शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2015

शादी को लेकर रीति रस्म

हर इंसानी समाज में एक बात समान होती है और वह है शादी। शादी में यह बात कोई मायने नहीं रखती है कि इलाका कितना पिछड़ा है या फिर शादी करने वाले जोड़े का स्तर कैसा है।
इन सबमें एक बात सबसे ज्यादा गौर करने वाली है और वह यह है कि हर जगह इसके लिए अलग-अलग तरह के रीति-रिवाज हैं। हर जगह शादी की रस्में एक-दूसरे से बिल्कुल भिन्न होती हैं।
वास्तव में इनसे अनजान लोगों के लिए यह भयानक व अजीबोगरीब होता है। आप भी जब आगे दी गई जानकारी को पढ़ेंगे तो यह जरूर बोलेंगे कि क्या वास्तव में ऐसा होता है।
तस्वीरों में देखिए दुनिया भर की अजीबोगरीब शादी की परंपराएं...
टॉयलेट इस्तेमाल न करने की इजाजत नहीं
मलेशिया में शादी के बाद तीन दिन बड़े कष्टप्रद बीतते हैं। देश के सबाह प्रांत के संडाकेन टिडोंग समुदाय के लोग विवाहित जोड़े को तीन दिन और रात  टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं करने देते। अगर वे ऐसा करते हैं तो यह उनके लिए दुर्भाग्य लाने वाला होता है। बदकिस्मती से हो सकता है कि उनका साथ छूट जाए या उनके बच्चों की मौत हो जाए। इसलिए नए शादीशुदा जोड़े बिना पानी या फिर कम पानी पीकर गुजारा करते हैं। 
पैरों की अंगुलियों में पहननी होती है अंगूठी
शादी के दौरान ज्वैलरी पहनना हर दुल्हन को अच्छा लगता है। एक सबसे अनूठी प्रथा भारतीय शादियों में देखने को मिलती है। इसमें दुल्हन शादी के बाद चांदी की अंगूठी पैर में पहनना शुरू कर देती है। शुरुआत में आदत न होने के कारण अंगूठी फिसलती रहती है। लेकिन बाद में आदत पड़ जाती है।
दुल्हन का बाप उसके माथे और छाती पर फेंकता है थूक
अफ्रीका के मसाई आदिवासियों में शादी के दौरान एक प्रथा है कि यहां दुल्हन का पिता अपनी बेटी के माथे और छाती पर थूक कर उसे आशीर्वाद देता है।
शादी के दिन दुल्हन का नृत्य
पोलैंड के रिवाज के मुताबिक, शादी में आने वाले मेहमान दुल्हन के साथ डांस करने का लुत्फ उठाते हैं। दुल्हन, पिता के साथ डांस की शुरुआत करती है। इसमें डांस करने वाले लोग उस पर पैसों की बारिश करते हैं। बाद में, इन पैसों को दूल्हा अपने बटुए में रख लेता है। यह पैसे वह हनीमून पर खर्च करता है।
दुल्हन का अपहरण 
शादी करने के लिए दुल्हन का अपहरण पूरी दुनिया में हजारों सालों से किया जा रहा है।  जिस लड़की को लड़का पसंद करता है, उसकी किडनैपिंग का प्लान बनाता है। इस प्रथा के मिलते-जुलते सबूत रोमानी सभ्यता में मिलते हैं, जबकि कजाखस्तान में यह परंपरा आज भी बदस्तूर जारी है। यदि लड़की का बलपूर्वक अपहरण् कर लिया और दो-तीन दिन तक वह लड़के के घर रह गई तो लड़की को पत्नी मान लिया जाता है।
बर्तन तोड़ना
यह प्रथा कहां से शुरु हुई, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन शादीशुदा जोड़े रिवाज के रूप में बर्तन तोड़ते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि उनकी जीवन फिर कभी ऐसी नौबत न आए। समुदाय का मानना है कि इससे उनके जीवन में खुशियां चली आएंगी।
भूत भगाने के लिए जानवरों से शादी
भारत के कुछ हिस्सों में माना जाता है कि यदि छोटी बच्ची के अतिरिक्त दांत ऊपर के जबड़े से उग आएं तो उसे भूत से खतरा होता है। कुछ यह भी मानते हैं कि भविष्य में उसे शेर खा जाएगा। इस डर से उसकी शादी जानवर से करा दी जाती है। हालांकि यह हमेशा के लिए नहीं होती है। इसे सिर्फ बुरे साए से बचाने के लिए किया जाता है। बाद में उसकी शादी लड़के से की जाती है।
नई शादीशुदा लोगों के घर जाकर हंगामा मचाना 
चारीवारी, शादी से जुड़ी सबसे अजीबोगरीब परंपरा सुनने को मिलती है। यह फ्रांसीसी लोक रिवाज का हिस्सा है। यह समुदाय शादीशुदा व्यक्ति के सुहागरात के दिन घर जाकर जमकर उत्पाद मचाते हैं और उनके मिलन में रुकावट पैदा करते हैं। वे लोग घर में रखे बर्तन बजाते हैं और जोर-जोर से गाने गाते हैं। हालांकि इस तरह की प्रथा अब खत्म होने पर है। लेकिन, मध्ययुग में यह काफी लोकप्रिय है। 
शादी से पहले की तैयारी
दरअसल यह प्रथा शादी के बाद की नहीं, बल्कि उससे पहले की है। जोड़े के शरीर पर उनके दोस्त काला रंग लगाते हैं फिर उसे अंडे, सॉसेज  और आटे आदि से कवर करते हैं। यह सिर्फ बुरी ताकतों से बचाने के लिए किया जाता है। यह प्रथा स्कॉटलैंड में सबसे ज्यादा मशहूर है।  
झाडू पर उछलता है दूल्हा
शादी के दौरान वर-वधु को झाडू पर उचकने के लिए कहा जाता है। प्राचीन प्रथा के मुताबिक, ऐसा करने से उनकी पुराने बुरे अनुभव साफ हो जाएंगे और वे अपने नए जीवन की शुरुआत कर सकेंगे। 
जूते चोरी करना
भारत के कुछ हिस्सों में यह प्रथा देखने को मिलती है। इसे आमतौर पर जूती चुराई के नाम से जाना जाता है। इस रस्म में दुल्हन पक्ष की तरफ से दुल्हे का जूता चुराने की कोशिश की जाती है। यदि वे इसमें सफल हो जाते हैं, तो इसके बदले कुछ नगद या सामान देना पड़ता है।
स्ट्रॉ बॉयज
बिल्कुल अलग तरह की इस शादी के रस्म में लड़कों को फूस से ढंक दिया जाता है और एक झोपड़ी में धकेल दिया जाता है। इस प्रथा के तहत दूल्हा अपनी होने वाली बीवी के घर जाता है और उसके साथ डांस करता है और यदि उस घर में और भी महिला है तो उसके साथ भी डांस करना पड़ता है।
पेड़ के साथ लड़की की शादी
ऐसा भारत में रूढ़िवादी परंपरा के कारण होता है। ऐसा नहीं है कि हर किसी लड़की के साथ ऐसा किया जाता है, बल्कि केवल मांगलिक लड़की का विवाह पीपल के पेड़ से करवाया जाता है। इसके पीछे कारण यह माना जाता है कि ऐसा करने से लड़की की प्रेतबाधा खत्म हो जाती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें