो दूर जो नदियां बहती है,वहाँ इक अलबेली रहती है- *फ़िल्म-बरखा* *साथ लता*

४)-

पास बैठो तबियत तबियत बहल जाएगी,मौत भी आ रही हो तो टल जाएगी- *फ़िल्म-पुनर्मिलन* *एकल*

५)-

जाते जाते इक नज़र भर देख लो देख लो- *फ़िल्म-कव्वाली-की रात* *साथ शमशाद बेग़म*

६)-

इन प्यार की राहों में,तेरा ही सहारा है- *फ़िल्म-पुनर्मिलन* *साथ आशा*

७)-

सुर बदले कैसे देखो,किस्मत ने ली अंगड़ाई,हाथ मे आया हाथ पियाँ का,काहे को मेहँदी रचाई- *फ़िल्म-बरखा* *एकल*

८)-

हम पँछी एक डाल के एक डाल के, संग संग घूमे हो संग संग डोले- *फ़िल्म-हम पँछी एक डाल के* *एकल*

९)-

प्यार किया नहीं जाता हो जाता है,मेरी जान- *फ़िल्म-बरखा* *एकल*

१०)-

छोड़ भी दे मंझधार में नाँव- *फ़िल्म-बरखा* *एकल*

११)-

हमे प्यार करने न देगा ज़माना,अगर हो सके,मुझे भूल जाना-

*फ़िल्म-प्यार की बाज़ी* *साथ गीतादत्त*

१२)-

प्यार किया है तो प्यार निभाना,छोड़ें ज़माना,तुम छोड़ न जाना- *फ़िल्म-प्यार की बाज़ी* *साथ सुमन कल्याणपुर*

१३)-

मेरे दिल मे आने वाले,मुझे प्यार सिखानेवाले- *फ़िल्म बाप बेटे*

१४)-

बोल बोल बोल माय लिटिल डोव, दिल मेरा पूछता है,whom do you लव- *फ़िल्म-बाप बेटे* *एकल*

१५)-

कहने वाले कुछ भी कह ले,जो दिल की बात है,कव्वाली की रात है,कव्वाली की रात- *कव्वाली की रात* *साथ आशा व मन्नाडे*

१६)-

वो चाँद सा चेहरा लिए,छत पर तेरा आना- *एकल*

१७)-

सोचने को लाख बातें सोचे ज़माना- *बाप बेटे* *एकल*

१८)-

मेरे दिल मे आनेवाले,मुझे प्यार सिखाने वाले- *बाप बेटे* *साथ आशा*

१९)-

दिल गया दिल का एतबार गया,जिंदगी भर का राज़दार गया- *साथ सुमन कल्याणपुर*

२०)-

रुपैय्या जहाँ है वहाँ है रूप,रूप जहाँ है वहाँ है रुपैय्या- *रूप रुपैय्या* *एकल*

*संतोष कुमार मस्के-के संकलन से*

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भाग-2

*रफ़ी-जगदीप के सदाबहार नग़मे*

*संकलनकर्ता-संतोष कुमार मस्के*

२१)-

नैनो में कजरा माशा अल्ला,बालों में ग़जरा,सुभान अल्लाह- *नूरमहल* *एकल*

२२)-

छुन छुन करती आई चिड़िया,दाल का दाना लाई चिड़िया- *अब दिल्ली दूर नहीं* *एकल*

२३)-

कल मेरी तरह मुझको सलाम आप करोगे- *मेरे ग़रीब नवाज़* *एकल*

२४)-

या ख़ुदा,सोई क़िस्मत जगा दें- *मेरे ग़रीब नवाज़* *एकल*

२५)-

यारों मैं बड़ा परेशान,ना जान ना पहचान,एक लड़की जवान,मेरे पीछे करें हैरान- *रूप रुपैय्या* *एकल*

२६)-

देखी ज़माने की हमने ये रीत,करती है दुनिया,दौलत से प्रीत- *रूप रुपैय्या* *साथ आशा*

२७)-

ख़्वाजा निराले मेरे अजमेर वाले,शान न्यारी तुम्हारी,अजमेर वाले- *मेरे गरीब नवाज़* *एकल*

२८)-

मोहब्बत के धागे में कलियाँ पीरों कर,बनाई है हमने- *मेरे ग़रीब नवाज़* *साथ बलबीर व जानी बाबू कव्वाल*

२९)-

सजना सावन आया है,दिल उड़के चला है,बादल में- *बैंड मास्टर* *साथ लता*

३०)-

तेरी नज़र में मैं रहूँ,मेरी नजऱ में तू रहे,बोलो बोलो हो- *बैंड मास्टर* *साथ गीतादत्त*

३१)-

मेरे घर के दर-ओ-दीवार से आवाज़ आती है- *मेरे ग़रीब नवाज़* *एकल*

३२)-

छुपाकर मेरी आँखों को,वो पूछे कौन है जी तुम,मैं कैसे नाम लूँ उनका,जो दिल मे रहते है हरदम- *भाभी* *साथ लता*

३३)-

है बहोत दिनों की बात,था एक मजनूँ और एक लैला- *भाभी* *साथ बलबीर*

३४)-

अजब तेरी माया,तेरा भेद न खुल पाया- *पुनर्मिलन* *एकल*

३५)-

कली मुराद की पलभर में- *मेरे ग़रीब नवाज़* *एकल*

३६)-

हैल्लो हैल्लो,ले लो सलाम मेरा,यारों का यार हूँ मैं,पूछियो ना नाम मेरा- *बैंड मास्टर* *एकल*

३७)-

हक़ माँगते है अपने पसीने का- *बाप बेटे* *एकल*

३८)-

हुस्न वाले हुस्न का अंजाम देख,डूबते सूरज को ढलते शाम देख- *कव्वाली की रात* *साथ आशा*

३९)-

जाने–नज़र,चिलमन में अगर,हल्का सा ईशारा हो जाये- *कव्वाली की रात* *साथ मुबारक़ बेग़म*

४०)-

प्यार की हसरतें ख़ाक में मिल गयी,दो कदम चलके- *साथ आशा*

----- *संतोष कुमार मस्के-संकलन से* -----

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