प्रस्तुति - हिमानी सिंह बिनोदिनी
आठवां चरण: 64 संसदीय सीटों पर मतदान शुरू
बुधवार, 7 मई, 2014 को 08:18 IST तक के समाचार
लोकसभा चुनावों के आठवें चरण में
सात राज्यों की 64 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है. इन सीटों पर कुल 897
उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इस चरण में 107,430 मतदान केंद्रों पर कुल
नौ करोड़ पचपन लाख बाइस हज़ार चार सौ इकहत्तर लोग वोट दे रहे हैं.
आठवें चरण में आंध्र प्रदेश की 25, उत्तर प्रदेश
की 15, बिहार की सात, जम्मू एवं कश्मीर की दो, पश्चिम बंगाल की छह,
उत्तराखंड की सभी पांच और हिमाचल प्रदेश की सभी चार सीटों पर मतदान हो रहा
है.ख़ास ख़बरें
उत्तर प्रदेश की जिन 15 सीटों पर बुधवार को मतदान हो रहा है, कांग्रेस ने पिछले चुनाव में उनमें से सात सीटें जीती थी.
मतदाताओं की क़तारें
फ़ैज़ाबाद में बीबीसी संवाददाता नितिन श्रीवास्तव के मुताबिक़ सुबह साढ़े छह बजे से ही फ़ैज़ाबाद के मतदान केंद्रों के बाहर लोग मतदाता सूची में अपना नाम खोजने पहुँच चुके थे. शहर और उसके आसपास के इलाक़ों में मतदाताओं की लंबी कतारें वोटिंग शुरू होने के पहले ही लग चुकी थीं.छड़ी के सहारे चलते हुए मतदान करने पहुंचे 80 वर्षीय बुज़ुर्ग राम कुमार ने कहा, "पिछले और इन चुनावों में कोई ख़ास फ़र्क़ तो नहीं है लेकिन चुनाव होते जाते हैं पर चीज़ें वहीं की वहीं रहती हैं. न विकास दिखता है न सुविधाओं में कोई बढ़ोतरी होती है."
अमेठी में घमासान
अमेठी में भी बुधवार को ही मतदान हो रहा है. पिछले चुनावों में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने ये सीट क़रीब साढ़े तीन लाख मतों से जीती थी.बीबीसी संवाददाता नितिन श्रीवास्तव कहते हैं, "पिछले चुनावों में भाजपा ने राहुल गाँधी के ख़िलाफ़ चुनाव प्रचार नहीं किया था. लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी और भाजपा यहाँ जमकर प्रचार कर रहे हैं. ऐसे में राहुल गाँधी की जीत का अंतर इस बार ज़रूर कम होगा लेकिन उनकी जीत तय दिख रही है."
राजनीतिक विश्लेषक अदिति फ़डणीस कहती हैं, "पिछले बीस सालों से हर चुनाव में विकास का मुद्दा उठता है. लेकिन सवाल विकास का नहीं है. सवाल ये है कि अमेठी को गांधी परिवार की बपौती माना गया है. गांधी परिवार के लिए ये सीट जीतना ज़रूरी है जबकि बाक़ियों के लिए उन्हें हराना ज़रूरी है."
सुल्तानपुर लोकसभा क्षेत्र में मौजूद पत्रकार अतुल चंद्रा बताते हैं, सुबह से ही मतदाता अपने-अपने घरों से निकल पड़े हैं. एक तो अभी मौसम खुशनुमा है और दूसरा लोगों में जोश भी है.
सुल्तानपुर सीट के लगभग 14.5 लाख मतदाताओं को भारतीय जनता पार्टी के वरुण गांधी, कांग्रेस की अमीता सिंह, बहुजन समाज पार्टी के पवन पाण्डेय और समाजवादी पार्टी के शकील अहमद में से किसी एक को चुनना है. वैसे तो यहां आम आदमी पार्टी के शैलेन्द्र प्रताप सिंह भी चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुक़ाबला भाजपा, बसपा और सपा के बीच होगा.
एक भूतपूर्व कांग्रेस सभासद की मानें तो अमीता सिंह यहां लड़ाई में नहीं हैं. यदि ऐसा है तो कांग्रेस के वर्तमान सांसद और अमीता के पति संजय सिंह के हाथ से यह सीट निकल जाएगी.
सुल्तानपुर में 27 प्रतिशत पिछड़ी जाति के वोटर हैं और 24 प्रतिशत दलित हैं. नरेंद्र मोदी की अमेठी रैली के बाद अन्य पिछड़ी जाति और दलित वोट भी इस बार भाजपा के पक्ष में जाते दिखाई दे रहे हैं.
इस चरण में जिन नेताओं पर जनता को अपना फ़ैसला देना है उनमें राहुल गाँधी, उनके चचेरे भाई वरुण गाँधी, स्मृति ईरानी, राम विलास पासवान, राबड़ी देवी और कुमार विश्वास जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
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