मंगलवार, 8 अगस्त 2023

भील


भील मध्य भारत की एक जनजाति का नाम है। भील जनजाति भारत की सर्वाधिक विस्तृत क्षेत्र में फैली हुई जनजाति है। प्राचीन समय में यह लोग मिश्र से लेकर लंका तक फैले हुए थे [5]। भील जनजाति के लोग भील भाषा बोलते है।[6] भील जनजाति को " भारत का बहादुर धनुष पुरुष " कहा जाता है[7]भारत के प्राचीनतम जनसमूहों में से एक भीलों की गणना पुरातन काल में राजवंशों में की जाती थी, जो विहिल वंश के नाम से प्रसिद्ध था। इस वंश का शासन पहाड़ी इलाकों में था[8] ।भील शासकों का शासन मुख्यत मालवा[9],दक्षिण राजस्थान[10],गुजरात [11]ओडिशा[12]और महाराष्ट्र[13] में था । भील गुजरातमध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़महाराष्ट्र और राजस्थान में एक अनुसूचित जनजाति है। [14] [15] भील त्रिपुरा और पाकिस्तान के सिन्ध के थारपरकर जिले में भी बसे हुये हैं। भील जनजाति भारत समेत पाकिस्तान तक विस्तृत रूप से फैली हुई है। प्राचीन समय में भील जनजाति का शासन शिवी जनपद जिसे वर्तमान में मेवाड़ कहते है , स्थापित था ।

भील
Bhil
Stamp of India, 1981
विशेष निवासक्षेत्र
              गुजरात , जम्मू कश्मीर3,441,945[1]
              मध्य प्रदेश4,619,068[2]
              महाराष्ट्र1,818,792[3]
              राजस्थान2,805,948[4]
भाषाएँ
भील भाषा
सम्बन्धित सजातीय समूह

मेवाड़ और मेयो कॉलेज के राज चिन्ह पर भील योद्धा का चित्र अंकित है।

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