|
|
मंगलवार, 26 नवंबर, 2002 को 15:45 GMT तक के समाचार
भारत का पहला सेक्स संग्रहालय |
भारत में आम तौर से सेक्स की चर्चा से बचा जाता है
|
मोनिका चड्ढा
भारत के मुंबई शहर में सेक्स और उससे संबंधित विषयों के बारे में लोगों की जानकारी बढ़ाने के लिए एक सेक्स संग्रहालय खोला गया है.
यह शहर का नहीं बल्कि भारत का पहला सेक्स संग्रहालय है.
संग्रहालय के आयोजकों को जागरूकता बढ़ने की उम्मीद |
इस संग्रहालय के अधिकारियों का कहना है कि भारत में सेक्स का विषय पश्चिमी देशों की तरह उन्मुक्त नहीं है.
उनका मानना है कि इससे एड्स जैसी बीमारियों के बारे मे जानकारी देने में सहायता मिलेगी.
इस संग्रहालय के नजदीक ही सेक्स क्लीनिक चलानेवाले डॉक्टर राजेंद्र
गायकवाड़ का कहना है," हमने स्कूलों का दौरा किया और पाया कि लड़के और
लड़कियों को सेक्स के बारे में कोई जानकारी नहीं है."
वे अधिकतर सस्ती क़िताबों के ज़रिए इसकी जानकारी हासिल करते हैं.
उन्होंने बीबीसी से बातचीत में कहा," हमने सेक्स संग्रहालय इसलिए खोलने का फ़ैसला किया ताकि लोगों को इस विषय की जानकारी मिल सके."
इसमें बताया गया है कि बच्चा कैसे पैदा होता है.
साथ ही मॉडलों की मदद से जानकारी दी गई है कि कंडोम का कैसे इस्तेमाल किया जाए.
प्राचीन परंपरा
इस संग्रहालय में सेक्स के बारे में भारत की प्राचीन परंपरा की भी लोगों को जानकारी दी गई है.
संग्रहालय में प्राचीन भारतीय परंपरा को भी दिखाया गया है |
संग्रहालय की दीवारों पर कामसूत्र का चित्रण किया गया है.
आदमी और औरतों के संबंधों के बारे में जानकारी देने के लिए महाराष्ट्र की कलाविधा वरली का भी सहारा लिया गया है.
इस संग्रहालय का एक हिस्सा एड्स की जानकारी देने के लिए रखा गया है.
संग्रहालय के अधिकारियों का कहना है कि इससे न केवल युवाओं को बल्कि सेक्स के पेश से जुड़े लोगों को भी जानकारी मिलेगी.
समाज में परिवर्तन
डॉक्टर प्रकाश कोठारी का कहना है कि ऐसे संग्रहालय के खुलने से पता चलता है
कि भारतीय समाज सेक्स के विषय में बातचीत के लिए तैयार है.
संगहालय परिवर्तन का संकेत |
उनका कहना है, " पिछले कुछ वर्षों में मैंने लोगों के व्यवहार में भारी परिवर्तन पाया है."
"लोग न केवल बात करने को तैयार हैं बल्कि बेहतर सेक्स जीवन बिताना चाहते है."
हालांकि डॉक्टर कोठारी को कहना है कि इस संबंध में और पहल किए जाने की आवश्यकता है.
डॉक्टर कोठारी का कहना है," हम लोग कामसूत्र के देश हैं और यह समय है कि हम इस जानकारी का उचित उपयोग करें." |
|
|
|
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें