दिनांक 24-7-2023 /
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रांची
मै जिन्दा रहुं या ना रहूं झारखंड और झारखंडी समाज के हक और अधिकार कि लड़ाई को अंतिम सांस तक लड़ता रहुंगा ।
उपरोक्त बातें आज झारखंड बचाओ मोर्चा के तत्वधान में संकल्प दिवस सह माल्यार्पण समारोह में बोरियो विधायक सह झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय मुख्य संयोजक लोबिन हेंब्रम ने मेकन श्यामली कॉलोनी त्रिमूर्ति चौक डोरंडा में मालाअर्पण सह संकल्प दिवस पर उक्त बातें कहीं । इन्होंने आगे कहा कि आज से 21 वर्ष पूर्व संतोष कुंकल विनय तिग्गा, कैलाश कुजूर जिस सपनों के साथ शहीद होने का काम किया था उनके शहीदी तथा बलिदान को हम लोग व्यर्थ नहीं जाने देंगे और सड़क से सदन तक उनके देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए खतियान आधारित स्थानीय नीति नियोजन नीति को लागू कराने के दिशा में हम लगातार संघर्ष करते रहेगें । आज राज्य निर्माण के 23 वर्ष के बाद भी झारखंड में दलित आदिवासी मूलवासी भाइयों के जल जंगल जमीन नौकरी लूटी जा रही है और पूर्ववर्ती सरकार हो या वर्तमान सरकार हो सब धृतराष्ट्र की भूमिका में बैठकर इस लूट को देखने का काम कर रही है जिसकी हम निंदा करते हैं ।
इस अवसर पर झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने कहा कि हम डोमिसाइल आंदोलन के वीर शहीदों के देखे गए सपनों को पूरा करने के लिए हम गोलबंद होकर संघर्ष करने का काम करेंगे और उनके देखे गए सपनों को पूरा करने का काम करेंगे यह दुर्भाग्य का विषय रहा कि आज हम इन वीर शहीदों के सपनो को पुरा नही कर सके ।इन्होंने कहा के बर्तमान हेमंत सोरेन सरकार को हम लोग लगातार आईना दिखाने का काम कर रहे हैं खतियान आधारित नियोजन नीति स्थानीय नीति के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं मगर हेमंत सोरेन सरकार इस दिशा में 4 वर्ष के बाद भी एक कदम आगे नहीं बढ़ा सकी है जो दुख और आक्रोश का विषय है ।
इस अवसर पर झारखंड बचाओ मोर्चा के नेता प्रेम साही मुण्डा ने कहा कि आने वाले दिनों में हम लोग विभिन्न झारखंडी नामधारी संगठनों को गोल बंद कर एक व्यापक आंदोलन खड़ा करेंगें ताकि वीर शहीदों के सपनों को हम पूरा कर सकें । सुषांतो मुखर्जी ने कहा कि यह आक्रोश का विषय है कि राज निर्माण के 23 वर्ष हो जाने के बाद भी आज झारखंडी समाज अपने अस्तित्व और पहचान की लड़ाई लड़ने पर मजबूर है जो वर्तमान सरकार के लिए शर्म की बात है ।
इस अवसर पर झारखंड बचाओ मोर्चा के नेता जगदीश पाहन,हलधर चंदन पाहन ने कहा कि झारखंडी समाज के हक और अधिकार अपनी पहचान की लड़ाई को मंजिल तक पहुंचाने के लिए हमें जो भी आंदोलन करना पड़ेगा हम लोग सब मिलकर करने का काम करेंगे । आनन्द तांबा विक्की पाहन ने कहा कि अब इस दिशा में कोई भी कोताही बरती नहीं जाएगी और डोमिसाइल आंदोलन के शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब उनके सपने को पूरा कर सकेंगे । इस माल्यार्पण सह संकल्प दिवस अवसर पर मुख्य रूप से भीम तिर्की,बंसी लोहरा ,
सबरीना टोप्पो ,संदीप राम , मुन्ना टोप्पो राजेश लोहरा,, निरंजना हेरेंज ,अजय नाग,भोला अंसारी, मनटु राम, भुषण कचछप, कुन्दन कुमार, तथा शैकडो कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
भवदीय
हस्ताक्षर
(विजय शंकर नायक)
केंद्रीय संयोजक
झारखंड बचाओ मोर्चा
पूर्व विधायक प्रत्याशी हटिया विधान
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