गुरुवार, 28 जुलाई 2011

वो 36 लोगों को मौत के घाट उतार चुका था




डेटलाइन इंडिया
भोपाल, 28 जुलाई-  जो चाहता था इंजीनियर बनना लेकिन वो बन गया सीरियल किलर और लुटेरा।   गिरफ्तार होने से पहले तक वो 36 लोगों को मौत के घाट उतार चुका था। दरअसल मध्य प्रदेश पुलिस ने एक खतरनाक सीरियल किलर पकड़ा है। पुलिस रिकॉर्ड में सरमन शिवहरे नाम के इस हत्यारे ने अब तक 16 लोगों को मौत के घाट उतारा है। हालांकि पूछताछ में हत्यारे ने 36 मर्डर करने की बात कबूल की है। पुलिस के मुताबिक सभी हत्यायएं लूट के इरादे से की गईं।

लेकिन सरमन को मध्य प्रदेश के सतना में एक ज्वैलर्स के यहां लूटपाट करना भारी पड़ गया। पहले तो सरमन ने प्रीति ज्वैलर्स के मालिक रामदत्ता सोनी और उनकी पत्नी शोभा को गोली मार दी। इसमें शोभा की मौके पर ही मौत हो गई और फिर इसके बाद लूटपाट शुरू की। लेकिन तभी भीड़ ने इसे दबोच लिया और पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। इसके बाद पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो फिर सरमन ने अपने गुनाहों की फेहरिस्त खोलकर रख दी। सतना, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और पन्ना में इसने 36 हत्याओं की बात कबूली। सीरियल किलर के खुलासे के फौरन बाद ही एक दर्जन से ज्यादा हत्या की पुष्टि भी हो गई।

आरोप के मिताबिक सरमन सतना में लूट के बाद रीवा रियासत के म्यूजियम को लूटने की फिराक में था। इसी इरादे से वो रीवा जा रहा था। रीवा पुलिस ने सरमन के साथी इन्द्रसेन सिंह को भी गिरफ्तार किया है। इन्द्रसेन म्यूजियम की चौकीदारी करता है। सरमन का एक और साथी रामकिशोर फरार है जिसकी तलाश की जा रही है।

सरमन कितना बड़ा शातिर अपराधी था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले छह साल से हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद वो उसी इलाके में छिपता था। पुलिस शहर की नाकेबंदी करने के बावजूद कभी उसे पकड़ नहीं पाई। यही नहीं छह साल में छत्ताीस हत्याओं की बात कबूलने वाले इस सीरियल किलर ने सिर्फ तीन वारदातों में अपने साथियों की मदद ली और बाकी सारे अपराध इसने अकेले अंजाम तक पहुंचाए। फिलहाल सतना पुलिस सरमन को रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है। इस बीच सरमन को पकड़ने वाले नौजवानों को आला अधिकारियों ने नगद इनाम के साथ हथियार का लायसेंस देने का ऐलान किया है।

पुलिस के मुताबिक मध्य प्रदेश में पन्ना जिले के गणेशगंज इलाके में रहने वाला सरमन इंजीनियर बनना चाहता था। लेकिन जब वो इंजीनियर नहीं बन पाया तो सीरियल किलर बन गया। सरमन ने अपराध की दुनिया में छह साल पहले पहला कदम रखा। सबसे पहले इसने मंडला घाटी में एक अज्ञात शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी। इसी साल इसने इंदौर में डॉक्टर वर्षा हत्याकांड को अंजाम दिया। सरमन ने डॉक्टर वर्षा और उनके कम्पाउंडर राम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। साथ ही जेवरात और नगदी लेकर फरार हो गया।

इसके बाद पन्ना में हीरा व्यापारी जगदीश जड़िया और उसके साथी की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर लूटपाट को अंजाम दिया। पन्ना के शातिर अपराधी डब्बू को भी सरमन ने ही मौत के घाट उतारा। झांसी रोड पर एक अनजान शख्स को भी मारा। इसी साल मार्च में ग्वालियर में राजेन्द्र साहू और विनय जैन की हत्या के बाद साढ़े पांच लाख रूपए की लूटपाट की। जून महीने में सरमन ने ग्वालियर में दो बड़ी वारदातों को अंजाम दिया। पहले व्यापारी प्रभात अग्रवाल और फिर एक और व्यापारी नीरज गुप्ता की हत्या कर डाली।

सिर्फ पैसे के लिए ही नहीं बल्कि रिवॉल्वर या पिस्तौल लूटने के इरादे से भी सरमन हत्या जैसी वारदात को अंजाम तक पहुंचाता था। इसी साल अप्रैल में इसने जबलपुर में हवलदार राजकुमार की हत्याकर उसकी रिवॉल्वर लूटी थी। जबकि इसी महीने सरमन हाईकोर्ट के एक जज के गनमैन की मोटर साईकल में लिफ्ट के बहाने बैठा और फिर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। साथ ही गनमैन की नब्बे एम एम की रायफल लूट ली। जो बरामद कर ली गई है। सरमन ने 36 हत्याओं की बात कबूल की है। इसमें से एक दर्जन से ज्यादा हत्या की पुष्टि भी की जा चुकी है। हैरानी की बात ये है कि सरमन भले ही किसी इलाके में लूटपाट के मकसद से पहुंचता था लेकिन उसका ध्यान पहले हत्या की तरफ होता था। और उसके बाद ही लूटपाट को अंजाम देता था।

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