गुरुवार, 8 अक्तूबर 2015

300 से ज़्यादा भाषाएं और पांच शहर




बीबीसी स्पेशल


  • 4 घंटे पहले
प्रस्तुति-  दर्शनलाल

कई बार कहीं जाने के लिए वहां की भाषा जानना ज़रूरी होता है, लेकिन कई जगहें ऐसी भी होती हैं, जहां पर आप दो-तीन भाषाओं को सुनते हैं.
इथनॉलॉग ने हाल ही में दुनिया दुनिया भर में इस्तेमाल हो रही भाषाओं पर काम किया है और इसके मुताबिक सबसे ज्यादा भाषाएं बोले जाने वाले देशों में पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, भारत और अमरीका शामिल हैं. इन देशों में 300 से ज़्यादा भाषाएं बोली जाती हैं.
इनका क्या असर होता है, यही जानने के लिए हमने इन देशों के सबसे ज़्यादा आबादी वाले शहरों में लोगों से बात की और जानने की कोशिश की इतनी ज़्यादा संस्कृतियों और भाषाओं के बीच रहने का अनुभव कैसा होता है.

पोर्ट मोर्सबे, पापुआ न्यू गिनी

दुनिया में सबसे ज्यादा भाषा पापुआ न्यू गिनी में ही बोली जाती है, 800 से भी ज्यादा. भाषा और बोली में विविधता के सूचकांक में यह दुनिया का नंबर एक देश है.
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आपको यकीन नहीं होगा, अगर आप इस देश में कोई भी दो व्यक्तियों को चुनें तो एक बात तय होगी, दोनों की मातृ भाषा अलग-अलग होगी.पापुआ न्यू गिनी की राजधानी है पोर्ट मोर्सबे. यहां का मुख्य काम धंधा खनन उद्योग है. यह काफी विविधता वाला शहर है, लिहाजा यहां सुरक्षा मुख्य चिंता की बात है. लोग शहर में अकेले गाड़ी लेकर निकलने से बचते हैं, दिन दहाड़े लूटपाट का भय बना रहता है.
लेकिन इसके बावजूद पापुआ न्यू गिनी में रहने का आकर्षण लोगों को यहां खींच लाता है. अब क्लारा रावेन का उदाहरण ही देखिए जो दो साल पहले लंदन से यहां आकर बसीं. क्लारा कहती हैं, "यह एक अनोखी जगह है. यहां रहना जीवन बदलने के अनुभव जैसा है."
हालांकि शहर में ड्राइविंग करने का अपना आनंद है. दुनिया की सबसे खूबसूरत समुद्री तटों और पर्वतीय चोटी यहां के 19 प्रांतों में मौजूद हैं.
अगर आप अंग्रेजी भाषी हैं तो यहां आपको ज़्यादा मुश्किल नहीं होगी. देश में कारोबार की भाषा अंग्रेजी है और यहां रहने वाले लोगों में ज़्यादातर ऑस्ट्रेलियाई हैं.
क्लारा रावेन के मुताबिक यहां आपको टोक पाइसन भी सुनाई देगी, जो मिश्रित अंग्रेजी है और देश के चार राष्ट्रीय आधिकारिक भाषाओं में शामिल है.
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अंग्रेजी, हिरिमोटू और पापुआ न्यू गिनी के अलावा चौथी भाषा है टोक पाइसन.रावेन ने कहा, "यह समझने में काफी आसान है और एक भाषा के तौर पर लगातार विकसित भी हो रही है."
यहां रहने वाले ज़्यादातर लोग यूरोपीय स्टाइल में बने अपार्टमेंट में रहते हैं, जिसका खर्च उनके नियोक्ता ही उठाते हैं.

जाकार्ता, इंडोनेशिया

यह दक्षिणपूर्व एशिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर है. यहां 1.1 करोड़ लोग रहते हैं. जाकार्ता में आर्थिक अवसरों मौजूद हैं, लिहाजा यहां दुनिया भर के लोग रहने आते हैं.
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सुनने में भले अचरज भरा हो लेकिन यहां 700 से ज़्यादा भाषाएं बोली जाती हैं. इंडोनेशिया 17 हज़ार द्वीप का समूह है. जाकार्ता के निवासी पीटर रिची पुत्रा बताते हैं, "यहां आप उन लोगों से मिलते हैं जो आपकी पृष्ठभूमि के नहीं होती. कई संस्कृतियों का मिश्रण यहां मौजूद है और यह एक अच्छी चीज़ है." खुद पीट रिची के दादा चीनी मूल के थे.इस विविधता के चलते ही इंडोनेशिया में खानपान की संस्कृति भी काफी विविधता भरी है. यहां की शाबांग, ब्लॉक एम और पेसेनोनगान जैसी मशहूर गलियों और नुक्कड़ों पर खान पान की विविधता रात की रौनक में बखूबी नजर आती है.
शहर की अधिकांश आबादी अपार्टमेंट में रहती है. कम आमदनी वाले लोग एक कमरे के मकान में किराए पर भी रहते हैं. स्थानीय इंडोनेशियाई लोगों से भी आप मित्रता कर सकते हैं. 10 साल पहले आकलैंड से यहां आकर बसे ब्रेट मैकग्यूरे कहते हैं, "यह काफी डायनामिक शहर है. अगर आप अपने कंफर्ट ज़ोन से बाहर निकल आते हैं तो फिर आपको ख़ूब मजा आएगा."
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इंडोनेशिया की आधिकारिक भाषा है इंडोनेशियन. मैकग्यूरे के मुताबिक इंडोनेशियाई भाषा आसानी से सीखी जा सकती है. आप सामान्य सी जानकारी के साथ भी इंडोनेशियाई बोल सकते हैं, कोई आपका मजाक नहीं उड़ाएगा, ज़्यादातर लोग इसको देखकर ख़ुश ही होते हैं.

