सोमवार, 5 अक्तूबर 2015

राष्ट्रीय पर्वो पर फहराया जाता है तिरंगा

पहाड़ी मंदिर - रांची -


प्रस्तुति- दीपाली पाराशर



रांची रेलवे स्टेशन से 7 किलो मीटर की दुरी पर 'रांची हिल' पर शिवजी का अति प्राचीन मंदिर स्थित है जिसे की पहाड़ी मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर धार्मिकता के साथ साथ देशभक्तो के बलिदान के लिए भी जाना जाता है।  यह मंदिर देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहाँ 15 अगस्त और 26 जनवरी को राष्ट्रीय ध्वज 'तिरंगा' शान से फहराया जाता है। यह परम्परा यहां पर 1947 से ही चली आ रही है।

Pahari Mandir (Temple) - Ranchi

देशभक्तो को यहां दी जाती थी फांसी :
पहाड़ी बाबा मंदिर का पुराना नाम टिरीबुरू था जो आगे चलकर ब्रिटिश हुकूमत के समय फाँसी टुंगरी में परिवर्तित हो गया क्योकि अंग्रेजो के राज़ में देश भक्तो और  क्रांतिकारियों को यहां फांसी पर लटकाया जाता था। आजादी के बाद रांची में पहला तिरंगा धवज यही पर फहराया गया था जिसे रांची के ही एक स्वतंत्रता सेनानी कृष्ण चन्द्र दास से फहराया था।  उन्होंने यहाँ पर शहीद हुए देश भक्तो की याद व सम्मान में  तिरंगा फहराया था तथा तभी से यह परम्परा बन गई की स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को यहाँ पर तिरंगा फहराया जाता है। राष्ट्र ध्वज को धर्म ध्वज से ज्यादा सम्मान देते हुए उसे मदिर के ध्वज से ज्यादा ऊंचाई पर फहराया जाता है। पहाड़ी बाबा मंदिर में एक शिलालेख लगा है जिसमें 14 अगस्त, 1947 को देश की आजादी संबंधी घोषणा भी अंकित है।

Shilalekh at Pahari temple

मंदिर से दिखती है रांची शहर की मनोरम छवि :
यह मंदिर समुद्र तल से 2140 मीटर तथा धरातल से 350 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है। मंदिर तक पहुँचाने के लिए 468 सीढ़ियां चढनी पड़ती है। मंदिर प्रांगण से पुरे रांची शहर का खुबसूरत नज़ारा दिखाई देता है।पर्यावरण प्रेमियों के लिए भी यह मंदिर महत्वपूर्ण है क्योंकि पूरी पहाड़ी पर मंदिर परिसर के इर्द-गिर्द विभिन्न भाँति के हजार से अधिक वृक्ष हैं।   साथ ही यहाँ से सूर्योदय और सूर्यास्त का अनुपम सौंदर्य भी देखा जा सकता है। पहाड़ी मंदिर में भगवान शिव की लिंग रूप में पूजा की जाती है।  शिवरात्रि तथा सावन के महीने में यहां शिव भक्तों की विशेष भीड़ रहती है।


पहाड़ी बाबा मंदिर परिसर में मुख्य रूप से सात मंदिर है

1. भगवान शिव मंदिर (Lord Shiva Temple) :

 Lord Shiva Temple - PAhari MAndir
2. महाकाल मंदिर ( Mahakaal Mandir) :

Mahakaal Mandir at Pahari Temple

3. काली मंदिर (Kali Mandir) :

Kali mandir at Pahari temple

4. विश्वनाथ मंदिर ( Vishwnath Mandir):

Vishawnath Mandir at Pahari temple

5. हनुमान मंदिर (Hanuman Mandir) :

Hanuman Temple at Pahari Temple

6. दुर्गा मंदिर (Durga Mandir) :

Durga Mandir at Pahari temple

7. नाग मंदिर (Naag Mandir) :

Naag Mandir at Pahari temple

पहाड़ी पर जितने भी मंदिर बने है उनमे नागराज का मंदिर सबसे प्राचीन है।  माना जाता है की छोटा नागपुर के नागवंशियों का इतिहास यही से शुरू हुआ है।
पहाड़ी के नीचे, जहां से की मंदिर की चढ़ाई शुरू होती है, एक झील है जिसे 'रांची लेक' कहते है इसका निर्माण 1842 में एक अंग्रेज़ कर्नल ओन्सेल ने करवाया था।  झील पर नहाने के लिए पक्के घाट बने हुए है जहाँ पर भक्त मंदिर की चढ़ाई शुरू करने से पहले स्नान करते है।

अधिकृत वेबसाइट (Official Website) http://www.paharimandirranchi.com

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