पहले मां बनती हैं फिर होती है शादी
प्रस्तुति- स्वामी शरणकोलकाता। प्रकृति की गोद में बसे टोटो जनजाति के लोग अपने को बचाने में लगे हैं। टोटो का अस्तित्व खतरे में हैं। इस जनजाति ने अपने अस्तित्व को बचाने के लिए बड़े सख्त नियम बनाए हैं। ताकि उनके लोग भटक न सके और एक-दूसरे से बंधे रहे। यहां की अधिकतर लड़कियों की शादी मां बनने के बाद होती है। ये दुनिया की सबसे छोटी जनजाति है। टोटो जनजाति की तादाद महज 13सौ बची है। इनकी परंपरा, रहन-सहन, बोल-चाल, रस्मो-रिवाज में बिल्कुल अलग है। 1901 में टोटो समुदाय के लोगों को संख्या 172 थी। जो अब 2009 में पहुंची है किसी तरह 1300 तक।
टोटो जनजाति की लड़कियां पहले मां बनती हैं और बाद में होती है शादी। इसका भी तरीका बिल्कुल अलग है। टोटो समुदाय के लड़के को जो लड़की पसंद आती है। वो उसे रात के अंधेरे में लेकर भाग जाता है। फिर उसे अपने घर में रखता है। दोनों साथ-साथ रहते हैं और इस दौरान जब लड़की मां बन जाती है। तब जाकर करीब सालभर बाद दोनों की शादी होती है। परंपरा के हिसाब से यहां के लड़के अपने मामा की बेटी को लेकर भागते हैं और उन्हीं से शादी करते हैं।
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