शर्म नहीं आती बेशर्मो को
विकीलीक्स द्वारा स्विस बैंकों में भारतीय खातेदारों की पहली सूची जारी… Wikileaks Black Money of India in Swiss Banks
सुरेश चिपलूनकर
केन्द्र सरकार इस बात को स्वीकार कर चुकी है कि उसे स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगातार लताड़ लगाए जाने के बावजूद सरकार उन खाताधारियों के नाम उजागर नहीं कर रही है, क्योंकि स्वाभाविक है कि उनमें कई “प्रभावशाली”(?) लोग मौजूद हैं, जिनके नाम उजागर होने (उजागर तो हो चुके हैं, लेकिन आधिकारिक रूप से सरकार द्वारा मान लेने) पर दिल्ली में राजनैतिक भूकम्प आ सकता है…(हालांकि यह सूची अभी आधिकारिक एवं विश्वसनीय नहीं मानी जा सकती)।
विभिन्न विदेशी बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा काले धन के बारे में विकीलीक्स द्वारा खुलासे निरन्तर जारी हैं। ताजा खुलासे में विकीलीक्स ने कहा है कि उसके पास स्विस बैंक के पूर्व कर्मचारी रूडोल्फ़ एल्मर द्वारा प्राप्त जानकारी एवं डिस्क के मुताबिक भारतीयों के 2000 नाम हैं, जिसमें से कुछ की लिस्ट विकीलीक्स ने अपने सर्वर 88.80.16.63 पोर्ट क्रमांक 9999 (SSL Enabled) पर रेपिडशेयर के जरिये जारी की हैं। विकीलीक्स के अनुसार इन विशाल रकमों में से अधिकतर स्टॉक मार्केट की हेराफ़ेरियों, नशे के अवैध कारोबार, विभिन्न सरकारी योजनाओं द्वारा प्राप्त किये गये हैं। जूलियन असांजे के अनुसार भारत से आने वाला अधिकतर अवैध पैसा पाकिस्तान, दुबई, मॉरीशस और दक्षिण अफ़्रीका होते हुए स्विस बैंकों में पहुँच रहा है, यदि भारत सरकार इसे रोकने के लिये तथा नाम उजागर करने हेतु तत्काल कोई कदम नहीं उठाती है तो हम एक और लिस्ट जारी करेंगे… (नीचे दी गई सूची 2 अगस्त 2011 को जारी की गई है), जबकि 985 अन्य नामों की लिस्ट जल्दी ही जारी की जाएगी…
जैसा कि आप लिस्ट में देख सकते हैं, वाकई यदि केन्द्र सरकार ईमानदारी से मान ले कि ये नाम सही हैं, तो राजनीति में भूकम्प-सुनामी-ज्वालामुखी-उल्का पात सभी कुछ एक साथ हो जाएगा… अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप कपिल सिब्बल, दिग्विजय सिंह, पी चिदम्बरम, प्रणब मुखर्जी इत्यादि पर अधिक भरोसा करना चाहते हैं या जूलियन असांजे पर… कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं –
राजीव गाँधी
एम करुणानिधि
शरद पवार (शकर-क्रिकेट दलाल)
एम के स्टालिन (करुणानिधि के सपूत)
नीरा राडिया (दलालों की सरताज, फ़िलहाल “तिहाड़ी”)
केतन पारेख (शेयर दलाल, फ़िलहाल तिहाड़ी)
पबन सिंह घटोवार (असम से हाल ही में केन्द्रीय मंत्री बने)
नरेश गोयल (जेट एयरवेज के मालिक)
लालूप्रसाद यादव (धरतीपुत्र)
एचडी कुमारस्वामी (देवेगौड़ा के सपूत)
ज्योतिरादित्य सिंधिया
कलानिधि मारन
ए राजा (फ़िलहाल “तिहाड़धाम” के यात्री)
सुरेश कलमाडी (एक अन्य तिहाड़ी)
विकीलीक्स द्वारा जारी इस लिस्ट के कुछ नाम ऐसे भी हैं जिन्हें केन्द्र सरकार द्वारा ईमानदारी से “जारी” भी किया जा सकता है, ताकि ऐसा लगे कि वाकई सरकार गम्भीर है… जैसे –
प्रबोध मेहता
चिन्तन गाँधी
अरुण मेहता
मनोज धुपेलिया
रेंदेवू स्पोर्ट्स (IPL में कोच्चि टीम के मालिक)
अरुण कोचर… इत्यादि
इन नामों को देखने के बाद अब आप सपने देखिये कि यदि यह पैसा भारत वापस आ जाए… तो आपको 10 रुपये लीटर पेट्रोल, 2 रुपये किलो गेहूँ-चावल और 2% की ब्याज दर पर मकान का लोन मिलने लगेगा…। सपना देखने में क्या हर्ज है, पिछले 60 साल से हम और कर भी क्या रहे हैं… ये बात और है कि अब 1947 के समय का “मीठा सपना” (Sweet Dream) अब दुःस्वप्न (Nightmare) में बदल चुका है।
===========
डिस्क्लेमर :- उक्त लिस्ट एवं स्नैपशॉट विभिन्न नेट फ़ोरमों एवं साइटों पर विचरण कर रहे हैं। अब तक किसी बड़े मीडिया हाउस ने इसे प्रकाशित करने की हिम्मत नहीं दिखाई है, क्योंकि अब भी इस लिस्ट को संदिग्ध(?) माना जा रहा है। विकीलीक्स की अगली लिस्ट में जब भाजपा नेताओं के नाम आएंगे, तभी यह विश्वसनीय मानी जाएगी और शायद तब इस पर मीडिया में चर्चा होगी…
=========
स्रोत लिंक –
http://www.rediff.com/business/slide-show/slide-show-1-black-money-wikileaks-may-reveal-indian-names/20110426.htm
http://newsalertindia.com/news_details.php?nid=983
http://i.imgur.com/bO3dF.png
http://www.haindavakeralam.com/HKPage.aspx?PageID=14443&SKIN=B
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें