शनिवार, 20 अगस्त 2022

गब्बर सिंह का चरित्र चित्रण

 परीक्षा में शोले वाले गब्बरसिंह का (के ) चरित्र के बारे में लिखने के लिए कहा गया



दसवीं के एक छात्र ने लिखा-😉

1. सादगी भरा जीवन-:- शहर की भीड़ से दूर जंगल में रहते थे,

एक ही कपड़े में कई दिन गुजारा करते थे,

खैनी के बड़े शौकीन थे.😊

2. अनुशासनप्रिय-:- कालिया और उसके साथी को प्रोजेक्ट ठीक से न करने पर सीधा गोली मार दिये थे.😁

3.दयालु प्रकृति-:- ठाकुर को कब्जे में लेने के बाद ठाकुर के सिर्फ हाथ काटकर छोड़ दिया था, चाहते तो गला भी काट सकते थे😛


4. नृत्य संगीत प्रेमी-;- उनके मुख्यालय में नृत्य संगीत के कार्यक्रम चलते रहते थे..


'महबूबा महबूबा',

'जब तक है जां जाने जहां'.

बसंती को देखते ही परख गये थे कि कुशल नृत्यांगना है.😊


5. हास्य रस के प्रेमी-:- कालिया और उसके साथियों को हंसा हंसा कर ही मारे थे. खुद भी ठहाका मारकर हंसते थे, वो इस युग के 'लाफिंग बुद्धा' थे.😁


6. नारी सम्मान-:- बंसती के अपहरण के बाद सिर्फ उसका नृत्य देखने का अनुरोध किया था,😀


7. भिक्षुक जीवन-:- उनके आदमी गुजारे के लिए बस सूखा अनाज मांगते थे,

कभी बिरयानी या चिकन टिक्का की मांग नहीं की.. .😛☺️


8. समाज सेवक-:- रात को बच्चों को सुलाने का काम भी करते थे ..


😥टीचर ने पढा तो उनकी आँख भर आई और बोला


सारी गलती जय और वीरू की ही थी....बेचारा गब्बरवा तो बहुत बड़ा समाज सेवक था......

❤️❤️❤️👏👏👏👏❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

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