, और इस अंग्रेज ने किया था पेश
- प्रस्तुति- कृति शरण
फोटोः भारत का पहला बजट पेश करने वाले वित्त विशेषज्ञ जेम्स विल्सन
नई दिल्ली.
वित्त मंत्री अरुण जेटली एनडीए सरकार का दूसरा बजट 28 फरवरी को पेश
करेंगे। आजादी से पहले अंतरिम सरकार का बजट लियाकत अली खां ने पेश किया
था। यह बजट 9 अक्टूबर, 1946 से लेकर 14 अगस्त 1947 तक का था। इसके बाद
आजाद भारत का पहला बजट तत्कालीन वित्त मंत्री आर के षणमुखम चेट्टी ने 26
नवंबर, 1947 में पेश किया था।
बजट का है पुराना इतिहास
हर
साल आने वाले बजट का भारत के आजाद होने से भी पुराना इतिहास हैं। बजट से
जुड़ी कई ऐसी महत्वपूर्ण घटनाएं हैं जिन्हें शायद आप नही जानते होंगे। कुछ
ऐसी ही बातों को हम यहां बताने जा रहे हैं। भारत में वित्त वर्ष की
शुरुआत कब हुई और किसने पहला बजट पेश किया। जानिए भारत के बजट यात्रा की वो
तमाम बातें।
भारतीय संविधान के
अनुच्छेद 112 में भारत के केंद्रीय बजट को वार्षिक वित्तीय विवरण के रूप
में निर्दिष्ट किया गया है। जो कि भारतीय गणराज्य का वार्षिक बजट होता है।
जिसे प्रत्येक वर्ष फरवरी के अंतिम कार्य-दिवस को भारत के वित्त मंत्री
संसद में पेश करते हैं। भारतीय वित्त वर्ष की शुरुआत 1 अप्रैल से होती है।
बजट को लागू करने से पूर्व संसद द्वारा पास करना आवश्यक होता है।
जेम्स विल्सन ने की भारत में बजट की शुरुआत
भारत
के पहले बजट को प्रस्तुत करने का श्रेय जेम्स विल्सन को जाता है,
जिन्होंने 18 फरवरी 1860 को वायसराय की परिषद में पहली बार बजट पेश किया।
विल्सन को पहली बार एक वित्त विशेषज्ञ जेम्स विल्सन को वायसराय की
कार्यकारिणी का वित्त सदस्य नियुक्त किया गया। जेम्स विल्सन को भारतीय बजट
का संस्थापक भी कहा जाता है। 1860 के बाद से ही प्रतिवर्ष देश की वित्तीय
स्थिति का विवरण प्रस्तुत करने वाला बजट वायसराय की परिषद में पेश किया
जाने लगा, लेकिन उस समय भारत गुलाम था, इसलिए इस बजट पर भारतीय
प्रतिनिधियों को बहस करने का अधिकार नहीं था।
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