मंगलवार, 6 मई 2014

बुरी आदतें छोड़ें, जान बचाएं





प्रस्तुति - निम्मी नर्गिस, मनीषा यादव
वर्धा

यदि बुरी आदतें छोड़ी जा सकें तो दुनिया भर में करीब चार करोड़ लोगों को समय से पहले मरने से बचाया सकता है. दुनिया भर में इस समय करीब 3 करोड़ लोगों की असामयिक मौत होती है.
समय से पहले मरने वाले लोगों के आंकड़ों के विश्लेषण से निकले एक नतीजे में कहा गया है कि सिगरेट या शराब पीने जैसी लत के अलावा नमक कम खाने और ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और मोटापे को कम करने से साल 2025 तक 3.7 करोड़ लोगों की जान बचाई जा सकती है. लांसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यदि इन जोखिमों को कम करने के विश्वव्यापी लक्ष्यों को हासिल किया जा सके तो दिल या फेफड़े की बीमारियों के अलावा कैंसर या डायबिटिज जैसे रोगों से मरने का खतरा कम होगा. आंकड़ों के मुताबिक 2010 की तुलना में असामयिक मौत का खतरा मर्दों में 22 फीसदी और महिलाओं में 19 फीसदी कम हो जाएगा.
रिसर्चरों की टीम का कहना है, "विश्व भर में इस बेहतरी का मतलब होगा कि 15 वर्षों की अवधि में 30 से 70 साल के आयुवर्ग में कम से कम 1.6 करोड़ मौतों को और 70 से ज्यादा वाले आयुवर्ग में 2.1 करोड़ मौतों का या तो रोका जा सकेगा या टाला जा सकेगा." ये नतीजे हासिल करने के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं वे हैं, तंबाकू से सेवन में 30 फीसदी की कमी, अल्कोहल के इस्तेमाल में 10 फीसदी की कमी, नमक खाने में 30 फीसदी, उच्च रक्त चाप में 25 फीसदी की कमी और मोटापे तथा डायबिटिज को रोकना.
यदि इस लक्ष्य को पार कर 2025 तक धूम्रपान में 50 फीसदी की कमी का और भी महात्वाकांक्षी लक्ष्य पाया जा सके तो पुरुषों में मरने का जोखिम 24 फीसदी कम हो जाएगा और महिलाओं में 20 फीसदी. रिसर्चरों ने इस विश्लेषण के लिए राष्ट्रीय जनसंख्या के आंकड़ों और महामारी संबंधी मॉडलों का सहारा लिया. रिपोर्ट के लेखकों में शामिल इंपीरियल कॉलेज के मजीद एजाटी के अनुसार, "ज्यादातर फायदे कम और मध्य आयु वर्ग में देखे जाएंगे जहां 3.1 करोड़ मौतों को रोका जा सकेगा."
रिसर्चरों की टीम का कहना है कि यदि लक्ष्य हासिल नहीं किए गए तो उसका मतलब 2025 तक करीब 4 करोड़ लोगों की मौत होगा. यह संख्या 2010 के मुकाबले 1 करोड़ से ज्यादा है. इस अध्ययन के लिए असामयिक मौत की व्याख्या 30 से 70 साल की उम्र में मौत की संभावना के रूप में की गई है. संयुक्त राष्ट्र 2010 से 2025 के बीच असंक्रामक रोगों से होने वाली असामयिक मौतों की संख्या में 25 प्रतिशत की कमी लाना चाहता है.
हार्ट अटैक, पक्षाघात, कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियां आम तौर पर अस्वस्थ जीवनशैली के कारण होती हैं. इनमें सिगरेट पीना, तंबाकू सेवन, कसरत न करना, वसा वाली चीजें खाना और बहुत ज्यादा शराब पीना शामिल है. बेहतर जीवनशैली के लिए स्वास्थ्य संगठन लोगों को पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम करने की सलाह दे रहे हैं.
एमजे/एएम (एएफपी)

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