❤️...''बड़े अरमानो से रखा है सनम प्यार की दुनिया में ये पहला कदम "...❤️
भले ही फिल्म असफल रही लेकिन केवल इस गाने के लिए ही 'मल्हार 'को आज भी याद किया जाता है 'मल्हार 'को एक दूसरा सबसे बड़ा याद रखने का कारण यह है की गायक 'मुकेश'l
फिल्म मल्हार के निर्माता थे उन्होंने ये फिल्म बनाई थी इसके बाद मुकेश ने अनुराग (1956 ) फिल्मे भी बनाई बनाई थी वो भी असफल रही इस नाकामी के बाद मुकेश ने फिल्म फिल्म निर्माता बनने से तौबा कर ली और गायकी पर ही ध्यान देना शुरू कर दिया और उन्होंने अपनी विशिष्ट आवाज़ से गायकी में सफलता के आयाम गढ़े ....
.'मल्हार 'की असफलता का कारण कुछ फिल्म समीक्षक ये भी बताते है की इस फिल्म से जुडी ज्यादातर टीम अनुभवहीन थी लेकिन मैं इस बात से सहमत नहीं संगीतकार 'रोशन 'की भी तो ये पहली फिल्म थी तो फिर उनका संगीत क्यों सफल रहा ?
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गायक 'मुकेश' के जन्मदिवस 22 जुलाई 1923 पर विशेष ...
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पवन मेहरा ✒
#ब्लॉग_सुहानी_यादें_बीते_सुनहरे_दौर_की
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