प्रस्तुति- निम्मी नर्गिस मनीषा यादव
फेसबुक ने नए फीचर्स लॉन्च किए हैं जिससे यूजर की थर्ड पार्टी ऐप में दी जानी वाली जानकारी सीमित की जा सकती है. नए फीचर के मुताबिक यूजर को इसका अधिकार होगा कि वह कितनी जानकारी ऐप के साथ साझा करता है.
यह कदम उन करोड़ों फेसबुक यूजरों के लिए राहत है जो फेसबुक लॉग इन के जरिए
थर्ड पार्टी ऐप का इस्तेमाल करते हैं. हाल के सालों में फेसबुक ने थर्ड
पार्टी ऐप को बढ़ावा देने के लिए यूजर को फेसबुक लॉग इन के जरिए ऐप्स
इस्तेमाल की छूट दी है. पहले ऐप के इस्तेमाल के लिए यूजर को अपना ईमेल और
पासवर्ड डालना होता था या फिर खास अकाउंट बनाना पड़ता था. लेकिन फेसबुक के
बढ़ती लोकप्रियता के कारण यूजर फेसबुक लॉग इन के सहारे ऐप का इस्तेमाल कर
पाते हैं.
इस वजह से दुनिया की नंबर वन सोशल नेटवर्किंग साइट में निजी जानकारी की बाढ़ सी आ गई. लेकिन थर्ड पार्टी ऐप्स को मिलने वाली निजी जानकारी को लेकर भी चिंता जाहिर की गई. फेसबुक के मुखिया मार्क जुकरबर्ग ने सैन फ्रांसिस्को में हुई फेसबुक डेवलेपर कॉन्फ्रेंस में कहा कि फेसबुक के नए टूल के जरिए यूजर एनॉनिमस लॉग इन यानी गुमनाम लॉग इन कर पाएंगे और थर्ड पार्टी ऐप तक जरूरी डाटा नहीं पहुंचेगा.
उन्होंने डेवलपर्स को बताया कि फेसबुक यूजर थर्ड पार्टी का इस्तेमाल करते हुए ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे. जुकरबर्ग ने कहा, "लोगों को ज्यादा शक्ति और नियंत्रण देने से वे सभी ऐप पर भरोसा कर सकेंगे और हम ज्यादा ऐप्स बना पाएंगे और समय के साथ इनका ज्यादा इस्तेमाल हो पाएगा. सभी लोगों के लिए यह सकारात्मक है."
गुमनाम तरीके से लॉग इन के बाद यूजर की जानकारी फेसबुक के पास तो रहेगी, लेकिन वह दूसरी जगहों पर नहीं भेजी जाएगी. फेसबुक के लॉग इन स्क्रीन में यूजर को इस बात की आजादी होगी कि वह कौन सी जानकारी कहां साझा करना चाहता है. इससे पहले केवल ऐप्स ही यह तय कर सकते थे कि वे लोगों की कौन सी जानकारी चाहते हैं, जैसे जन्मदिन, फ्रेंड्सलिस्ट और ईमेल एड्रेस. अब यूजर चाहें तो कुछ को या सभी को शेयर करने से इनकार कर सकेंगे. हालांकि यूजर का नाम और लिंग ऐप्स को जाहिर होगा.
एए/एजेए (एपी, एएफपी)
इस वजह से दुनिया की नंबर वन सोशल नेटवर्किंग साइट में निजी जानकारी की बाढ़ सी आ गई. लेकिन थर्ड पार्टी ऐप्स को मिलने वाली निजी जानकारी को लेकर भी चिंता जाहिर की गई. फेसबुक के मुखिया मार्क जुकरबर्ग ने सैन फ्रांसिस्को में हुई फेसबुक डेवलेपर कॉन्फ्रेंस में कहा कि फेसबुक के नए टूल के जरिए यूजर एनॉनिमस लॉग इन यानी गुमनाम लॉग इन कर पाएंगे और थर्ड पार्टी ऐप तक जरूरी डाटा नहीं पहुंचेगा.
उन्होंने डेवलपर्स को बताया कि फेसबुक यूजर थर्ड पार्टी का इस्तेमाल करते हुए ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे. जुकरबर्ग ने कहा, "लोगों को ज्यादा शक्ति और नियंत्रण देने से वे सभी ऐप पर भरोसा कर सकेंगे और हम ज्यादा ऐप्स बना पाएंगे और समय के साथ इनका ज्यादा इस्तेमाल हो पाएगा. सभी लोगों के लिए यह सकारात्मक है."
गुमनाम तरीके से लॉग इन के बाद यूजर की जानकारी फेसबुक के पास तो रहेगी, लेकिन वह दूसरी जगहों पर नहीं भेजी जाएगी. फेसबुक के लॉग इन स्क्रीन में यूजर को इस बात की आजादी होगी कि वह कौन सी जानकारी कहां साझा करना चाहता है. इससे पहले केवल ऐप्स ही यह तय कर सकते थे कि वे लोगों की कौन सी जानकारी चाहते हैं, जैसे जन्मदिन, फ्रेंड्सलिस्ट और ईमेल एड्रेस. अब यूजर चाहें तो कुछ को या सभी को शेयर करने से इनकार कर सकेंगे. हालांकि यूजर का नाम और लिंग ऐप्स को जाहिर होगा.
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- तारीख 02.05.2014
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