हिंदी सिनेमा के इतिहास में दारा सिंह जी खुद एक पूरा अध्याय है उनका अपना एक वक्त था जब हर शुक्रवार को उनकी कोई न कोई फिल्म रिलीज़ होती हालाँकि ये फिल्मे सी ग्रेड होती थी लेकिन उनके चाहने इन फिल्मो का बेसब्री से इंतज़ार करते थेl
......ये एक खास वर्ग था जिन्हे दारा सिंह से बेहद लगाव था उन्हें कोई मतलब नहीं था इस फिल्म में नायिका कौन है ? ,निर्माता ,संगीतकार कौन है ? वो सिर्फ परदे पर दारा सिंह को देखने जाते थे ....ये दारा सिंह जी का फिल्मो में आरंभिक दौर था इन दर्शको को दारा सिंह जी से इतना लगाव था की वो हिंदी फिल्मो में उनके द्वारा पंजाबी पुट में बोले गए संवादों को भी नज़र अंदाज़ कर देते थे ऐसा प्यार और सम्मान पाने के लिए हर अभिनेता तरसता है .......फिर वो समय भी आया जब दारा सिंह जी ने बड़ी फिल्मो की और रुख किया और कामयाब रहे पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री भी उनके योगदान को कभी नकार नहीं सकती बाकि रामायण सीरियल के माध्यम से भगवान हनुमान बन कर वो आज भी अजर अमर है ...
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पवन मेहरा
#ब्लॉग_सुहानी_यादें_बीते_सुनहरे_दौर_की ✍️
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