शुक्रवार, 5 अगस्त 2022

TMU में अब होगी पर्यावरण की डिग्री पाठ्यक्रम की पढ़ाई

टीएमयू देश को देगा हर साल दर्जनों पर्यावरण पारखी


होगी अब इसी सत्र से डिग्री पाठ्यक्रम की शुरुआत 


10+2 साइंस स्ट्रीम में बायोलॉजी एंड मैथ के छात्रों के लिए सुनहरा अवसर,एफओईसीएस देगा एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी में बीएससी ऑनर्स की  डिग्री, सत्र 2022-23 से प्रवेश प्रारंभ



तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फैकल्टी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड कंप्यूटिंग साइंसेज-एफओईसीएस में बैचलर ऑफ साइंस ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी प्रोग्राम का इसी वर्तमान सत्र 2022-23 से श्रीगणेश हो गया है। इस प्रोग्राम को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा निर्देशों के तहत बहु-विषयक दृष्टिकोण के साथ तीन वर्षीय व्यावसायिक पाठ्यक्रम के रूप में डिज़ाइन किया गया है जिसे टीएमयू एक्ज़ीक्यूटिव काउंसिल ने हरी झंडी दे दी है। एफओईसीएस के निदेशक एवं प्राचार्य प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने यह जानकारी देते हुए कहा, अब 10+2 बायोलॉजी एंड मैथ दोनों स्ट्रीम के स्टूडेंट्स बीएससी ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी प्रोग्राम में भी अपना करियर उज्जवल बना सकते हैं। यह मुरादाबाद और आसपास के स्टुडेंट्स के लिए एक सुनहरा अवसर है। 



इंडस्ट्रीज में एनवायरनमेंट प्रोफेशनल्स की बढ़  रही हैं लगातार डिमांड


प्रो. द्विवेदी ने कहा, वैश्वीकरण और जनसंख्या वृद्धि के साथ आज पूरा विश्व पर्यावरणीय समस्याओं का सामना कर रहा है। जैव विविधता में गिरावट, वैश्विक जलवायु परिवर्तन, बढ़ती बाढ़ और सूखा, उच्च ऊर्जा की मांग, बढ़ता अपशिष्ट उत्पाद, आदि पर्यावरण को प्रभावित करने वाले कुछ महत्वपूर्ण कारक हैं। बीएससी ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी पाठ्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक पर्यावरणीय और सतत विकास के मुद्दों के बारे में छात्रों की समझ विकसित करना, पर्यावरण नीति विकास, कार्यान्वयन और प्रवर्तन की प्रक्रिया की समझ विकसित करना, व्यावहारिक कौशल और अनुसंधान विकास के अवसर प्रदान करना और पर्यावरण पर उन्नत अध्ययन के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करना है। आज इंडस्ट्रीज में एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी में पूर्णकालिक कैरियर अपनाने वाले प्रोफेशनल्स की बहुत अधिक मांग है। टीएमयू इस पाठ्यक्रम के जरिए आधुनिक वैश्विक जरूरतों के मद्देनजर एक अच्छा ह्यूमन रिसोर्स तैयार करेगा। इस पाठ्यक्रम में डिग्री प्राप्त करने वाले स्टुडेंट्स के लिए पर्यावरण की सुरक्षा-संरक्षा और सस्टेनेबल डवलपमेंट से जुड़े अनेक क्षेत्रों में करियर के अपार अवसर उपलब्ध हैं। 


रोजगार के स्वर्णिम अवसर 


बीएससी ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी एक नॉन ट्रेडिशनल मल्टी-डिसप्लिनरी प्रोग्राम है जिसमें बेसिक साइंस, सोशल साइंस, लॉ एवं इंजीनियरिंग के विषय शामिल हैं। बीएससी ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी की डिग्री वाले स्टुडेंट्स कई विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।

आज इस पाठ्यक्रम का स्कोप बहुत अधिक है। बीएससी ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी ग्रेजुएट्स बड़े शोध संस्थानों से एमएससी- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी में अध्ययन कर सकते हैं। इसके अलावा, एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी स्नातकों के लिए ऊर्जा उद्योग, पशु संरक्षण, स्वच्छ ऊर्जा, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स, जल संरक्षण, मृदा संरक्षण, नैचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट, जलवायु विज्ञान, कृषि भूमि संसाधन प्रबंधन, प्रदूषण बोर्ड, जल प्राधिकरण, नगर बोर्ड, शहरी नियोजन, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, रिफाइनरीज़, गैर सरकारी संगठनों, डिस्टिलरी, उर्वरक संयंत्रों इत्यादि जैसे अनेक क्षेत्रों में रोजगार के अपार अवसर मौजूद हैं।



आठ विभागों ने किया डिग्री कोर्स का मॉडर्न डिजाइन


बीएससी ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर श्री अरुण कुमार पिपरसेनिया ने बताया, बीएससी ऑनर्स- एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी तीन साल का पूर्णकालिक स्नातक प्रोग्राम है, जिसे छह सेमेस्टर में विभाजित किया गया है।

पारंपरिक विज्ञान आवश्यक रूप से एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी की समस्याओं का अध्ययन करने असमर्थ हैं। इसीलिए, इस डिग्री कोर्स को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर व्यावसायिक जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

इसके जरिए छात्र एनवायरनमेंट एंड सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में प्रासंगिक ज्ञान और कौशल विकसित करेंगे। सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, गणित, रसायन, भौतिकी, कंप्यूटर विज्ञान, प्रबंधन और मानविकी सहित सभी विभागों ने इस पाठ्यक्रम को तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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