लागोस, नाइजीरिया

नाइजीरिया में 500 से ज़्यादा जातीय समुदाय के लोग रहते हैं, हर किसी की अपनी भाषा है. छोटे छोटो गावों की अपनी भाषा है.
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इन्हीं गावों के लोग पलायन करके देश के सबसे बड़े शहर लागोस में काम की तलाश में आए हैं. यही वजह है कि लागोस में हर आदमी अंग्रेजी के अलावा दो-तीन भाषाओं को बोल सकता है.अंग्रेजी यहां की आधिकारिक भाषा है. इसके अलावा हूसा, योरूबा और लग्बो अन्य आधिकारिक भाषाएं हैं. अमरीकी नागरिक डॉ. लायने स्ट्रुटॉन ने अपनी पीएचडी की पढ़ाई नाइजीरिया में की है और यहां के तेल आधारित व्यवस्था और राजनीति पर नाइजर डेल्टा पॉलिटिक्स नामक ब्लॉग चलाती हैं.
उनके मुताबिक संपन्न इलाकों में लोग अंग्रेजी बोलते हैं लेकिन कोशिश करके स्थानीय भाषा सीखना मुश्किल भी नहीं है. लायने ने एक साल की पढ़ाई में लग्बो भाषा सीख ली है.
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लोग चाहे जो भी भाषा बोल रहे हों, नाइजीरिया की खास बात ये भी है कि यहां के लोगों को मौज मस्ती खूब पसंद है. वैसे नाइजीरिया अफ्रीका के उन देशों में शामिल है जहां जमीन जायदाद काफी महंगे हैं. यहां किराए पर मकान लेने के लिए भी आपको दो से तीन साल का किराया अग्रिम देना होता है. इससे यह भी जाहिर होता है कि बाहर से यहां आने वाले लोगों की संख्या काफी ज़्यादा है.

दिल्ली, भारत

भारत 400 से ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं और इनमें ज्यादातर आपको दिल्ली में सुनाई पड़ती हैं. इनमें हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और पंजाबी शामिल हैं.
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कोलकाता से दिल्ली में आकर बसी सयानी घोष कहती हैं, "दिल्ली में आप कहीं भी जाइए, आपको अलग अलग राज्यों के अलग अलग बोलियां बोलने वाले लोग मिलते हैं."सयानी घोष के मुताबिक यहां बाहर से आकर रहने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है और वे दक्षिण दिल्ली के अलावा सेंट्रल दिल्ली और पटेल नगर जैसे इलाकों में भी बस रहे हैं.
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इनके अलावा वसंत कुंज, ग्रेटर कैलाश जैसे इलाके संपन्न लोगों के ठिकाने के तौर पर मशहूर हैं. दक्षिण दिल्ली में सफदरगंज एंक्लेव भी रिहाइश के लिए लोगों में मशहूर है. अंग्रेजी यहां कामकाज और कारोबार की भाषा है. अगर आप हिंदी और पंजाबी सीख लें तो कोई मुश्किल नहीं होगी.

लॉस एंजिलिस, अमरीका

अमरीका में भी 300 से ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं. इनमें अंग्रेजी, स्पेनिश और चीनी शामिल हैं.
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भाषा के लिहाज से लॉस एंजिलिस सबसे विविधता वाला शहर है. यहां मैक्सिको और लातिन अमरीका से आए स्पेनिश बोलने वाले लोग मौजूद हैं. जबकि चीन और कोरिया से भी काफी बड़ी आबादी लॉस एंजिलिस में रहने आ चुकी हैं.पश्चिमी लॉस एंजिलिस में किचन एंड बार में जेनरल मैनेजर क्रिस लू कहते हैं, "लॉल एंजिलिस में एक आदमी को दो-तीन भाषाओं में बोलते हुए देखना सामान्य बात है."
लॉस एंजिलिस काफी बड़ा शहर है और इसमें लॉल एंजिलिस के तमाम काउंटी शामिल हैं. इसके अलावा ऑरेंज काउंटी के इलाके को मिलाकर यह काफी विविधता वाला क्षेत्र बन जाता है.
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1980 में वियतनाम से यहां आकर बसे थाई थाई मा कहती है कि किसी भी परिवार के रहने के लिहाज से लॉस एंजिलिस से 15 मील पश्चिम और 10 मील उत्तरपूर्व तक के इलाके बेहतर हैं.अंग्रेज़ी में मूल लेख यहां पढ़ें, जो बीबीसी ट्रैवल पर उपलब्ध है.
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